18.8 C
Ranchi
Sunday, February 9, 2025 | 09:56 am
18.8 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

कालाजार पर शोध करने वाले बिहार के प्रख्यात चिकित्सक पद्मश्री डॉ. मोहन मिश्र का निधन

Advertisement

बिहार के प्रख्यात चिकित्सक और पद्मश्री से नवाजे जा चुके डॉ. मोहन मिश्रा का हार्ट अटैक से निधन हो गया. उन्होंने गुरुवार देर रात दरभंगा के लहेरियासराय स्थित अपने आवास में आखिरी सांस ली. वे 83 वर्ष के थे. आज उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. डॉ. मिश्रा पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे. वो मूल रूप से मधुबनी जिले के कोईलख गांव के रहने वाले थे. अंतिम संस्कार उनके गांव कोईलख में ही किया जाएगा.

Audio Book

ऑडियो सुनें

बिहार के प्रख्यात चिकित्सक और पद्मश्री से नवाजे जा चुके डॉ. मोहन मिश्रा का हार्ट अटैक से निधन हो गया. उन्होंने गुरुवार देर रात दरभंगा के लहेरियासराय स्थित अपने आवास में आखिरी सांस ली. वे 83 वर्ष के थे. आज उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. डॉ. मिश्रा पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे. वो मूल रूप से मधुबनी जिले के कोईलख गांव के रहने वाले थे. अंतिम संस्कार उनके गांव कोईलख में ही किया जाएगा.

- Advertisement -

डॉ. मोहन मिश्र प्रख्यात चिकित्सक रहे. उन्होंने दरभंगा मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष के रूप में अपनी सेवा भी दी. एक दौर ऐसा था जब उत्तर बिहार कालाजार से त्रस्त था. इस दौरान उन्होंने ना केवल सेवा कर लोगों का दिल जीता बल्कि कालाजार के दवाओं पर शोध भी किया. इनका शोध सफल हुआ और लोग ठीक भी होने लगे. जिसके बाद ये बेहद चर्चे में रहने लगे. वहीं इनके शोध के लिए 2014 में पद्मश्री सम्मान से इन्हें सम्मानित किया गया.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, डॉ. मिश्र ने इस शोध के अलावा ब्राह्मी के पौधे से डिमेंशिया यानी भूलने की बीमारी की दवा का भी ईजाद किया था. उनके इस रिसर्च को ब्रिटिश जर्नल में भी जगह दी गयी थी. यह बिहार के साथ पूरे देश के लिए गौरव की बात है कि उनका यह शोध वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन में भी पंजीकृत किया गया है.


Also Read: बिहार में प्राइवेट अस्पताल के मैनेजर से लेकर डायरेक्टर तक कर रहे रेमडेसिविर की कालाबाजारी, पटना और भागलपुर में छापेमारी

डॉ. मोहन मिश्र प्रदेश भाजपा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष भी थे.वहीं उनके निधन की खबर सामने आते ही श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लग गया. ट्वीटर व अन्य प्लेटफॉर्म के माध्यम से बड़ी-बड़ी हस्तियों ने अपना शोक व्यक्त किया. बिहार भाजपा, सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, विनोद नारायण झा, सूबे के जल-संसाधन सह सूचना व जन संपर्क विभाग के मंत्री संजय झा समेत कई जाने-माने चेहरों ने अपना शोक प्रकट किया और श्रद्धांजलि दी.

POSTED BY: Thakur Shaktilochan

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें