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Guru Pushya Yog 2023: इस दिन बनेगा गुरु पुष्य योग, जानें शुभ कार्य और खरीदारी के लिए सबसे उत्तम मुहूर्त

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Guru Pushya Yog 2023: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब गुरुवार के दिन पुष्य नक्षत्र होता है, तब यह दुर्लभ गुरु पुष्य योग बनता है. गुरु पुष्य योग को गुरु पुष्य नक्षत्र योग भी कहा जाता हैं.

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Guru Pushya Yog 2023 : इस साल का आखिरी गुरु पुष्य योग 29 दिसंबर 2023 को लगने जा रहा है. ज्योतिष शास्त्र में पुष्य नक्षत्र को सभी नक्षत्रों का राजा कहा गया है. मान्यता हैं कि इस दिन आप जो भी शुभ कार्य करेंगे, उसमें कई गुना वृद्धि होगी. इस दिन आप विवाह को छोड़कर बाकी सभी मांगलिक कार्य कर सकते हैं. गुरु पुष्य योग एक बहुत ही विशिष्ट और महत्वपूर्ण योग माना जाता है. ज्योतिष में इस योग की बहुत महत्ता है, इस योग के समय किए गए कार्यों में सफलता एवं शुभता की संभावना में वृद्धि होती है. इसके साथ ही व्यक्ति को सकारात्मक फलों की प्राप्ति होती है. पुष्य नक्षत्र को नक्षत्रों में श्रेष्ठ माना जाता है. वहीं पुष्य नक्षत्र को नक्षत्रों में राजा की उपाधि दी गई है. इस नक्षत्र में प्रारंभ किए गए कार्यों का फल बहुत उत्तम प्राप्त होता है. पुष्य नक्षत्र स्थायी होता है अत: इसके समय किए गए कार्यों में स्थायित्व का भाव मौजूद होता है. ऐसे में आइए जानते हैं गुरु पुष्य नक्षत्र का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि एवं पूजन सामग्री के बारे में विस्तार से…

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गुरु पुष्य नक्षत्र का शुभ मुहूर्त 2023

इस साल गुरु पुष्य नक्षत्र 29 दिसम्बर को मनाई जाएगी. गुरु पुष्य नक्षत्र की शुरुआत 29 दिसंबर 2023, प्रात: 01 बजकर 05 मिनट से होगी और इसकी समाप्ति 30 दिसंबर 2023 को प्रात: 03 बजकर 10 मिनट पर होगी.

कब बनता है गुरु पुष्य योग?

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब गुरुवार के दिन पुष्य नक्षत्र होता है, तब यह दुर्लभ गुरु पुष्य योग बनता है. गुरु पुष्य योग को गुरु पुष्य नक्षत्र योग भी कहा जाता हैं. यह बड़ा शुभ फलदायी होता है. पूरे वर्ष यदि आपको कोई दिन शुभ कार्य के लिए नहीं मिल रहा हो तो गुरु पुष्य योग वाले दिन वह कार्य कर सकते हैं.

गुरु पुष्य योग में खरीदने वाली 5 शुभ वस्तुएं

01. सोना को सुख और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. गुरु पुष्य योग में खरीदा गया सोना आपके धन-संपत्ति और भाग्य को बढ़ता है.

02. हल्दी- गुरु पुष्य योग में हल्दी खरीदना भी शुभ है. देव गुरु बृहस्पति का शुभ रंग पीला है और हल्दी शुभता का प्रतीक है. यदि आप सोना नहीं खरीद पा रहे हैं तो हल्दी खरीदकर अपने भाग्य में वृद्धि कर सकते हैं.

03. चने की दाल- गुरु पुष्य योग में आप चने की दाल खरीदकर भी अपने सुख और समृद्धि में बढ़ोत्तरी कर सकते हैं. गुरु ग्रह की पूजा में चने की दाल का उपयोग करते हैं और इसका भोग भगवान विष्णु को भी लगाते हैं. हल्दी और चने की दाल के अलावा आप पीले रंग के वस्त्र, पीतल, घी आदि भी खरीद सकते हैं.

04. सिक्का- गुरु पुष्य योग वाले दिन व्यक्ति को सोने का सिक्का या फिर चांदी का सिक्का खरीदना चाहिए. यह भी आपकी उन्नति में सहायक होगा.

05. धार्मिक पुस्तकें- गुरु पुष्य योग में देव गुरु बृहस्पति का प्रभाव अधिक होता है. ऐसे में आप गुरु पुष्य योग में धार्मिक पुस्तकें खरीद सकते हैं. इससे भी आपको लाभ होगा.

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कैसे करें पूजा

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कहा जाता हैं कि इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा करने से जीवन की सभी समस्या दूर हो जाएगी. इसके साथ ही आप किसी भी कार्य को पूर्ण करने में सफलता पाएंगे. आप इस दिन सबसे पहले लक्ष्मी माता के समक्ष घी का दीपक जलाकर उन्हें कमल पुष्प अर्तित करके इस दिन श्रीसूक्त का पाठ करने से माता लक्ष्मी बहुत ही जल्द प्रसन्न होती है. इस शुभदायी दिन पर माता लक्ष्मी की पूजा और साधना करने से उसका विशेष फल प्राप्त होता है. इस दिन पूजा या उपवास करने से जीवन के हर एक क्षेत्र में सफलता की प्राप्ति होती है. सर्वप्रथम अपने घरों में सूर्योदय एवं सूर्यास्त के समय मां लक्ष्मी के सामने घी से दीपक जलाएं. किसी नए मंत्र की जाप की शुरुआत करें.

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