21.1 C
Ranchi
Monday, February 24, 2025 | 10:56 pm
21.1 C
Ranchi
No videos found

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Coronal Hole: सूर्य की सतह पर दिखा ये छेद, वैज्ञानिकों ने दे डाली चेतावनी

Advertisement

Coronal Hole: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के वैज्ञानिकों ने सूर्य पर एक विशाल काला क्षेत्र देखा है, वाइस न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, ये छेद हमारी पृथ्वी से 20 गुना बड़ा है, इसे "कोरोनल होल" कहा जाता है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Coronal Hole: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के वैज्ञानिकों ने सूर्य पर एक विशाल काला क्षेत्र देखा है, वाइस न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, ये छेद हमारी पृथ्वी से 20 गुना बड़ा है, इसे “कोरोनल होल” कहा जाता है. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के अनुसार इस छेद का आकार हमारी पृथ्वी से करीब 20 गुना बड़ा है. ये छेद कैसे हुआ और ये क्या है. इसके पीछे के मायने जानने के लिए खोजकर्ता लगे हुए हैं. इससे क्या-क्या नुकसान होंगे ये भी अभी किसी को नहीं पता है.

क्या है कोरोनल होल

नासा के अनुसार, कोरोनल होल अत्यधिक पराबैंगनी (EUV) और सॉफ्ट एक्स-रे सौर छवियों में सौर कोरोना में अंधेरे क्षेत्रों के रूप में दिखाई देते हैं. वे काले दिखाई देते हैं क्योंकि वे आसपास के प्लाज्मा की तुलना में ठंडे, कम घने क्षेत्र हैं और खुले, एकध्रुवीय चुंबकीय क्षेत्र के क्षेत्र हैं. ये छिद्र सूर्य पर किसी भी समय और स्थान पर विकसित हो सकते हैं, लेकिन सौर उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों पर सबसे अधिक प्रचलित और स्थिर हैं.

कोरोनल होल का धरती पर पड़ेगा ये प्रभाव

रिपोर्ट की मानें तो इन सौर हवाओं का हमारे ग्रह पर पड़ने वाले प्रभाव का आकलन करने के लिए स्थिति पर नजर रखी जा रही है.सूर्य से आवेशित कणों का निरंतर प्रवाह पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र, उपग्रहों, मोबाइल फोन और जीपीएस को प्रभावित कर सकता है.नासा के सोलर डायनेमिक्स ऑब्जर्वेटरी (एसडीओ) ने 23 मार्च को सूर्य के दक्षिणी ध्रुव के पास कोरोनल होल की खोज की थी.ये छेद सौर हवा (या भू-चुंबकीय तूफान) को अंतरिक्ष में अधिक आसानी से फैलाते हैं.प्रभाव के हिसाब से इन्हें G1 से G5 तक की रेटिंग दी जाती है.

इस दिन हुई थी कोरोनल होल की खोज

नासा के एसडीओ (Solar Dynamics Observatory) ने 23 मार्च को सूर्य के साउथ पोल के नजदीक कोरोनल होल की खोज की थी. ये छेद सौर हवा को अंतरिक्ष में अधिक आसानी से फैला पाते हैं. इसकी रेटिंग G1 से G5 तक होती है. नासा के वैज्ञानिक एलेक्स यंग के मुताबिक, मौजूदा कोरोनल होल बहुत बड़ा है. इसकी लंबाई तीन लाख और चौड़ाई चार लाख किलोमीटर है. इसमें बैक टू बैक 20-30 पृथ्वी समा सकती है.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें
Home होम Videos वीडियो
News Snaps NewsSnap
News Reels News Reels Your City आप का शहर