17.3 C
Ranchi
Saturday, February 8, 2025 | 08:31 pm
17.3 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Ahoi Ashtami 2021: आज है अहोई अष्टमी,जानिये शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व

Advertisement

Ahoi Ashtami 2021 Date,Puja Vidhi,Shubh Muhurat,Puja Timings: कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को संतान के सुखी और समृद्धि जीवन के लिए अहोई अष्टमी को व्रत रखा जाता है. 28 अक्तूबर को शाम 5:39 से शाम 6:56 बजे तक अहोई अष्टमी की पूजा का शुभ मुहूर्त है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Ahoi Ashtami 2021 Date, Puja Vidhi, Timings, Muhurat: इस बार अहोई अष्टमी 28 अक्टूबर, बृहस्पतिवार (Ahoi Ashtami Vrat, 28 October) के दिन पड़ रही है. इस दिन महिलाएं करवा चौथ की तरह सूर्योदय के बाद से ही निर्जला व्रत रखती हैं. और रात को तारे देखने के बाद ही व्रत का पारण किया जाता है. अहोई अष्टमी का व्रत माताएं अपने बच्चों की लंबी उम्र और खुशहाली के लिए रखती हैं. जानिये क्या है इसका महत्व.

- Advertisement -

Also Read: Ahoi Ashtami 2021 LIVE Updates: अहोई अष्टमी पर जानें पूजा मुहूर्त, महत्व एवं तारों को देखने का समय

अहोई अष्टमी पर बन रहा है गुरु-पुष्य योग (Ahoi Ashtami Guru Pushya Yog)

ज्योतिषियों के अनुसार अहोई अष्टमी व्रत (Ahoi Ashtami Vrat) के दिन गुरू पुष्य योग (Guru Pushya Yog) की उपस्थिति होने के कारण अहोई अष्टमी व्रत का महत्व कई गुना बढ़ जाता है. इस बार अहोई अष्टमी पर यही योग बना रहा है, तो माताएं अपनी संतान की लंबी आयु के लिए ये व्रत अवश्य रखें. शाम के समय ही तारों को देखने के बाद माताएं उनकी पूजा करती हैं और अर्घ्य देने के बाद ही व्रत का पारण करती हैं.

अहोई पर पूजा का समय

दिन में अहोई अष्टमी कथा सुनने और पूजन के लिए दोपहर 12:30 से 2 बजे के बीच स्थिर लग्न और शुभ चौघड़िया मुहूर्त का समय श्रेष्ठ होगा. संध्याकाल में अहोई माता के पूजन के लिए शाम 6:30 से 8:30 के बीच स्थिर लग्न का शुभ मुहूर्त होगा.

अहोई अष्टमी व्रत का महत्व (Ahoi Ashtami Importance)

यह व्रत माताएं अपने बच्चों की लंबी उम्र और खुशहाली के लिए रखती हैं। इस व्रत को बहुत श्रद्धा और विश्वास के साथ किया जाता है. इस दिन भगवान गणेश और कार्तिकेय जी की माता पार्वती की उपासना की जाती है. कहते हैं कि जो माताएं इस दिन व्रत रखती है, उनकी संतानों की दीर्घायु होती है, साथ ही उन्हें अपने जीवन में यश, कीर्ति, वैभव, सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है. बताया जाता है कि जिनकी माताएं इस दिन व्रत रखती हैं, उनके बच्चों की रक्षा स्वयं माता पार्वती करती हैं.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें