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इंदौर में फंसे हैं बंगाल के 4000 श्रमिक, विजयवर्गीय ने कहा- प्रवासी श्रमिकों की वापसी पर ममता है बेपरवाह

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रेल मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) के बाद भाजपा के महासचिव और प्रदेश भाजपा के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamta Banerjee) पर प्रवासी श्रमिकों (Migrant workers) की वापसी को लेकर उदासीन रवैया अपनाने का आरोप लगाया है. इस मामले में ममता सरकार प्रवासी श्रमिकों की वापसी को लेकर बेपरवाह है.

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कोलकाता : रेल मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) के बाद भाजपा के महासचिव और प्रदेश भाजपा के केंद्रीय प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamta Banerjee) पर प्रवासी श्रमिकों (Migrant workers) की वापसी को लेकर उदासीन रवैया अपनाने का आरोप लगाया है. इस मामले में ममता सरकार प्रवासी श्रमिकों की वापसी को लेकर बेपरवाह है. उन्हें देश के विभिन्न इलाकों में रहने वाले बंगाल के प्रवासी श्रमिकों की वापसी की कोई चिंता नहीं है. इंदौर में बंगाल के लगभग 4000 श्रमिक फंसे हुए हैं, लेकिन उनकी वापसी के लिए बंगाल सरकार ने कोई भी कदम नहीं उठाया है.

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कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि बंगाल सरकार अभी तक 30 दिनों में 105 ट्रेनों की अनुमति मांगी है. इससे राज्य सरकार का प्रवासी श्रमिकों के प्रति रवैया स्पष्ट हो जाता है. प्रवासी श्रमिकों के लिए ट्रेन की व्यवस्था नहीं करने के कारण बड़ी संख्या में श्रमिक पैदल ही घर वापसी के लिए मजबूर हो रहे हैं. इंदौर में फंसे लगभग 4000 श्रमिकों ने उनसे संपर्क किया. इन श्रमिकों को चरणबद्ध तरीकों से पश्चिम बंगाल भेजने की व्यवस्था कर रहे हैं. इनमें से ज्यादातर मुर्शिदाबाद और मालदा जिले के हैं और अल्पसंख्यक समुदाय के हैं. उन्होंने कहा कि बंगाल के प्रवासी श्रमिकों को लेकर शुक्रवार को दो बसें पश्चिम बंगाल के लिए रवाना होंगी.

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श्री विजयवर्गीय ने कहा कि ममता सरकार ना केवल कोरोना मामले को संभालने में विफल रही हैं, वरन राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति भी चरमरा गयी है. हुगली के टिकियापाड़ा में हिंसा और दंगे इसके प्रमाण हैं. पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है और हिंदुओं पर हमले हो रहे हैं. मुख्यमंत्री को दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन वह भाजपा नेताओं पर निशाना साध रही हैं .

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बंगाल के प्रवासी श्रमिकों के वीडियो भी जारी किये हैं. श्रमिकों का कहना है कि वह लगभग छह माह से इंदौर में फंसे हैं और अपने परिवार से दूर हैं, लेकिन पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ने उनलोगों की वापसी के लिए कोई भी कदम नहीं उठाया है. इन श्रमिकों ने मुझसे (कैलाश विजयवर्गीय) फरियाद की है. उनलोगों की वापसी की व्यवस्था की है. उन्हें खाने के साथ-साथ दवाइयां भी उपलब्ध करायी है. वे लोग बहुत ही खुश हैं कि शीघ्र ही वह अपने घर पहुंच जायेंगे. उन्होंने इसके लिए भारतीय जनता पार्टी का आभार जताया.

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