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Bihar MLC Election: दांव पर ललन-अनंत की साख, सीट पर रहा है राजद का कब्जा, टूटेगी उम्मीद या टूटेगा रिकॉर्ड

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Bihar MLC Election: बिहार विधानपरिषद की जमुई-मुंगेर-शेखपुरा-लखीसराय सीट पर ललन सिंह और अनंत सिंह की साख दांव पर है. इस सीट पर सीधी लड़ाई सत्तारूढ़ जेडीयू के संजय प्रसाद और आरजेडी के अजय कुमार सिंह के बीच है.

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Bihar MLC Election: बिहार विधान परिषद के स्थानीय निकाय प्राधिकार को लेकर प्रत्याशियों की किस्मत बक्से में बंद हो गयी है. जमुई की इस हॉट सीट से 13 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. लेकिन, सीधी लड़ाई सत्तारूढ़ जेडीयू के संजय प्रसाद और आरजेडी के अजय कुमार सिंह के बीच है. दोनों भूमिहार जाति से आते हैं. इस सीट पर भूमिहार-यादव वोट बैंक के सहारे ही पार्टियां अपनी-अपनी किस्मत आजमा रही हैं.

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जमुई हॉट सीट में चार जिले जमुई, मुंगेर, शेखपुरा और लखीसराय के मतदाता शामिल हैं. इस कारण यह सीट भूमिहार वोट के लिए काफी महत्वपूर्ण है. यही कारण है कि बीते दो चुनावों में संजय प्रसाद यहां से जीत दर्ज करते रहे हैं. हालांकि, इस सीट पर यादव वोटर भी हार-जीत का फैसला करते हैं. गठबंधन की मजबूरी कहें या जातीय समीकरण, आरजेडी ने बीते 12 वर्षों में यहां से कोई यादव प्रत्याशी नहीं उतारा है.

संजय प्रसाद को आरजेडी यहां टिकट देती रही है और वे चुनाव जीतने में सफल भी होते रहे हैं. साल 2015 में विधान परिषद चुनाव के दौरान आरजेडी-जेडीयू गठबंधन ने संजय प्रसाद को टिकट दिया था, तो वहीं बीजेपी ने मुकेश यादव को अपना उम्मीदवार बनाया था. मुकेश यादव ने संजय प्रसाद को कड़ी टक्कर दी थी, लेकिन आरजेडी गठबंधन होने के कारण संजय प्रसाद को यादव वोटरों का समर्थन प्राप्त हुआ था.

जमुई-मुंगेर-लखीसराय-शेखपुरा सीट पर लगातार राजद का कब्जा रहा है. यहां सबसे पहले साल 2003 में राजद से रविंद्र यादव चुनाव लड़े और जीत हासिल की. साल 2009 में राजद ने संजय प्रसाद को उम्मीदवार बनाया और वे चुनाव जीतने में सफल रहे. साल 2015 में जेडीयू एनडीए से अलग होकर चुनाव लड़ रही थी, ऐसे में राजद-जेडीयू-कांग्रेस महागठबंधन ने एक बार फिर संजय प्रसाद को टिकट दिया और वे लगातार दूसरी बार चुनाव जीतने में सफल रहे.

इस बार संजय प्रसाद जेडीयू कोटे से चुनावी मैदान में हैं. अगर वह चुनाव जीतने में सफल होते हैं, तो यह उनकी हैट्रिक जीत होगी. लेकिन, इस सीट पर राजद का विजय रथ थम जायेगा. वहीं, अगर राजद कोटे से अजय सिंह चुनाव जीतने में कामयाब होते हैं, तो संजय अपनी हैट्रिक पूरी नहीं कर पायेंगे. ऐसे में इस सीट का समीकरण मजेदार हो गया है. इस सीट पर एक बात तय हो गयी है कि या तो यहां राजद का रिकॉर्ड टूटेगा या संजय प्रसाद की हैट्रिक की उम्मीद.

जमुई-लखीसराय-शेखपुरा-मुंगेर सीट के लिए बिहार की राजनीति में भूमिहार का बड़ा चेहरा माने जानेवाले दो नेता राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और अनंत सिंह आमने-सामने हैं. भूमिहार वोटर साधने को लेकर दोनों की प्रतिष्ठा दांव पर है. गौरतलब है कि राजद के टिकट से चुनाव जीतकर विधान परिषद का सफर तय करनेवाले संजय प्रसाद ने बीते विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय जनता दल को बड़ा झटका देते हुए पांच विधान पार्षद को राजद से तोड़ कर जेडीयू की सदस्यता दिलवायी थी. पूरे प्रकरण में जेडीयू के ललन सिंह की बड़ी भूमिका थी.

संजय प्रसाद भी ललन सिंह के काफी करीबी माने जाते हैं. इस चुनाव में भी संजय प्रसाद के लिए ललन सिंह वोट मांगते नजर आये थे. एक ओर जहां ललन सिंह जेडीयू प्रत्याशी के समर्थन में अपनी ताकत लगा रहे हैं, तो राजद प्रत्याशी अजय कुमार सिंह के समर्थन में अनंत सिंह के शामिल होने की बातें भी खूब चर्चा में है.

दिलचस्प है कि इस सीट से 13 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. वहीं, 13 में से 8 प्रत्याशी एक ही नाम के हैं. दरअसल इस सीट के लिए मुख्यतः अजय कुमार सिंह राष्ट्रीय जनता दल से और संजय प्रसाद जेडीयू के टिकट से अपनी किस्मत आजमा रहे है. लेकिन, इसे महज एक संयोग कहें या कुछ और, इस सीट से दोनों नाम के चार-चार प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. सात अप्रैल को वोटों की गिनती की जायेगी. इसके बाद साफ हो पायेगा कि इस चुनाव में उम्मीद टूटती है या रिकॉर्ड.

जमुई से गुलशन कश्यप

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