28.4 C
Ranchi
Tuesday, April 22, 2025 | 05:17 am

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Gandhi Jayanti 2020 : आस्तित्व रक्षा से गुजर रहा है खादी भंडार, भूतबंगला में तब्दील हो गया है भवन

Advertisement

gandhi jayanti 2020, khadi bhandar : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की सपने का खादी भंडार वर्तमान में अस्तित्व रक्षा के संकट की दौर से गुजर रहा है. एक जमाना था जब मिथिला के नन्हें बच्चे भी 'च' से चरखा और 'स' से सूत पढ़कर अध्ययन का श्री गणेश करते थे.

Audio Book

ऑडियो सुनें

gandhi jayanti 2020 : कभी देश का शान रह चुका खादी भंडार व घर-घर में चलने वाला चरखा वर्तमान में महज संग्रहालय का वस्तु बनकर रह गया है. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की सपने का खादी भंडार वर्तमान में अस्तित्व रक्षा के संकट की दौर से गुजर रहा है. एक जमाना था जब मिथिला के नन्हें बच्चे भी ‘च’ से चरखा और ‘स’ से सूत पढ़कर अध्ययन का श्री गणेश करते थे.

घर-घर में मौजूद रहने वाला चरखा और मधुबनी जिले को खादी ग्रामोद्योग राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि विश्व स्तर पर भी खास पहचान रखता था. लेकिन वर्तमान में चारखा व खादी भंडार अस्तित्व रक्षा के संकट से गुजर रहा है. जबकि यह कभी मिथिला में बेरोजगार, असहाय, नि:शक्त, महिला-पुरूष के लिये रोजी रोटी का प्रमुख साधन हुआ करता था. खासकर मध्यम वर्ग की अधिकांश महिलाएं चरखे से सूत तैयार कर अर्थ उपार्जन करने के साथ परिवार को सबल बनाती थी.

तैयार सूत का ग्रेडिंग तय कर संस्थान द्वारा पारिश्रमिक दिया जाता था. फिर इस सूत से इसी संस्थान के हस्तकर्घा, बुनाई, रंगाई, छपाई, सिलाई का काम होता था. सूत से धोती, कुर्ता, चादर, बंडी दोपट्टा, कोट, टोपी, झोला, बोरी आदि बनाये जाते थे. हर विभाग में प्रत्यक्ष रूप से औसतन 10 से 12 लोगों व अप्रत्यक्ष रूप से जिले के हजारों लोगों का रोजगार का साधन था. गर्म-ठंड दोनों ऋतुओं में अनुकूल होने के कारण इससे उत्पादित वस्त्र का उपयोग मिथिला के अलावे देश-विदेश में भी होता था.

रोजगार और महिला सशक्तीकरण व स्वालंबन के ख्याल से यह उद्योग काफी महत्त्वपूर्ण था. औसतन 5-7 घंटे चरखा चलाने वाली महिलाएं 70 से 80 के दशक में 800 से 1500 रुपये आय कर लेती थी. बाद में खादी भंडार को वृहत किया जाने के क्रम में साबुन उद्योग, सरसों तेल पेड़ने का मशीन, मधुमक्खी पालन, शुद्ध मधु की खरीद बिक्री जैसी योजनाओं को भी जोड़कर बढ़ावा दिया जाने लगा. स्थानीय स्तर पर बनाए जाने वाले चरखा को खादी भंडार द्वारा खरीदकर देश-विदेश में बेचा जाता था.

असहाय महिलाओं को लोन के रूप में चरखा दिया जाता था. जिसकी कीमत महिलाएं चरखे की कीमत के बराबर सूत बनाकर चुकाती थी. अनुमंडल के सभी प्रखंडों के विभिन्न गांवों में खादी भंडार का केंद्र था. खासकर बेनीपट्टी प्रखंड के बेनीपट्टी, बसैठ-रानीपुर, धकजरी, चतरा आदि कई स्थानों पर खादी भंडार अच्छी स्थिति में थे. लेकिन कई दशकों से इसकी घोर उपेक्षा के कारण खादी भंडार की सभी मशीन बंद पड़े हैं. खादी भंडार भवन भी जीर्णशीर्ण होकर भूतबंगला में तब्दील हो गया है. यह जुआरियों और अवारा पशुओं का स्थायी बसेरा बन गया है.

कई जगह पर आज भी खंडहर भवन हैं तो कई जगहों पर भवन की एक-एक ईंट गायब कर भू माफिया द्वारा जमीन बेच दी गयी है. स्थानीय लोगों ने कहा कि सरकार के द्वारा खादी भंडार की भूमि सहित भवनों को संरक्षित कर मृतप्रायः हो चुके खादी ग्रामोद्योग संस्थानों को आधुनिक तरीके से विकसित करना जरूरी है. ताकि लोग पुनः खादी वस्त्र को दैनिक जीवन में उपयोग कर खादी भंडार की पुरानी गरिमा को लौटाने में सक्षम हो सकें.

Also Read: Gandhi Jayanti 2020 :गांधी ने बताया कि कैसे स्वावलंबन के रास्ते पर चलकर ही उन्हें असल में देखा जा सकता है

Posted By : Avinish Kumar Mishra

[quiz_generator]

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snaps News reels