14.1 C
Ranchi
Monday, February 24, 2025 | 07:27 am
14.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

जूनियर डॉक्टरों ने सुप्रीम कोर्ट में पैरवी के लिए बदला अपना वकील

Advertisement

आरजी कर मामले की अगली सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को होगी. कोर्ट में सुनवाई होने से पहले ही जूनियर डॉक्टरों की ओर से बड़ा निर्णय लिया गया है. सुनवाई से पहले जूनियर डॉक्टरों ने अपने वकील को बदल दिया है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

अब इंदिरा जय सिंह सुप्रीम कोर्ट में जूनियर डॉक्टरों की करेंगी पैरवी

संवाददाता, कोलकाता

आरजी कर मामले की अगली सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को होगी. कोर्ट में सुनवाई होने से पहले ही जूनियर डॉक्टरों की ओर से बड़ा निर्णय लिया गया है. सुनवाई से पहले जूनियर डॉक्टरों ने अपने वकील को बदल दिया है. अब गीता लूथरा की जगह नयी वकील इंदिरा जय सिंह सुप्रीम कोर्ट में जूनियर डॉक्टरों की पैरवी करेंगी.

सूत्रों के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट में गीता लूथर के कामकाज से आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टर संतुष्ट नहीं थे. उनका मानना है कि मुख्य न्यायाधीश की खंडपीठ में आंदोलनकारियों की बात सही ढंग से नहीं रखी जा रही है. बता दें कि गत सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में आरजी कर मामले की सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश डीवाइ चंद्रचूड़ की अध्यक्षतावाली खंडपीठ में राज्य सरकार की ओर से पैरवी कर रहे कपिल सिब्बल को कई सवालों का सामना करना पड़ा था. लेकिन कपिल सिब्बल ने जोर देते हुए कहा कि जूनियर डॉक्टरों की लगातार हड़ताल के कारण सरकारी अस्पतालों में इलाज के बिना मरीजों का बुरा हाल है. कपिल सिब्बल ने कोर्ट में दलील दी कि इस आंदोलन के कारण राज्य की स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा रही हैं. इलाज के अभाव में करीब 22 मरीज की मौत भी हुई है.

इसके बाद चीफ जस्टिस ने कहा : अगर डॉक्टर मंगलवार शाम पांच बजे तक काम पर लौट आते हैं, तो राज्य सरकार उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करेगी. लेकिन, जब राज्य के वकील ने इस मामले पर सवाल उठाया, तो न तो सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता और न ही जूनियर डॉक्टरों की वकील गीता लूथरा ने उस दिन की सुनवाई के दौरान पलटवाकिया.

जब इस बारे में सवाल किया गया, तो वकील विकास रंजन भट्टाचार्य ने कहा कि वह पीड़ित परिवार के वकील हैं. उन्हें यहां सवाल करने का कोई अधिकार नहीं है.

ऐसे में अगले मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई में राज्य की क्या स्थिति रहती है, इसे काफी अहम मान रहे हैं.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें