20.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

मीराबाई चानू साथ रखती हैं देश की मिट्टी, खाती हैं विदेश में भी गांव का चावल, रोचक है वेटलिफ्टर बनने की कहानी

Advertisement

टोक्यो ओलंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020 ) के दूसरे दिन मीराबाई चानू (Mirabai Chanu ) ने इतिहास रच डाला है. उन्होंने 21 साल बाद भारत को वेटलिफ्टिंग में रजत पदक दिलाया. मीराबाई ने 49 किलो वर्ग में रजत पदक जीता.

Audio Book

ऑडियो सुनें

टोक्यो ओलंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020 ) के दूसरे दिन मीराबाई चानू (Mirabai Chanu ) ने इतिहास रच डाला है. उन्होंने 21 साल बाद भारत को वेटलिफ्टिंग में रजत पदक दिलाया. मीराबाई ने 49 किलो वर्ग में रजत पदक जीता.

- Advertisement -

इसके साथ ही उन्होंने कर्णम मल्लेश्वरी के रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया है. मल्लेश्वरी ने 2000 सिडनी ओलंपिक में भारत को पहली बार वेटलिफ्टिंग में पदक दिलाया था. मल्लेश्वरी कांस्य पदक जीता था. मणिपुर की 26 साल की वेटलिफ्टर मीराबाई ने कुल 202 किग्रा (87 किग्रा + 115 किग्रा) वजन उठाकर इतिहास रच डाला.

Also Read: Tokyo Olympics 2020 : मीराबाई चानू ने मां के इस खास तोहफे से जीता मेडल, ज्वेलरी बेचकर किया था गिफ्ट

मीराबाई हमेशा साथ रखती हैं देश की मिट्टी, खाती हैं विदेश में भी गांव का चावल

मीराबाई की एक बात इस समय लोगों को काफी भावुक कर रही है. जिसमें बताया जाता है कि उन्हें अपने देश की मिट्टी और गांव के चावल से इतना लगाव है कि वो जहां भी दौरे पर जाती हैं, हमेशा अपने साथ देश की मिट्टी रखती हैं. इसके साथ विदेश में भी अपने गांव का ही चावल खाती हैं. बताया जाता है कि चाहे पार्टी हो या कुछ और आयोजन, सभी में वो अपने गांव का चावल ही खाती हैं. यह बात उनके अपने देश और गांव के प्रति सम्मान और प्रेम को ही बताता है.

काफी रोचक है मीराबाई चानू का विटलिफ्टर बनने की कहानी

मीराबाई चानू का वेटलिफ्टर बनने की कहानी भी काफी रोचक है. बताया जाता है कि चानू वेटलिफ्टर नहीं बल्कि एक ऑर्चर बनना चाहती थी. लेकिन एक वीडियो ने उनकी जिंदगी ही बदल कर रख दी. बताया जाता है कि मीराबाई जब 12 साल की थीं उसी समय उन्होंने साई के सेंटर में नामांकन कराने के लिए पहुंची. वहां वो ऑर्चरी में नामांकन कराना चाहती थीं, लेकिन वहां किसी के नहीं मिलने से उन्हें काफी निराशा हुई.

एक दिन उन्होंने दिग्गज वेटलिफ्टर कुंजारानी देवी का वीडियो देखा और फिर ऐसा प्रभावित हुई कि फिर वेटलिफ्टिंग को ही अपना करियर चुन लिया. मीराबाई का कोचिंग सेंटर उनके घर से 20 किलोमीटर दूर था, लेकिन उसके बावजूद वो एक दिन भी ट्रेनिंग से दूर नहीं होती थीं. बताया जाता है चाहे बारिश हो या तूफान मीराबाई हमेशा ट्रेनिंग के लिए सेंटर पहुंच जाती थी.

गौरतलब है कि मीराबाई 2016 ओलंपिक में हार गयीं थीं, जिससे बाद निराशा में खेल तक छोड़ने का फैसला कर चुकी थीं. चानू विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण, राष्ट्रमंडल खेलों में (2014 में रजत और 2018 में स्वर्ण) दो पदक और एशियाई चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीत चुकी हैं.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें