19.1 C
Ranchi
Friday, February 14, 2025 | 10:17 pm
19.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर के दृष्टिकोण में था ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान का सार, विश्व भारती में बोले नरेंद्र मोदी

Advertisement

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ (Atmanirbhar Bharat) अभियान को गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर (Rabindra Nath Tagore) के दृष्टिकोण का सार बताया है. कहा कि यह विश्व कल्याण के लिए भारत के कल्याण और उसे सशक्त करने के साथ विश्व में समृद्धि लाने का भी मार्ग है. वह पश्चिम बंगाल (West Bengal) के शांति निकेतन (Shanti Niketan) स्थित विश्व भारती विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह (Vishva Bharati University Centenary Celebrations) को गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित कर रहे थे.

Audio Book

ऑडियो सुनें

शांतिनिकेतन : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान को गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर के दृष्टिकोण का सार बताया है. कहा कि यह विश्व कल्याण के लिए भारत के कल्याण और उसे सशक्त करने के साथ विश्व में समृद्धि लाने का भी मार्ग है. वह पश्चिम बंगाल के शांति निकेतन स्थित विश्व भारती विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह को गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित कर रहे थे.

प्रधानमंत्री ने कहा कि इसी विश्वविद्यालय से निकले संदेश आज पूरे विश्व तक पहुंच रहे हैं और भारत आज ‘अंतरराष्ट्रीय सौर अलायंस’ के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण में विश्व का नेतृत्व कर रहा है. उन्होंने कहा कि भारत आज इकलौता बड़ा देश है, जो पेरिस समझौते के पर्यावरण के लक्ष्यों को प्राप्त करने के ‘सही मार्ग’ पर है.

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ और केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी इस समारोह के दौरान उपस्थित थे. प्रधानमंत्री ने कहा कि वेद से विवेकानंद तक भारत के चिंतन की धारा गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर के ‘राष्ट्रवाद’ के चिंतन में मुखर थी.

Also Read: दार्जीलिंग के पर्यटकों को क्रिसमस एवं न्यू इयर गिफ्ट, कल से बहाल होगी ट्वाय ट्रेन सेवा

उन्होंने कहा, ‘उनका दृष्टिकोण था कि जो भारत में सर्वश्रेष्ठ है, उससे विश्व को लाभ हो और जो दुनिया में अच्छा है, भारत उससे भी सीखे. आपके विश्वविद्यालय का नाम ही देखिए, विश्व-भारती. मां भारती और विश्व के साथ समन्वय.’

उन्होंने कहा, ‘विश्व भारती के लिए गुरुदेव का विजन आत्मनिर्भर भारत का भी सार है. आत्मनिर्भर भारत अभियान भी विश्व कल्याण के लिए भारत के कल्याण का मार्ग है. ये अभियान, भारत को सशक्त करने का अभियान है, भारत की समृद्धि से विश्व में समृद्धि लाने का अभियान है.’

Also Read: पुरुलिया के रास्ते हावड़ा से रांची के लिए नयी स्पेशल ट्रेन, 29 दिसंबर को हटिया से जाने वाली ये ट्रेन रहेगी रद्द

उन्होंने कहा कि गुरुदेव ने स्वदेशी समाज का संकल्प दिया था और वह गांवों तथा कृषि को आत्मनिर्भर देखना चाहते थे. उन्होंने कहा, ‘वह वाणिज्य, व्यापार, कला, साहित्य को आत्मनिर्भर देखना चाहते थे.’ उन्होंने आजादी के आंदोलन और उसके बाद विश्व बंधुत्व को बढ़ावा देने में विश्व भारती विश्वविद्यालय की सराहना की और साथ ही छात्रों से ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान से जुड़ने का आह्वान किया.

विश्वविद्यालय परिसर में प्रतिवर्ष लगने वाले पौष मेले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘जब हम आत्मसम्मान, आत्मनिर्भरता की बात कर रहे हैं, तो विश्व भारती में छात्र-छात्राएं पौष मेले में आने वाले कलाकारों की कलाकृतियां ऑनलाइन बेचने की व्यवस्था करें. इससे उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी.’

मोदी ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों की सराहना की

उन्होंने कला, संस्कृति, साहित्य, विज्ञान और नवाचार में इस विश्वविद्यालय की उपलब्धियों की भी जमकर सराहना की. भारत की आजादी के आंदोलन को याद करते हुए उन्होंने कहा कि भक्ति आंदोलन ने भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक एकता को मजबूत करने का काम किया था.

Also Read: West Bengal Election 2021: बंगाल में दल बदल की संस्कृति, ममता बनर्जी ने 40 से अधिक विधायकों को तृणमूल में शामिल करवाया

उन्होंने कहा, ‘भक्ति आंदोलन के साथ-साथ देश में कर्म आंदोलन भी चला. भारत के लोग गुलामी और साम्राज्यवाद से लड़ रहे थे. चाहे वो छत्रपति शिवाजी हों, महाराणा प्रताप हों, रानी लक्ष्मीबाई हों, कित्तूर की रानी चेनम्मा हों, भगवान बिरसा मुंडा का सशस्त्र संग्राम हो.’

पश्चिम बंगाल के स्वतंत्रता सेनानियों को किया याद

उन्होंने कहा कि भारत की आत्मा, भारत की आत्मनिर्भरता और भारत का आत्मसम्मान एक दूसरे से जुड़े हुए हैं और भारत के आत्मसम्मान की रक्षा के लिए तो बंगाल की पीढ़ियों ने खुद को खपा दिया था. इस कड़ी में उन्होंने खुदीराम बोस से लेकर बंगाल के अन्य स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया.

Also Read: School ReOpen: जून में होगी बंगाल में माध्यमिक और उच्च माध्यमिक की परीक्षाएं, जानें, कब खुलेंगे स्कूल

प्रधानमंत्री मोदी ने विश्व भारती की 100 वर्ष की यात्रा को ‘बहुत विशेष’ बताया और कहा कि यह विश्वविद्यालय मां भारती के लिए गुरुदेव के चिंतन, दर्शन और परिश्रम का एक साकार अवतार है. उन्होंने विश्वविद्यालय को भारत के लिए देखे गये टैगोर के सपने को मूर्त रूप देने और देश को निरंतर ऊर्जा देने वाला आराध्य स्थल बताया.

देश का सबसे पुराना विश्वविद्यालय विश्व भारती

रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा वर्ष 1921 में स्थापित विश्व भारती, देश का सबसे पुराना विश्वविद्यालय है. नोबेल पुरस्कार विजेता टैगोर पश्चिम बंगाल की प्रमुख हस्तियों में गिने जाते हैं. पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. वर्ष 1951 में विश्व भारती को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिया गया था और उसे राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों में शुमार किया गया था. प्रधानमंत्री इस विश्वविद्यालय के कुलाधिपति होते हैं.

Posted By : Mithilesh Jha

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें