13.1 C
Ranchi
Wednesday, February 12, 2025 | 06:47 am
13.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

विलुप्त होने के कगार पर है चतरा में ठठेरे की ठक-ठक, आधुनिक यंत्रों ने छिना पुस्तैनी धंधा

Advertisement

Jharkhand News (इटखोरी, चतरा) : जैसे-जैसे तकनीक विकसित हो रहे हैं, वैसे-वैसे पारंपरिक धंधा विलुप्त होते जा रहा है. लोहार जाति के समक्ष भी यही स्थिति उत्पन्न हो गयी है. उनका पारंपरिक धंधा विलुप्त होने के कगार पर है. इनके समक्ष रोजगार की समस्या उत्पन्न हो गयी है. अब इनके पास फार, हल, कुदाल, कोड़ी बनवाने शायद ही कोई किसान आते हैं. इन कृषि यंत्रों का स्थान ट्रैक्टर, पावर ट्रिलर आदि ने ले लिया है. इनके भाथी (भट्ठी) के लौ की तपीस ठंडी होती जा रही है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Jharkhand News (विजय शर्मा, इटखोरी, चतरा) : जैसे-जैसे तकनीक विकसित हो रहे हैं, वैसे-वैसे पारंपरिक धंधा विलुप्त होते जा रहा है. लोहार जाति के समक्ष भी यही स्थिति उत्पन्न हो गयी है. उनका पारंपरिक धंधा विलुप्त होने के कगार पर है. इनके समक्ष रोजगार की समस्या उत्पन्न हो गयी है. अब इनके पास फार, हल, कुदाल, कोड़ी बनवाने शायद ही कोई किसान आते हैं. इन कृषि यंत्रों का स्थान ट्रैक्टर, पावर ट्रिलर आदि ने ले लिया है. इनके भाथी (भट्ठी) के लौ की तपीस ठंडी होती जा रही है.

क्या कहते हैं लोहार जाति के लोग

पुस्तैनी धंधा हुआ मंदा : देवनारायण लोहार
इटखोरी के देवनारायण लोहार ने कहा कि पहले खेती-बारी का कार्य हल-बैल से होता था, लेकिन अब ट्रैक्टर, पवार ट्रिलर समेत अन्य मशीनों से होने लगा है. इससे हमलोगों का पुस्तैनी धंधा मंदा हो गया है. मात्र 20 प्रतिशत कारोबार बचा है. वह भी दिनभर केवल पुराने औजार की पजाई ही करते हैं. आने वाले समय में हमलोग बेरोजगार हो जायेंगे. अब हल, कोड़ी, कुदाल, फार से कोई भी खेती नहीं करता है.

मात्र 15 प्रतिशत लोहारी काम ही बचा : प्रमेश्वर लोहार

प्रमेश्वर लोहार ने कहा कि मैं 70 साल से अपना पारंपरिक धंधा कर रहा हूं. वह भी केवल समय बिताने के लिए. मात्र 15 प्रतिशत लोहारी काम बच रहा है. इसे किसी तरह ढो रहा हूं. अब कोई भी किसान नहीं आता है. पहले किसान कोड़ी, कुदाल, हल, टांगी बनवाने आते थे. अब तो दर्शन भी नहीं होता है. आनेवाले समय में लोहार जाति पूरी तरह बेरोजगार हो जायेगा. जिस पुस्तैनी धंधा पर आश्रित है वही बंद होने के कगार पर है.

Also Read: बालू की अवैध ढुलाई से झारखंड सरकार को राजस्व का होता नुकसान, हजारीबाग में बालू लदे 4 ट्रैक्टर जब्त
सरकार लोहार जाति के लिए करे रोजगार की व्यवस्था : प्रभु लोहार

प्रभु लोहार ने कहा कि नये- नये तकनीक से हमलोग बेरोजगार होने के कगार पर पहुंच गये हैं. पहले खेती कार्य का उपकरण हमलोग बनाते थे, लेकिन अब तो ट्रैक्टर से सारा कार्य होता है. पहले की अपेक्षा मात्र 15 से 20 प्रतिशत धंधा ही बचा हुआ है. आने वाले समय में वह भी बंद हो जायेगा. सरकार लोहार जाति के लिए कोई रोजगार की व्यवस्था करे.

Posted By : Samir Ranjan.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें