23.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Google और Facebook बच्चों के ऐप्स से चुरा लेते हैं अधिकतर डेटा, स्टडी में सामने आयी यह बात

Advertisement

Google Facebook have highest kids app data - स्टडी में शामिल किये गए 60 में से 85 प्रतिशत ऐप्स ने कम से कम एक खतरनाक किस्म की परमिशन हासिल कर रखी थी.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Google and Facebook skim maximum Kids App Data : बच्चों के ऐप्स से इकट्ठा किये गए डेटा लेने वाली सबसे बड़ी कंपनियों में गूगल और फेसबुक सबसे आगे हैं. यह बात डेटा प्राइवेसी सर्विसेस कंपनी अर्रका (Arrka) की एक स्टडी में सामने आई है. डेटा गोपनीयता सेवा कंपनी अर्रका के एक अध्ययन में पाया गया है कि Google और Facebook को बच्चों के ऐप्स से एकत्र किए गए आधे से अधिक डेटा प्राप्त होता है.

- Advertisement -

गूगल 33% तो फेसबुक लेता है 22% डेटा

गेम, एडटेक, स्कूल, कोडिंग और चाइल्डकेयर सहित नौ श्रेणियों में बच्चों के 60 एंड्रॉयड एप्लिकेशन को कवर करने वाले अध्ययन के अनुसार, Google ऐसे ऐप्स से एकत्र किये गए डेटा का 33% एकत्र करने वाला अग्रणी प्राप्तकर्ता है, इसके बाद 22% के साथ फेसबुक का स्थान है. स्टडी में यह बात सामने आयी कि बच्चों के ऐप्स से इकट्ठे हुए डेटा में से गूगल 33 प्रतिशत और फेसबुक 22 प्रतिशत डेटा लेती है. इस अध्ययन में एडटेक, स्कूल, कोडिंग और गेमिंग सहित 9 कैटेगरी की 60 ऐप्स को शामिल किया गया.

Also Read: Google लाया LUMIERE AI मॉडल, अब चुटकियों में टेक्स्ट से बना पाएंगे वीडियो

सुरक्षा इंतजामों के बिना प्रॉसेस हो रहा डेटा

इकोनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, अर्रका की सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) शिवांगी नादकणी ने कहती हैं- एक ओर बच्चों की प्राइवेसी पर दुनियाभर में जोर दिया जा रहा है और इसके लिए नये-नये नियम लाये जा रहे हैं और दूसरी ओर, बिना किसी सुरक्षा उपायों के बच्चों का डेटा प्रॉसेस किया जा रहा है. यह चिंताजनक स्थिति है. रिपोर्ट की मानें, तो भारतीय ऐप्स में बच्चों की लिए प्राइवेसी पॉलिसी का अभाव अधिक है.

ऐप्स ने ले रखे जरूरत से ज्यादा परमिशन

स्टडी में शामिल किये गए 60 में से 85 प्रतिशत ऐप्स ने कम से कम एक खतरनाक किस्म की परमिशन हासिल कर रखी थी. इसके जरिये वे ऐसा संवेदनशील डेटा जुटा रही हैं, जो बच्चों को नुकसान पहुंचा सकते हैं. लगभग 73 प्रतिशत ऐप्स के पास फाइल्स स्टोरेज, 46 प्रतिशत के पास माइक्रोफोन, 43 प्रतिशत के पास कैमरा, 38 प्रतिशत के बाद फोन डीटेल, 27 प्रतिशत के पास कॉन्टैक्ट और 23 प्रतिशत के लोकेशन की परमिशन थी.

Also Read: Google पर प्राइवेट सर्च हुआ रिस्की, जानिए क्या है नया अपडेट…

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें