13.1 C
Ranchi
Saturday, February 8, 2025 | 06:38 am
13.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

झारखंड में कई ऐसे गांव जो बरसात में बन जाते हैं टापू, जानें कारण

Advertisement

चतरा जिला अंतर्गत कुंदा प्रखंड के कई गांव बारिश के दिनों पर टापू में तब्दील हो जाता है. नदियों में पुल तथा पुलिया नहीं होने के कारण इन गांवों का संपर्क प्रखंड और जिला मुख्यालय से पूरी तरह से कट जाता है. ऐसे में ग्रामीण गांव में ही कैद हो जाने को मजबूर हो जाते हैं.

Audio Book

ऑडियो सुनें

कुंदा (चतरा), धर्मेंद्र गुप्ता : बारिश शुरू होते ही चतरा जिला अंतर्गत कुंदा प्रखंड के कई गांव टापू बन जाते हैं. नदियों में पुल एवं पुलिया नहीं होने के कारण इन गांवों का संपर्क प्रखंड व जिला मुख्यालय से कट जाता है. नदी पार जाने वालों को नदी में अधिक पानी होने के कारण घंटों इंतजार करना पड़ता है. स्कूली बच्चों का हाल भी बुरा है. जिन बच्चों का स्कूल नदी के पार है, वे समय पर स्कूल नहीं पहुंच पाते हैं. नदी में पानी कम होने के इंतजार में उनका स्कूल भी छूट जाता है. कुछ बच्चे जान जोखिम में डाल कर स्कूल आते-जाते हैं. बीमार लोगों को इलाज के लिए प्रखंड मुख्यालय ले जाने में परेशानी होती है. लोग राशन का भी उठाव नहीं कर पाते हैं. ग्रामीणों ने मंत्री, सांसद व जिले के पदाधिकारियों से नदियों पर पुल-पुलिया बनाने की मांग कर चुके हैं, लेकिन किन्ही का कोई ध्यान नहीं हैं.

- Advertisement -

आज तक नहीं बना पुल

प्रखंड के कई गांव नदियों से घिरे हैं. लगातार बारिश होने से नदियों में पानी अधिक रहता है. कोजरम गांव की अंबा नदी, बनियाडीह गांव की हरिन बंधवा नदी, बलही-कोजरम गांव की हथवार नदी, पथलकुदवा नदी, हारूल गांव की पिछुलिया नदी, बाचकुम गांव की कोयल नदी, उलवार गांव की जमुआ नदी, लालीमाटी गांव की निलंजन नदी, फुलवरिया गांव की पथलकुदवा नदी, करिलगढ़वा गांव की बड़की नदी, राजवाड़ गांव की सिंदुरिया नदी, बजराही गांव की सुखनाही नदी समेत कई नदियों पर आज तक पुल नहीं बन पाया है. ऐसे में बरसात में इन गांवों की जिंदगी अपने गांव में ही कैद होकर रह जाती है.

Also Read: झारखंड : चतरा में गुरु-शिष्य का रिश्ता शर्मसार, सहायक शिक्षक के साथ नाबालिग छात्रा का फोटो वायरल

ग्रामीणों की वर्षों पुरानी मांग अब तक नहीं हुई पूरी

इस संबंध में बनियाडीह गांव के चनारीक गंझू ने कहा कि बनियाडीह गांव की हरिनबंधवा नदी पर अब तक पुल नहीं बना है, जिससे आवागमन में काफी परेशानी होती है. लोग जान जोखिम में डाल कर नदी पार कर जिला मुख्यालय पहुंचते हैं. कारी मांडर गांव के राजेंद्र गंझू ने कहा कि अंबा नदी पर पुल नहीं बनने से गांव के बच्चे जान जोखिम में डाल कर नदी पार कर यूपीएस लुकुइया स्कूल पढ़ने जाते हैं. लालीमाटी गांव के बुधन गंझू ने कहा कि 40 वर्षों से वोट देते आ रहे हैं, पर गांव तक सड़क नहीं बनी है और न ही नीलांजन नदी पर पुल बन पाया है. गांव के लोगों का वर्षों पुराना सपना आज भी अधूरा है.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें