13.6 C
Ranchi
Sunday, February 9, 2025 | 03:49 am
13.6 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

गिरीडीह पुलिस मृत माओवादी चिराग की कर रही तलाश, जानिए क्या है वजह

Advertisement

कभी बिहार, झारखंड और छतीसगढ़ पुलिस के लिए सरदर्द बना माओवादी चिराग उर्फ प्रमोद की तलाश अभी भी की जा रही है. दरअसल उसकी मौत हुए 10 साल गुजर गया, लेकिन इसके बावजूद भी गिरीडीह पुलिस उसकी तलाश कर रही है. गिरीडीह पुलिस 2012 में हुई जेल ब्रेक की घटना के बाद तलाश करती पहुंची.

Audio Book

ऑडियो सुनें

राकेश बर्मा, बेरमो

- Advertisement -

Bokaro News: कभी बिहार, झारखंड और छतीसगढ़ पुलिस के लिए सरदर्द बना माओवादी चिराग उर्फ प्रमोद की तलाश अभी भी की जा रही है. दरअसल उसकी मौत हुए 10 साल गुजर गया, लेकिन इसके बावजूद भी गिरीडीह पुलिस उसकी तलाश कर रही है. रविवार को गिरीडीह पुलिस 2012 में हुई जेल ब्रेक की घटना के मुख्य आरोपी मृत माओवादी चिराग उर्फ प्रमोद उर्फ रामचंद्र की तलाश में ऊपरघाट स्थित उसके घर जाकर उसकी खोजबीन की.

घर में नहीं मिला कोई

पुलिस को चिराग के घर में कोई नहीं मिला. वृद्व पिता फागुन महतो मवेशियों को चराने जंगल गए थे. भाई धनेश्वर महतो दूसरे राज्य कमाने बाहर गया है. अन्य महिला सदस्य खेत गए थे. घर बंद देखकर गिरीडीह पुलिस बैंगर वापस लौट गयी. मृतक चिराग के परिजनों ने कहा कि उसकी मौत के 10 साल हो गए. इस संबंध में गिरीडीह के मुफस्सिल थाना के पुअनि रंजन कुमार सिंह ने बताया कि गिरीडीह जिला के मुफस्सिल थाना में कांड संख्या 209/2012 में उसकी तलाश की जा रही है. उस केस के तमिला के लिए उसकी तलाश में गए थे. यहां आने पर इसकी जानकारी मिली कि जिस माओवादी को खोजा जा रहा है, उसकी 2015 में बिहार के एक पुलिस मुठभेड़ में मौत हो गई है.

मुठभेड़ में मारा गया था चिराग

बिहार के जमुई जिला अंतर्गत चकाई के खिजुरवा पहाड़ पर दिसंबर 2015 में पुलिस के साथ मुठभेड़ हुई थी, दोनों ओर से सैकड़ों गोली चलने के बाद चिराग मारा गया था. बिहार और झारखंड के करीब 23 थाना की पुलिस उसकी लाश को सौंपने के लिए उसके घर पहुंची थी. आसपास के इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया था. पर आज भी गिरीडीह पुलिस जेल ब्रेक के मामले में उसकी तलाश कर रही है तो कोई आश्चर्य की बात नहीं है.

2012 में कैदी वाहन पर किया था हमला

गिरीडीह के मुफस्सिल थाना क्षेत्र में 9 दिसंबर 2012 नक्सली कमांडर चिराग के नेतृत्व में भाकपा माओवादियों ने कैदी वाहन पर हमला कर कुख्यात नक्सली प्रवेश दा सहित अन्य नक्सलियों को पुलिस की गिरफ्त से छुड़ा लिया था. उसी समय मुख्य रूप से माओवादी चिराग का नाम सामने आया था. यह बात दीगर है कि उसकी मौत हो चुकी है लेकिन झारखंड के कई थानों में आज भी वह जिंदा वांटेड है. रविवार को मुफस्सिल थाना की पुलिस के पुअनि रंजन कुमार सिंह मृत माओवादी चिराग उर्फ प्रमोद के घर पहुंचे और वस्तुस्थिति की खुलासा हुआ. जेल ब्रेक मामले के अनुसंधानक पुअनि रंजन कुमार सिंह ने बताया कि 11 साल से नक्सली प्रमोद उर्फ चिराग की तलाश की जा रही है. आज स्पष्ट हुआ कि वह मुठभेड़ में मारा गया है.

चाईबासा पुलिस भी कर रही तलाश

चाईबासा पुलिस उसकी तलाश कर रही है. चाईबासा पुलिस गुदड़ी थाना क्षेत्र में वर्ष 2011 में पुलिस और माओवादी के साथ मुड़भेड़ हुई थी, जिसमें एक पुलिस कर्मी शहीद हो गया था. कांड संख्या 38/2011 में चिराग के घर जाकर 8 फरवरी को 2021 को उसकी खोजबीन की थी.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें