हॉकरों के पुनर्वास की मांग पर एसडीओ को वामपंथी संगठनों ने दिया ज्ञापन
वैन रिक्शा में रेत की आपूर्ति करने वालों के खिलाफ पुलिस की बर्बरता को रोकना होगा और पुलिस, फेरीवालों से जब्त किये गये वैन को तत्काल और बिना शर्त वापसी सुनिश्चित करे.
बांकुड़ा . किसी भी हॉकर के पुनर्वास के बगैर उसे न हटाये जाने की मांग को लेकर वामपंथी श्रमिक संगठन ने बांकुड़ा सदर एसडीओ को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में कहा गया है कि केंद्रीय कानून के अनुसार एक महीने की अग्रिम सूचना जारी किये बिना और पुनर्वास की व्यवस्था के बगैर किसी भी फेरीवाले को नहीं हटाया जाये, केंद्रीय फेरीवाला अधिनियम, 2014 को लागू किया जाना चाहिए. सभी फेरीवालों को लाइसेंस और फोटो पहचान पत्र दिया जाना चाहिए, वेंडिंग कमेटी का तुरंत गठन किया जाना चाहिए. इस समिति में सभी केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के प्रतिनिधियों को शामिल करना चाहिए. बारिश के दौरान फेरीवालों के लिए अस्थायी आश्रय बनाना चाहिए. वैन रिक्शा में रेत की आपूर्ति करने वालों के खिलाफ पुलिस की बर्बरता को रोकना होगा और पुलिस, फेरीवालों से जब्त किये गये वैन को तत्काल और बिना शर्त वापसी सुनिश्चित करे. मौके पर सीटू नेता अशोक बनर्जी, एटक नेता भास्कर सिन्हा , यूटीयूसी नेता अनादि महतो, विश्वजीत सिन्हा, शांति सरकार समेत फेरीवालों के प्रतिनिधि अजय बनर्जी और निमाई दत्त ने बांकुरा के सदर एसडीओ को ज्ञापन देने के अभियान का नेतृत्व किया. इस कार्यक्रम में उपस्थित नेताओं में किंकर पोशाक, प्रतीप मुखर्जी, तपन दास (सीटू), सरवानी सिन्हा, मदन महतो आदि नेताओं ने भी हिस्सा लिया. प्रतीप मुखर्जी के अनुसार इससे पहले 1982 और 1994-95 में राज्य में वाममोर्चा सरकार के शासन के दौरान, सड़क व्यापारियों और फेरीवालों को बांकुड़ा की सड़कों के किनारे से बेदखल कर दिया गया था, लेकिन उन सभी को नगरपालिका और जिला प्रशासन द्वारा पुनर्वास दिया गया था.
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