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समाज सुधार अभियान में बोले CM नीतीश- शराब से होती हैं 200 प्रकार की बीमारियां, पीयेंगे तो जान भी जाएगी

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मुख्यमंत्री शनिवार को पूर्णिया के इंदिरा गांधी स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे. मुख्यमंत्री ने दो टूक शब्दों में कहा कि शराबबंदी के निर्णय से सरकार पीछे नहीं हटेगी.

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पूर्णिया. समाज सुधार अभियान के तहत पूर्णिया पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सरकार समाज के सभी तबके के उत्थान के लिए लगातार प्रयासरत है. जरूरत इस बात की है कि विकास के साथ-साथ समाज सुधार का अभियान भी निरंतर चलता रहे. विकास के साथ समाज सुधार होगा तो समाज, राज्य और देश आगे बढ़ेगा. सीएम ने कहा कि शराब से 200 प्रकार की बीमारियां होती हैं, दारू पीयेंगे तो बीमार होंगे और जान भी जायेगी. मुख्यमंत्री शनिवार को पूर्णिया के इंदिरा गांधी स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे. मुख्यमंत्री ने दो टूक शब्दों में कहा कि शराबबंदी के निर्णय से सरकार पीछे नहीं हटेगी.

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समाज सुधार की दिशा में अभियान चलता रहेगा

यह अभियान निरंतर चलता रहेगा. सीएम ने कहा कि सही मायने में यदि लोग दहेजमुक्त शादी में शामिल होने के लिए संकल्पित हो जायेंगे, तो इसका समाज में काफी गहरा प्रभाव पड़ेगा और यह कुप्रथा समाप्त हो जायेगी. उन्होंने कहा कि शराबबंदी, बाल विवाह एवं दहेज प्रथा जैसे समाज सुधार की दिशा में जो अभियान चला है, उसका विशेष रूप से ख्याल रखें. मुख्यमंत्री ने बाल विवाह को गलत बताते हुए कहा कि बाल विवाह करने से तरह-तरह की परेशानी होती है, बेटियों की जिंदगी बर्बाद हो जाती है. बाल विवाह से लड़कियों के स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है और जन्म लेने वाले बच्चे भी अस्वस्थ रहते हैं. दहेज प्रथा से कई परिवार टूट जाते हैं. उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि जिस विवाह के आमंत्रण पत्र (कार्ड) पर दहेज मुक्त लिखा होगा, उसी शादी में हम जायेंगे.

समाज सुधार कार्यक्रम में ये रहे मौजूद

इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हेलीकॉप्टर से रंगभूमि मैदान पर उतरे. वहां गार्ड ऑफ ऑनर की सलामी के बाद इंदिरा गांधी स्टेडियम पहुंचे जहां पूर्णिया, अररिया, किशनगंज और कटिहार जिला द्वारा लगायी गयी प्रदर्शनी और स्टॉल का अवलोकन किया. इस मौके पर चार जिलों की सात जीविका दीदियों ने अपने अनुभवों काे साझा किया. इस मौके पर बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, गन्ना उद्योग मंत्री प्रमोद कुमार, मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार, कला संस्कृति मंत्री आलोक रंजन ने भी सभा को संबोधित किया. बिहार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, डीजीपी एसके सिंघल समेत विभिन्न विभागों के आला अधिकारी भी मंच पर मौजूद थे.

शराबबंदी पर विपक्ष के रुख पर सीएम ने किया कटाक्ष

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, जब भी कोई काम कीजिएगा तो कुछ लोग गड़बड़ करने वाले होते ही हैं. कई लोग इधर-उधर करके शराब पी रहे हैं और उन्हें गलत चीजें मिलाकर पिलाये जाने से उनकी मौतें भी हो रही हैं. बिना किसी का नाम लिये विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए सीएम ने कहा कि पिछले दिनों जब बिहार में जहरीली शराब की घटना सामने आयी तो कुछ काबिल लोगों ने कहना शुरू कर दिया कि शराबबंदी खत्म कीजिए. शराबबंदी फेल हो गयी है. हमने कहा- कमाल है यह आदमी. अरे, शराब कितनी बुरी चीज है. दारू पीयेंगे तो बीमार होंगे और जान भी जायेगी. इसलिए सोचिए शराब कितनी बुरी चीज है.

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बड़े पैमाने पर लोगों ने पीना छोड़ दिया है

सीएम ने कहा कि हमलोग शराब को लेकर वर्ष 2011 से अभियान चला रहे हैं. एक अप्रैल 2016 को हमलोगों ने पहले ग्रामीण इलाके में देशी और विदेशी शराब पर रोक लगायी जबकि शहरी इलाकों में विदेशी शराब बंद नहीं किया गया था. शहरों में पुरुष-महिलाओं, लड़के-लड़कियों ने शराब के आवंटित दुकानों के खोले जाने पर कड़ा विरोध जताया. उसके बाद पांच अप्रैल 2016 को राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू कर दी गयी. उन्होंने कहा कि अधिकारियों के साथ वह शराबबंदी के क्रियान्वयन को लेकर नौ बार बैठक कर चुके हैं और अब बड़े पैमाने पर लोगों ने शराब पीना छोड़ दिया है.

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