17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Malware Alert: तीन साल में छह गुना बढ़ा डेटा चोरी करनेवाले मैलवेयर का खतरा

Advertisement

Malware Alert: साइबर सुरक्षा कंपनी कैस्पर्स्की ने जानकारी दी है कि पिछले तीन साल में आंकड़े चोरी करने वाले मैलवेयर से प्रभावित उपकरणों की संख्या छह गुना से अधिक बढ़ गई है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Malware Alert: पिछले तीन वर्षों में आंकड़े चोरी करने वाले मैलवेयर से प्रभावित उपकरणों की संख्या छह गुना से अधिक बढ़ गई है. साइबर सुरक्षा कंपनी कैस्पर्स्की ने यह जानकारी दी. कैस्पर्स्की के आंकड़ों के मुताबिक आंकड़ा चोरी करने वाले मैलवेयर से प्रभावित व्यक्तिगत और कॉरपोरेट उपकरणों की संख्या 2023 में बढ़कर एक करोड़ हो गई. यह पिछले तीन वर्षों में 643 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है.

- Advertisement -

उपभोक्ताओं और व्यवसायों को आंकड़े चोरी करने वालों से पैदा होने वाले खतरों का उल्लेख करते हुए कैस्पर्स्की ने कहा कि 2023 में ऐसे हमलों की संख्या लगभग 1.6 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है. पिछले तीन वर्षों में आंकड़े चोरी करने वाले मैलवेयर से प्रभावित उपकरणों की संख्या छह गुना से अधिक बढ़ गई है. साइबर सुरक्षा कंपनी कैस्पर्स्की ने यह जानकारी दी है.

Cyber Crime के मामले में भारत दुनियाभर में 10वें नंबर पर, जानिए टॉप पर कौन

कैस्पर्स्की के आंकड़ों के मुताबिक, आंकड़ा चोरी करने वाले मैलवेयर से प्रभावित व्यक्तिगत और कॉरपोरेट उपकरणों की संख्या 2023 में बढ़कर एक करोड़ हो गई. यह पिछले तीन वर्षों में 643 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है. उपभोक्ताओं और व्यवसायों को आंकड़े चोरी करने वालों से पैदा होने वाले खतरों का उल्लेख करते हुए कैस्पर्स्की ने कहा कि 2023 में ऐसे हमलों की संख्या लगभग 1.6 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है.

कैस्पर्स्की की रिपोर्ट में कहा गया है कि साइबर अपराधी प्रत्येक प्रभावित उपकरण से औसतन 50.9 लॉग-इन क्रेडेंशियल चुराते हैं. इनमें सोशल मीडिया, ऑनलाइन बैंकिंग सेवाओं, क्रिप्टो वॉलेट और ईमेल सहित विभिन्न ऑनलाइन सेवाओं के लिए लॉग-इन की जानकारी शामिल हो सकती हैं.

Android, Chrome और Firefox यूजर्स के लिए सरकार ने जारी किया हाई रिस्क ALERT , जानें बचने के उपाय

कैस्पर्स्की डिजिटल फुटप्रिंट इंटेलिजेंस के साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ सर्गेई शचरबेल ने कहा कि इन सूचनाओं की कीमत आम तौर पर प्रति लॉग फाइल 10 अमेरिकी डॉलर से शुरू होती हैं. आंकड़ों के अनुसार, पिछले पांच वर्षों में दुनिया भर में 4.43 लाख वेबसाइटों पर सफल साइबर हमले हुए. इनमें डॉट कॉम डोमेन खातों की संख्या सबसे अधिक है.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें