भाजपा नेता अमित मालवीय के आरोपों पर राज्य सरकार के शहरी विकास मंत्री ने किया पलटवार कोलकाता. कोलकाता मेट्रो का विस्तार जारी है. कोलकाता से उत्तर व दक्षिण 24 परगना के प्रमुख शहरी क्षेत्रों को भी जोड़ने की योजना है. लेकिन भाजपा आइटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय का आरोप है कि कोलकाता मेट्रो के विस्तार में राज्य सरकार सहयोग नहीं कर रही है. इस पर मेयर व राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने कड़ा एतराज जताया है. मेयर ने गुरुवार को निगम में संवाददाताओं से बातचीत में कहा : क्या अमित मालवीय सरकार का मुखपत्र हैं. मेट्रो रेलवे के अधिकारियों के साथ कोलकाता नगर निगम और कोलकाता मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (केएमडीए) की नियमित बैठक होती है. राज्य सरकार हर तरह से मेट्रो रेलवे को मदद कर रही है. वहीं, न्यू गरिया से बारुईपुर तक मेट्रो परियोजना का काम ठप होने के सवाल पर मेयर कहा कि यह राजनीतिक विषय है. न्यू गरिया व बारुईपुर यादवपुर लोकसभा क्षेत्र अधीन हैं. उक्त सीट तृणमूल ने जीती है. इसलिए उक्त परियोजना रोक दी गयी है. बदहाल पार्कों का किया जायेगा जीर्णोद्धार कोलकाता के वार्ड-29 स्थित एक पार्क की स्थिति काफी खराब है. यह डंपिंग ग्राउंड में बदल चुका है. इस बारे में मेयर ने कहा वार्ड के आसपास बस्ती इलाके हैं, जहां के लोग पार्क में कचरा फेंक देते हैं. पार्क की स्थिति सुधारी जायेगी. मेयर ने स्थानीय पार्षद को भी पार्क की देखरेख करने का निर्देश दिया. उन्होंने बताया कि कोलकाता में कुछ एक पार्कों को छोड़ कर अन्य पार्कों की स्थिति ठीक है. पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए बदहाल पार्कों का जीर्णोद्धार किया जायेगा. ”डोरिना क्राॅसिंग नहीं, सीजीओ कॉम्प्लेक्स का बदले नाम” कोलकाता. आरजी कर कांड के बाद डोरिना क्राॅसिंग चिकित्सक के लिए यादगार बन गया है, क्योंकि यही लगातार 17 दिनों तक न्याय की मांग पर जूनियर डॉक्टर भूख हड़ताल पर बैठे थे. इसी स्थान पर अब सीनियर डॉक्टरों के संगठन ज्वाइंट प्लेटफॉर्म ऑफ डॉक्टर्स की ओर से 20 दिसंबर से धरना दिया जा रहा है. ऐसे में उक्त संगठन और अभया मंच की ओर से कोलकाता नगर निगम और राज्य सरकार से डोरिना क्राॅसिंग का नाम बदल कर अभया क्राॅसिंग किये जाने की मांग की गयी. चिकित्सकों ने इस संबंध में कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम और राज्य के मुख्य सचिव मनोज पंत को बुधवार को पत्र लिख कर ईमेल भी कर दिया है. हालांकि, सरकार की ओर से इस संबंध में अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है. उधर, चिकित्सकों की इस मांग पर मेयर फिरहाद हकीम ने गुरुवार को निगम में बताया कि चिकित्सक हमसे मांग न करें. वे सीबीआइ से मांग करें, ताकि, सीजीओ कॉम्प्लेक्स का नाम बदल कर अभया किया जा सके. उन्होंने कहा कि सीजीओ कॉम्लेक्स का नाम बदलने की जरूरत है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है