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दुर्गापुर लूटकांड में 10वें आरोपी राजू की गिरफ्तारी

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1.01 करोड़ रुपये के दुर्गापुर लूटकांड में 10वें आरोपी के रूप में सालानपुर थाना क्षेत्र के रूपनारायणपुर पुलिस फांड़ी अंतर्गत जोड़बाड़ी इलाके का निवासी राजू दत्ता गिरफ्तार हो गया. गुरुवार को पुलिस ने उसे अदालत में पेश किया. जांच अधिकारी ने आरोपी की सात दिनों की पुलिस रिमांड की अपील की.

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आसनसोल/दुर्गापुर.

1.01 करोड़ रुपये के दुर्गापुर लूटकांड में 10वें आरोपी के रूप में सालानपुर थाना क्षेत्र के रूपनारायणपुर पुलिस फांड़ी अंतर्गत जोड़बाड़ी इलाके का निवासी राजू दत्ता गिरफ्तार हो गया. गुरुवार को पुलिस ने उसे अदालत में पेश किया. जांच अधिकारी ने आरोपी की सात दिनों की पुलिस रिमांड की अपील की. अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद आरोपी की जमानत याचिका खारिज कर दी और उसे छह दिनों की पुलिस रिमांड पर भेज दिया. सूत्रों के अनुसार राजू ने ही कांड के दो मुख्य आरोपी रूपनारायणपुर के पृथ्वीराज चौहान और अजय दास को यहां से बाहर निकाला था. राजू दोनों को कार से यूपी में छोड़कर आया था. यूपी पहुंचकर पृथ्वी ने अपने किसी परिचित को कॉल किया था.

उस दौरान उसके फोन का टावर लोकेशन भी यूपी का ही मिला था. जिस कार में कांड हुआ था, वह कार राजू ने लाकर रूपनारायणपुर डीएवी स्कूल के पीछे लावारिस छोड़ दी थी. सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय सूत्रों से पुलिस को जानकारी मिलने के बाद राजू को गिरफ्तार किया गया. उसने पुलिस के समक्ष कबूल किया कि पृथ्वीराज और अजय को उसने यूपी में छोड़ा था और कांड में इस्तेमाल हुई कार को भी वह रूपनारायणपुर में लाकर लावारिस छोड़ गया था. रिमांड अवधि में राजू से पुलिस को काफी जानकारी मिलने की उम्मीद है. अजय के साथ मिलकर राजू काम करता था. गौरतलब है दुर्गापुर लूटकांड में शिकायत मिलते ही कार्रवाई की गयी और छह लोगों, दुर्गापुर के सुभाष शर्मा, सूरज कुमार राम, दुर्गापुर थाना के सहायक अवर निरीक्षक असीम चक्रवर्ती, सीआइडी बम स्क्वाड के जवान चंदन चौधरी, पुलिस से निकाले गये कांस्टेबल मृत्युंजय सरकार और मुकेश के साथ कार में सवार यूपी के निवासी मनोज कुमार सिंह को गिरफ्तार किया गया. इसके बाद पूर्व मेदिनीपुर से मास्टरमाइंड मधुसूदन बाग को, रूपनारायणपुर से अजय के सहयोगी गौतम चटर्जी को और रांची से अंकित सिंह को गिरफ्तार किया गया. 10वें आरोपी के रूप में राजू दत्ता की गिरफ्तारी हुई. पुलिस के अनुसार इस कांड में पूरे देशभर में सैकड़ों लोग जुड़े हुए हैं. मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद कांड में बड़ा खुलासा होगा.

नया खुलासा: अजय नाम बदलकर बना था ड्राइवर, मुकेश को ले जा रहा था कोलकाता

दुर्गापुर लूटकांड में पुलिस को एक अहम जानकारी हाथ लगी है. पांच सितंबर को दिल्ली निवासी व कांड में पीड़ित मुकेश चावला को एक कार से कोलकाता ले जाया जा रहा था. उस कार में मुकेश के अलावा दो ड्राइवर, यूपी के निवासी मनोज सिंह और बोकारो के निवासी अमित सिंह मौजूद थे. अमित बीच में ही बहाना बनाकर कार से उतर गया. कार में चार लोग कोलकाता जा रहे थे. इसी दौरान एनएच-19 पर दुर्गापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत पियाला मोड़ के पास फर्जी क्राइम ब्रांच की टीम ने कार को रोका. प्लान के मुताबिक जांच के लिए मुकेश और मनोज को कार से बाहर उतारा गया. जैसे ही दोनों कार से बाहर उतरकर फर्जी क्राइम ब्रांच टीम के अधिकारियों से बात करने गये. कार में सवार दोनों चालक कार लेकर फरार हो गये. मुकेश चावला ने अपनी शिकायत में उनके साथ गाड़ी में सवार दो कार चालकों के नाम सूरज और आलोक बताया. पुलिस को जानकारी मिली कि अजय दास ही ड्राइवर आलोक बनकर उस कार में सवार था.

पृथ्वीराज ने अपने घर का गेट बदल दिया, जिससे मुकेश को घर पहचानने में हुई दिक्कत

मुकेश चावला तीन सितंबर को दुर्गापुर पहुंचा था. उसने अपने साथ एक स्टाफ को भी लाया था. दोनों को बांकुड़ा के होटल में रखा गया था. पैसे के लेनदेन के लिए मुकेश अकेले ही निकला. चार सितंबर को इसीएल सालानपुर एरिया के समक्ष एक होटल में उनकी बैठक हुई. यहां से मुकेश को पृथ्वीराज के घर लाया गया. सालानपुर एरिया ऑफिस से रूपनारायणपुर की दूरी महज 20 मिनट की है, इसे ढाई घंटे में चारों ओर से घुमाकर लाया गया, ताकि कभी मुकेश को यह घर ढूंढना हो तो रास्ता ही न पहचान पाये. चार तारीख को जब मुकेश को पृथ्वीराज के घर लाया तो उसके मुख्य गेट का रंग काला था. पुलिस जब मुकेश को लेकर पृथ्वीराज के घर पहुंची तब गेट स्टील कलर का था. जिसे देखकर मुकेश को भ्रम हो गया कि यही वह जगह है या नहीं जहां उसे लाया गया था. लेकिन उसने घर का जो हुलिया बताया था उस हिसाब से यह वही घर था. मुख्यद्वार से 50 मीटर अंदर दो मंजिला घर, स्लाइडर वाला गेट, घुसते ही दोनों ओर बने कार शेड, शेड में कवर से ढंकी गाड़ियां, बयान के मुताबिक सब कुछ मिल रहा था. पुलिस जब घर में घुसी तब देखा कि काला गेट अंदर पड़ा हुआ है. पृथ्वीराज ने मुकेश को भ्रम पैदा करने के लिए ही गेट ही बदल दिया था.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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