Sandeshkhali : पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में राजनीति फिर गरमा सकती है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में भाग लेने सोमवार को पहुंच रहीं हैं लोकसभा चुनाव से पहले यौन उत्पीड़न विवाद सामने आने के बाद यह मुख्यमंत्री का पहला दौरा है. इस क्षेत्र में इस साल की शुरुआत में स्थानीय टीएमसी नेताओं द्वारा कथित भूमि हड़पने और महिलाओं के यौन उत्पीड़न को लेकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन देखने को मिले थे.

इस बीच, विपक्ष के नेता और बीजेपी लीडर सुवेंदु अधिकारी मुख्यमंत्री के दौरे के अगले दिन क्षेत्र में ‘जन संजोग यात्रा’ आयोजित करने का प्लान बना रहे हैं. इससे सूबे की राजनीति में संदेशखाली की गूंज फिर सुनाई देने लगी है.

संदेशखाली दौरे को लेकर क्या बोलीं सीएम ममता बनर्जी ?

सीएम ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा, ”30 दिसंबर को संदेशखाली में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के एक कार्यक्रम में मैं भाग लेने जा रही हूं. चुनाव से पहले लोगों ने मुझसे पूछा था कि मैं संदेशखाली आऊंगी या नहीं? इसके जवाब में मैंने कहा था कि मैं बाद में जाऊंगी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ यह एक सरकारी कार्यक्रम है. हमने ‘लक्ष्मी भंडार’, ‘बांग्लार बाड़ी’ और अन्य योजनाओं के तहत कई लंबित कार्यक्रमों को पूरा किया. क्षेत्र के लगभग 20,000 लाभार्थियों को सरकारी योजनाओं से लाभ मिलेगा.”

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संदेशखाली सुर्खियों में कैसे आया?

पश्चिम बंगाल राजधानी कोलकाता से लगभग 100 किलोमीटर दूर सुंदरबन की सीमा पर संदेशखली स्थित है. यह इलाका फरवरी से ही अशांत नजर आ रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि मामले में टीएमसी नेता शाहजहां शेख गिरफ्तार किए गए हैं. शेख के समर्थकों से जुड़े यौन शोषण और भूमि हड़पने के आरोपों को लेकर विरोध प्रदर्शन लगातार हो रहे हैं. हालांकि, पार्टी से शेख के निलंबन, पुलिस द्वारा उनकी गिरफ्तारी और अंततः सीबीआई द्वारा उनके खिलाफ आरोप पत्र दाखिल करने का चुनाव पर कोई असर देखने को नहीं मिला. टीएमसी ने बशीरहाट सीट पर भारी मतों से जीत दर्ज की. इसका एक हिस्सा संदेशखली भी है, जबकि बीजेपी ने रेखा पात्रा को टिकट दिया था, जो कथित तौर पर मामले की पीड़िता हैं. शेख को 29 फरवरी को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था.