19.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Kolkata Police Commissioner : कोलकाता पुलिस के नये सीपी बने मनोज वर्मा, जानें विनीत गोयल को मिला कौन सा पद

Advertisement

Kolkata Police Commissioner : जूनियर डॉक्टरों के आंदोलन के कारण मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहले ही कोलकाता पुलिस कमिश्नर को हटाने के फैसले की घोषणा कर दी थी.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Kolkata Police Commissioner : पश्चिम बंगाल में जूनियर डॉक्टरों के आंदोलन के कारण मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहले ही कोलकाता पुलिस कमिश्नर को हटाने के फैसले की घोषणा कर दी थी. नबान्न की ओर से घोषण की गई है कि विनीत की जगह मनोज वर्मा को कोलकाता का नया पुलिस कमिश्नर बनाया जा रहा है. मनोज वर्मा 1998 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं.मनोज राज्य पुलिस के एडीजी (कानून व्यवस्था) के पद पर तैनात थे. इससे पहले, मनोज के पास कोलकाता पुलिस के अतिरिक्त आयुक्त का कार्यभार था. विनीत गोयल को एडीजी और पुलिस महानिरीक्षक (एसटीएफ) के पद पर तैनात किया गया है. 

- Advertisement -

ममता बनर्जी के बेहद करीबी मानें जाते है मनोज वर्मा

मनोज वर्मा का जन्म 1968 में हुआ था. इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले मनोज 2019 तक दार्जिलिंग के आईजी थे. उसके बाद बैरकपुर औद्योगिक क्षेत्र का प्रभार संभाला. उन्हें भाटपाड़ा और कांकीनाड़ा में दंगों के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उन पर कई जिम्मेदारियां सौंपी थी. एक समय में मनोज पश्चिमी मेदिनीपुर के पुलिस अधीक्षक थे.

डीआइजी पद पर पदोन्नत होने के बाद मनोज बने सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट

राज्य में जब वाममोर्चा की सरकार थी. उस दौरान पूरे जंगलमहल में माओवादी गतिविधि चरम पर थी. मनोज ने उस गतिविधि को रोकने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए. डीआइजी पद पर पदोन्नत होने के बाद मनोज सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट चले गये. उसके बाद दार्जिलिंग के आईजी बने. मनोज ने पहाड़ में गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के आंदोलन को कुशलता से संभाला.

Also read : Kolkata Doctor Murder: ममता बनर्जी के आवास पर चली लंबी बैठक, जूनियर डॉक्टरों ने रखी पांच सूत्री मांग

कई बार आपातकालीन स्थितियों में ‘एक्शन में’ दिखे मनोज वर्मा

बैरकपुर के सीपी के रूप में मनोज ने स्थिति को बहुत कुशलता से नियंत्रित किया. बैरकपुर में रहने के दौरान उन्हें कई बार आपातकालीन स्थितियों में ‘एक्शन में’ देखा गया. एक बार भाटपाड़ा में उपद्रव के दौरान वह बिना हेलमेट पहने कार से उतर गये थे. मनोज ने ईंटों को हाथों से रोकने की कोशिश की थी. उस समय फोर्स और अपनी सुरक्षा के बारे में सोचे बिना कार्रवाई करने के लिए उनकी भूमिका की भी आलोचना की गई थी. लेकिन मनोज ने कभी भी उस सब को ज्यादा महत्व नहीं दिया.

Also read : Kolkata Doctor Murder : ममता बनर्जी से नहीं बनी बात, जूनियर डाॅक्टरों ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से लगाई गुहार

कई बार हुए सम्मानित

2017 में मनोज वर्मा को राज्य सरकार का पुलिस मेडल मिला. बाद में 2019 में मुख्यमंत्री ने पुलिस पदक से सम्मानित किया था. मनोज को सम्मानित किया गया क्योंकि वह भाटपाड़ा में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने में सक्षम थे.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें