21.1 C
Ranchi
Monday, February 10, 2025 | 09:19 pm
21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

बंगाल में 2.29 लाख करोड़ रुपये का हेर-फेर! कलकत्ता हाईकोर्ट ने कहा- CAG व वित्त सचिव को पक्षकार बनायें

Advertisement

याचिकाकर्ताओं ने नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट को आधार बनाकर जनहित याचिका दायर की है. इसमें कहा गया है कि सीएजी की रिपोर्ट के अनुसार बंगाल सरकार को आवंटित 2.29 लाख करोड़ रुपये का हिसाब नहीं मिल रहा है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

पश्चिम बंगाल सरकार पर केंद्र सरकार द्वारा आवंटित 2.29 लाख करोड़ रुपये के हेर-फेर का आरोप लगाते हुए कलकत्ता हाइकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गयी है, जिस पर मंगलवार को कलकत्ता हाइकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव व न्यायाधीश राजर्षि भारद्वाज की खंडपीठ पर सुनवाई हुई. मुख्य न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव के नेतृत्व वाली खंडपीठ ने इस मामले में राज्य के वित्त सचिव व सीएजी को पक्षकार बनाने का निर्देश दिया.

- Advertisement -

30 जनवरी को होगी पीआईएल पर सुनवाई

याचिकाकर्ताओं ने नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट को आधार बनाकर जनहित याचिका दायर की है. इसमें कहा गया है कि सीएजी की रिपोर्ट के अनुसार बंगाल सरकार को आवंटित 2.29 लाख करोड़ रुपये का हिसाब नहीं मिल रहा है. चीफ जस्टिस ने कहा कि चूंकि यह मामला सीएजी की रिपोर्ट पर आधारित है, इसलिए उनका पक्ष भी सुनना जरूरी है. मामले की अगली सुनवाई 30 जनवरी को होगी.

जानें क्या है पूरा मामला

31 मार्च 2021 को कैग की रिपोर्ट के अनुसार, केंद्र सरकार की ओर से बंगाल में विभिन्न परियोजनाओं को भेजे गये करोड़ों रुपये का हिसाब नहीं मिल रहा है. पिछले कुछ वर्षों में केंद्र की ओर से राज्य को विभिन्न परियोजनाओं के लिए दिये गये रुपये में से 2,29,099 करोड़ रुपये का हिसाब नहीं मिल रहा है.

Also Read: पश्चिम बंगाल के बर्दवान में परिवहन विभाग के वाहन पर फायरिंग, जान बचाकर भागे अधिकारी, एक आरोपी अरेस्ट
इन तीन विभागों में हुई है सबसे ज्यादा गड़बड़ी

याचिका में कहा गया है कि फंड का दुरुपयोग मुख्य रूप से राज्य सरकार के तीन विभागों पंचायत मामलों और ग्रामीण विकास विभाग, नगरपालिका मामलों और शहरी विकास विभाग और शिक्षा विभाग में हुआ है. याचिका के अनुसार, पंचायत मामलों और ग्रामीण विकास विभाग के मामले में लगभग 82,000 करोड़ रुपये, शिक्षा विभाग में लगभग 36,000 करोड़ रुपये और शहरी विकास व नगरपालिका मामलों के विभाग में लगभग 30,000 करोड़ रुपये का दुरुपयोग हुआ है.

सीबीआई जांच की मांग

याचिकाकर्ताओं ने कहा है कि राज्य सरकार के अन्य विभागों में भी केंद्रीय निधि के दुरुपयोग की रिपोर्ट है, लेकिन इन तीन विभागों में सबसे ज्यादा गड़बड़ी के संकेत मिले हैं. इस वित्तीय अनियमितता की सीबीआई जांच की मांग की गयी है. याचिका करने वालों ने हाईकोर्ट से अपील करते हुए कहा- कहा जाता है कि लोगों की भलाई के लिए भेजा गया पैसा लूट लिया गया है. इसलिए इसकी तुरंत जांच होनी चाहिए.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें