एजेंसियां, राउरकेला
ओड़िशा के सुंदरगढ़ कस्बा में एक महिला से ‘दुर्व्यवहार’ करने के आरोप में गुरुवार को स्थानीय लोगों ने आठ बांग्लाभाषी प्रवासी श्रमिकों को अर्धनग्न कर और उनके हाथ बांधकर सड़क पर घुमाया गया. पुलिस ने यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि सुबह साढ़े आठ से नौ बजे के बीच मिशन रोड पर श्रमिकों की पिटाई की गयी और उन्हें अर्धनग्न अवस्था में घुमाया गया. पुलिस के मुताबिक पीड़ित पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के निवासी हैं और कस्बा में राजमिस्त्री का काम करते हैं. स्थानीय निवासियों की सूचना पर सुंदरगढ़ कस्बा थाने के पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और उन श्रमिकों को बचाकर थाने ले गये. राउरकेला के पुलिस महानिरीक्षक बृजेश राय ने फोन पर बताया, “हमने दो मुकदमे दर्ज किये हैं, जिसमें एक मामला 10 लोगों के खिलाफ और दूसरा मामला महिला की शिकायत पर दर्ज किया गया है.”
उन्होंने बताया कि पहला मामला आठ श्रमिकों को अर्धनग्न कर घुमाने और उनकी पिटाई करने के आरोप में दर्ज किया गया है. राय ने बताया कि पुलिस ने उन लोगों को गिरफ्तार करने के लिए अभियान शुरू कर दिया है, जिन्होंने कानून को अपने हाथ में लिया और श्रमिकों को अपमानित किया. उन्होंने बताया, “पुलिस दोनों मामलों की जांच कर रही है और अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.”
अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने श्रमिकों पर हमला करने वाले 10 लोगों की पहचान की है. पुलिस को दी शिकायत में महिला ने दावा किया कि बुधवार को जब वह नहाने के बाद घर लौट रही थीं, तब एक श्रमिक ने उससे दुर्व्यवहार करने का प्रयास किया.
जब घटना की खबर फैली तो स्थानीय लोगों ने उस घर पर हमला कर दिया, जहां श्रमिक रह रहे थे और उन्हें अर्धनग्न कर हाथ बांध दिये. पुलिस ने बताया कि इसके बाद उन्हें अर्धनग्न अवस्था में सरेआम घुमाया गया. अधिकारी के मुताबिक, पुलिस ने जब श्रमिकों को बचाने का प्रयास किया तो उन्हें स्थानीय लोगों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि घटना के दौरान एक पत्रकार को भी स्थानीय लोगों ने कथित तौर पर धमकी दी.
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