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Durga Puja 2023: झारखंड मैदान में दिखेगा बिचाली से बना मंदिर, तैयारियां शुरू

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कास के खिले फूल मां जगत जननी के आगमन का संदेश देने लगे हैं. 15 अक्टूबर से शारदीय नवरात्र शुरू हो जायेगी. इस बार मां दुर्गा का आगमन हाथी पर हो रहा है और मुर्गा पर विदा होंगी. दुर्गा पूजा के आयोजन को लेकर पूजा समितियों ने बैठक कर ली है. प्रभात खबर दुर्गापूजा की तैयारियों को लेकर शृंखला शुरू कर रहा है.

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Durga Puja 2023: सत्यम शिवम सुंदरम दुर्गा पूजा कमेटी झारखंड मैदान आकर्षक पूजा पंडाल के लिए कोयलांचल में अलग पहचान रखती है. झारखंड मैदान में जीतन सिन्हा, माणिक सरकार, राजा चक्रवर्ती, अशोक सिंह उमेश यादव, बीके सिंह ने वर्ष 2000 में पूजा की शुरूआत की. इस बार समिति यहां बिचाली से काल्पनिक मंदिर की आकृति में पूजा पंडाल बनायेगी. काम शुरू हो चुका है. पूर्व मेदिनीपुर के 33 कारीगर पंडाल का काम कर रहे हैं.

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पूजा का अनुमानित खर्च है 18 लाख

समिति के सक्रिय सदस्य विकास साव ने बताया कि इस बार पूजा का अनुमानित खर्च 18 लाख रुपये है. 12 लाख रुपये पंडाल बनाने वाले कारीगर को दिया गया है. एक लाख रुपये लाइट पर खर्च होंगे. चंदन नगर से लाइटिंग के लिए कारीगर को बुलाया जाता है. 70 हजार रुपये की मां की प्रतिमा होगी. इसे स्थानीय मूर्तिकार तन्मय पाल बना रहे हैं. बची राशि से भगवती जागरण व अन्य खर्च होगा.

कलश स्थापना के साथ प्रारंभ हो जाती है पूजा

पंडाल में कलश स्थापना के साथ ही मां अंबे की आराधना शुरू हो जाती है. देवधर के पुजारी लव कुमार दूबे व स्थानीय पुजारी मोनू दुबे पूजा संपन्न कराते हैं. सप्तमी से नवमी तक माता का प्रसाद भोग वितरित किया जाता है. दसमी के दिन मां की पूजा अर्चना के साथ कलश विसर्जन कर दिया जाता है.

सिंदूर खेला होता है खास

प्रतिमा विसर्जन से पहले सुहागिनों द्वारा सिंदूर खेला किया जाता है. मां का खोइछा भरा जाता है. चावल, मिठाई , हल्दी, जीरा व पैसा मां की खोइछा में डाल कर सुहागिनें अखंड सुहाग की प्रार्थना करती हैं. मां की मांग में सिंदूर भरने के बाद सुहागिनें एक दूसरे की मांग भरकर सिंदूर खेला करती हैं.

ये हैं समिति के सदस्य

श्याम मनोहर सिन्हा अध्यक्ष, अशोक सिंह सचिव, सुबोध सिंह, उमेश यादव संरक्षक, रतन सरकार, उमेश यादव, धीरेंद्र राय कार्यकारी अध्यक्ष, राजेश मालाकार, राजेश गुप्ता, दिलीप कुमार, नागेश्वर साह कोषाध्यक्ष, मनोज मालाकार जेनरल सेक्रेटरी, राजा बाबू, विकास साव, राजू मालाकार, लालटू सिंह, कुणाल सिंह मुकेश लाल, सुदेश ओझा, नीतिश सिंह, विमलेश सिंह, संतोष यादव, संजय साव, संतोष रजक शिबू यादव, मिथुन साव, मोंटू ठाकुर आदि.

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