13.1 C
Ranchi
Saturday, February 8, 2025 | 05:21 am
13.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Durga Ashtami 2020 : आज पूजी जाएंगी कन्याएं,जानें कन्या पूजन की विधि और शुभ मुहूर्त

Advertisement

Chaitra Ashtami 2020 : चैत्र नवरात्र की अष्टमी पूजा आज 1 अप्रैल को मनाई जाएगी.इस दिन पर दुर्गा मां के महागौरी स्‍वरूप की पूजा की जाती है. मां महागौरी भक्तों की हर मनोकामना पूरी करने वाली हैं. आज बिना कन्या पूजन किए बिना नवरात्रि का व्रत अधूरा माना जाता है.माता महागौरी का विधि- विधान से पूजन करेंगे तो माता लाभकारी फल देंगी.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Chaitra Ashtami 2020 : चैत्र नवरात्र की अष्टमी पूजा आज 1 अप्रैल को मनाई जाएगी.इस दिन पर दुर्गा मां के महागौरी स्‍वरूप की पूजा की जाती है. मां महागौरी भक्तों की हर मनोकामना पूरी करने वाली हैं. आज बिना कन्या पूजन किए बिना नवरात्रि का व्रत अधूरा माना जाता है.माता महागौरी का विधि- विधान से पूजन करेंगे तो माता लाभकारी फल देंगी.

- Advertisement -

माँ दुर्गाजी की आठवीं शक्ति का नाम महागौरी है. इसलिए दुर्गापूजा के आठवें दिन महागौरी की उपासना का विधान है. इनकी शक्ति अमोघ और फलदायिनी है. इनकी उपासना से भक्तों के सभी पाप धुल जाते हैं. वह पूण्य का भागी हो जाता है.

कल 2 अप्रैल गुरुवार को नवमी की पूजा के साथ चैत्र नवरात्र का समापन हो जाएगा.माता के भक्त अष्टमी को कन्या पूजन kanya pujan 2020 और नवमी को विसर्जन की विध पूरा करते है.हिंदु धर्म ग्रंथों के अनुसार तीन वर्ष से लेकर नौ वर्ष की कन्याओं को साक्षात देवी का स्वरूप माना जाता है. कन्या पूजा के साथ ही नवरात्र के अनुष्ठान को संपन्न माना जाता है. इस दिन देवी दुर्गा के भक्त कन्या पूजन भी करते हैं मान्यता के अनुसार कुछ परिवारों में कन्या पूजन अष्टमी के दिन होता है तो कुछ में नवमी के दिन कन्या पूजन होता है.

ऐसे करें कन्या पूजन :

*सभी कन्याओं के पैर साफ पानी से धोएं

*उन्हे तिलक लगाएं और फिर मौली बांधे

*व्रती आज अपने घर में खीर, पूड़ी, हल्वा और काले चने जरुर बनाएं

*कन्याओं को यह भोजन खिलाएं.

*व्रती सभी कन्याओं से आशीर्वाद ले.

*इन्हें भेंट स्वरूप कुछ दक्षिणा दें.

*किसी बालक को भी कन्‍या पूजन में उसे भी बैठाएं. दरअसल, बालक को बटुक भैरव के रूप में पूजा जाता है. मान्‍यता है कि भगवान शिव ने हर शक्ति पीठ में माता की सेवा के

लिए बटुक भैरव को तैनात किया हुआ है.जिनके दर्शन के बिना माता के दर्शन अधूरे माने जाते हैं.

*व्रती कन्या व बटुक पूजन के बाद ही कुछ ग्रहण करे.

मान्यता के अनुसार कुछ परिवारों में कन्या पूजन अष्टमी के दिन होता है तो कुछ में नवमी के दिन कन्या पूजन होता है.

कन्या पूजन के लिए दोनो दिनों का शुभ मुहूर्त :

आज 1 अप्रैल बुधवार को सुबह अमृतकाल में 9 बजे से 10.50 तक

कल राम नवमी वाले दिन यानी 2 अप्रैल गुरुवार को सुबह 9 बजे से 11 बजे तक.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें