21.1 C
Ranchi
Saturday, February 8, 2025 | 11:33 am
21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

West Bengal : जीवित निकली मृत घोषित प्रसूता, बच्चे के रोने से महिला का दिल फिर से धड़कने लगा..

Advertisement

सीपीआर एक तरह की प्राथमिक चिकित्सा यानी फर्स्ट एड है. जब किसी पीड़ित को सांस लेने में दिक्कत हो या फिर वह सांस न ले पा रहा हो और बेहोश हो तो सीपीआर से उसकी जान बचायी जा सकती है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

पश्चिम बंगाल में चिकित्सकों द्वारा मृत घोषित की गयी एक प्रसूता जीवित पायी गयी. खुद डॉक्टर इसे चमत्कार बता रहे हैं. घटना पार्क सर्कस स्थित कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल की है. इस अस्पताल में शिशु के जन्म से पहले एक प्रसूता को मृत घोषित कर दिया गया था. इसके कुछ देर बाद ही महिला जीवित पायी गयी. प्राप्त जानकारी के अनुसार हुगली जिले के सिंगुर निवासी फिरदोशी बेगम आइवीएफ तकनीक के जरिए बड़ी मुश्किल से गर्भ धारण की थी. लेकिन बच्चे के जन्म से ठीक पहले 27 सितंबर को फिरदोशी को सांस लेने में तलफील होने लगी. स्थानीय चिकित्सक के सुझाव पर परिजन प्रसूता को लेकर नेशनल मेडिकल कॉलेज पहुंचे.

- Advertisement -

हार्ट अटैक की वजह से महिला की मौत

सुबह नौ बजे महिला को उक्त अस्पताल में भर्ती कराया गया. अस्पताल में भर्ती कराये जाने के डेढ़ घंटे पहले दिल का दौरा पड़ा. इसके तुरंत बाद चिकित्सकों ने जांच में पाया कि हार्ट अटैक की वजह से महिला की मौत हो गयी है. चिकित्सकों ने प्रसूता को मृत घोषित कर दिया. इसकी सूचना मृतका के परिजनों को भी दी गयी.

Also Read: बंगाल के कानून मंत्री मलय घटक को कलकत्ता हाईकोर्ट ने तलब किया, भागे-दौड़े पहुंचे ममता बनर्जी कैबिनेट के मंत्री
प्रसूता के गर्भ में पल रहे शिशु को बचाने की पूरी कोशिश

लेकिन प्रसूता के गर्भ में पल रहे शिशु को बचाने की पूरी कोशिश की जा रही थी. इस बीच एनेस्थीसिया विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ सोमनाथ दे और ऑपरेशन थिएटर के प्रभारी डॉ कल्याणब्रत मंडल की देख-रेख में सीनियर रेसीडेंट्स और जूनियर डॉक्टरों ने प्रसूता को कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) देना शुरू किया. सीपीआर एक तरह की प्राथमिक चिकित्सा यानी फर्स्ट एड है. जब किसी पीड़ित को सांस लेने में दिक्कत हो या फिर वह सांस न ले पा रहा हो और बेहोश हो तो सीपीआर से उसकी जान बचायी जा सकती है. हार्ट अटैक यानी दिल का दौरा पड़ने पर तो सबसे पहले और समय पर सीपीआर दे दिया जाये तो पीड़ित की जान बचने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है. इस बीच बच्चे का जन्म भी हो गया.

Also Read: Teacher Scam : ईडी ने फिर अभिषेक बनर्जी व पत्नी रुजिरा बनर्जी को किया तलब, 9 अक्टूबर को पेश होने का निर्देश
बच्चे के रोने से महिला का दिल फिर से धड़कने लगा

जन्म के बाद बच्चा रोने लगा. बच्चे के रोने से महिला का दिल फिर से धड़कने लगा. यह देखकर डॉक्टर हैरान रह गये. लेकिन महिला की धड़कन दोबारा कैसे लौट आयी ? इस विषय में अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि, “जब प्रसूता को भर्ती कराया गया था, तो ऑक्सीजन का स्तर लगभग आठ प्रतिशत था. महिला की ईसीजी रिकॉर्ड नहीं मिला रह था. दिल की धड़कन भी बंद हो गयी थी. ऐसे में चिकित्सकों ने प्रसूता को सीपीआर देना शुरू किया. साथ ही उसके बच्चे को बचाने की कोशिश की जा रही थी. ऐसा कर चिकित्सकों ने मां और बच्चा दोनों को बचा लिया. चिकित्सकों का कहना है कि दोबारा जीवित हो जाने को मेडिकल भाषा में ””दुर्लभ स्थिति”” कहा जाता है. लेकिन ऐसा पहले भी हो चुका है. पर बेहद कम मामले में इस तरह की घटना देखने को मिलती है.

Also Read: सिक्किम में बादल फटा, बंगाल में उफनाई तीस्ता नदी, बाढ़ के बने हालात सीएम ममता बनर्जी ने रद्द की छुट्टियां

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें