12.7 C
Ranchi
Sunday, February 9, 2025 | 05:58 am
12.7 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

पश्चिम अफ्रीकी देश माली में फंसे झारखंड के 33 मजदूर, सोशल मीडिया के जरिये वतन वापसी की लगा रहे गुहार

Advertisement

Jharkhand News: सोशल मीडिया के माध्यम से सभी मजदूरों ने भारत सरकार व झारखंड सरकार से सुरक्षित वापसी की गुहार लगाई है. कंपनी की ओर से पिछले तीन महीने से वेतन इन्हें नहीं दिया जा रहा है. इससे मजदूरों को खाने-पीने की भी दिक्कत हो रही है. 

Audio Book

ऑडियो सुनें

Jharkhand News: रोजी-रोटी की तलाश में देश-विदेशों में मजदूरी कर रहे मजदूरों की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. झारखंड के गिरिडीह और हजारीबाग से ताल्लुक रखने वाले 33 मजदूरों के पश्चिम अफ्रीकी देश माली में फंसे होने का मामला सामने आया है. मजदूरों ने अपने वतन वापसी की गुहार लगाई है. सोशल मीडिया के माध्यम से सभी मजदूरों ने भारत सरकार व झारखंड सरकार से सुरक्षित वापसी की गुहार लगाई है. कंपनी की ओर से पिछले तीन महीने से वेतन इन्हें नहीं दिया जा रहा है. इससे मजदूरों को खाने-पीने की भी दिक्कत हो रही है. 

- Advertisement -

आपको बता दें कि मजदूर अपने परिवार का बेहतर भरण-पोषण के लिए विदेशों में कमाने जाते हैं, लेकिन बिचौलिए के चक्कर में पड़ जाते हैं और विदेशों में फंस जाते हैं. पूर्व में भी ऐसे कई मामले सामने आए हैं. इस मामले में भी ब्रोकर ने इन मजदूरों को ज्यादा पैसे कमाने का लालच देकर माली पहुंचा दिया, लेकिन जब वहां काफी कम मेहनताने पर काम कराकर मजदूरी मिलने लगी तो मजदूर ठगा महसूस करने लगे. ये वतन वापसी की गुहार लगा रहे हैं. बताते चलें कि ये सभी मजदूर एक साल पहले कंपनी के ठेकेदार के माध्यम से काम करने के लिए पश्चिम अफ्रीकी देश माली गए हुए थे. वहीं प्रवासी मजदूरों के हित में कार्य करने वाले समाजसेवी सिकन्दर अली ने कहा कि यह पहला मौका नहीं है. जब दलालों के चक्कर में पड़ कर गरीब तबक़े के लोग विदेशों में फंस जाते हैं. पूर्व में भी ऐसे कई मामले सामने आए हैं.

Also Read: महेंद्र सिंह शहादत दिवस:भाकपा माले नेता दीपांकर भट्टाचार्य ने 5 राज्यों में होने वाले चुनाव पर कही ये बात

माली में फंसे मजदूरों में बगोदर प्रखंड के महुरी से नंदलाल महतो, ढिभरा के टिकेश्वर महतो, तिरला के शंकर महतो, दिलीप महतो और परतापुर से कुंजलाल महतो शामिल हैं। वही सरिया प्रखंड के चांदो महतो , संतोष महतो श्रीरामडीह के गोपाल महतो खुट्टा , डुमरी प्रखंड से हुलास महतो,लोकनाथ महतो,भोला महतो ,सहदेव महतो,संतोष महतो,होरिल महतो, इसके साथ ही हजारीबाग के बिष्णुगढ प्रखंड रूपलाल महतो, सुकर महतो, संदीप कुमार महतो, तिलक महतो,नंदलाल महतो, लालमणी महतो, इंद्रदेव ठाकुर,सुरेश महतो, सुनील महतो, जीवाधन महतो, छेदीलाल महतो, अरविंद महतो, मोहन महतो, त्रिलोकी महतो, टिकेश्वर महतो, हेमलाल महतो, भेखलाल महतो, चरचू प्रखंड के मनोज महतो, बरकट्टठा प्रखंड के सुकर महतो, शामिल हैं.

Also Read: झारखंड के इन गांवों के आदिवासी व दलित परिवार वर्षों से पी रहे नाला व चुएं का गंदा पानी, ये है इनका दर्द

रिपोर्टः कुमार गौरव

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें