16.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

पश्चिम बंगाल : पति के गुजरने के बाद सहेजे शुक्राणु से भर गयी सूनी गोद

Advertisement

अस्पताल के चिकित्सक ने बताया कि संगीता की इच्छाशक्ति व हिम्मत की बदौलत उसकी मनोकामना पूरी हुई. हमलोग तो बस माध्यम बने. उसके शिशु का वजन ढाई किलोग्राम है. डॉ पलास दास ने बताया कि संगीता ने कठिन परिस्थितियों में स्वस्थ शिशु को जन्म दिया है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

बीरभूम, मुकेश तिवारी : पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के मुरारई इलाके में पति के गुजरने के बाद उसके सहेजे गये शुक्राणु की बदौलत एक महिला की सूनी गोद हरी हो गयी. आइवीएफ (IVF) यानी इनविट्रो फर्टिलाइजेशन के जरिये उस शुक्राण के इस्तेमाल से यह महिला ना सिर्फ गर्भवती हुई, बल्कि एक स्वस्थ शिशु को जन्म भी दे दिया. इस घटना को लेकर इलाके में चर्चा का बाजार गर्म है. पति के देहांत के बाद उसके सहेजे गये शुक्राणु के सधे हुए उपयोग से संगीता केशरी नामक महिला गर्भवती हुई और नौ माह बाद एक स्वस्थ शिशु को जन्म दिया. जच्चा-बच्चा रामपुरहाट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के क्रिटिकल केयर यूनिट में भर्ती हैं. चिकित्सकों ने बताया कि मां व शिशु पुत्र दोनों ही स्वस्थ है.

- Advertisement -

संगीता मुरारई में अपने दिवंगत पति की छोटी किराना दुकान चलाती है. दो वर्ष पहले कोविड-19 से संक्रमित होकर उनके पति अरुण प्रसाद केशरी का देहांत हो गया था. उसके पहले अरुण ने कोलकाता में अपने शुक्राणु संरक्षित करा लिये थे. डॉक्टरों के मुताबिक संगीता के गर्भधारण में काफी जटिलता थी. उसे शुगर व हाइ ब्लड प्रेशर है. केशरी दंपती कई वर्षों से बच्चा पाने के लिए अपना इलाज करा रहे थे. लेकिन कोरोना से पति की मौत के बाद संगीता से ससुराल व मायका दोनों का नाता टूट गया. इस पड़ाव पर भी संगीता ने हिम्मत नहीं हारी. वह किराना दुकान चला कर जिंदगी गुजार रही है.

Also Read: WB News : ब्रिगेड में 24 दिसंबर को गीता पाठ में आयेंगे पीएम नरेंद्र मोदी,ममता बनर्जी को भी दिया गया है आमंत्रण

लेकिन रामपुरहाट हॉस्पिटल के चिकित्सक की मदद से कोलकाता में जमा दिवंगत पति के शुक्राणु का आइवीएफ के जरिये इस्तेमाल कर संगीता गर्भवती हुई और फिर स्वस्थ पुत्र संतान को जन्म दिया. इससे संगीता की खुशी का ठिकाना नहीं है. बताया गया है कि अरुण प्रसाद से संगीता की शादी 27 वर्ष पहले हुई थी. संगीता का मायका नैहाटी में है. अस्पताल के चिकित्सक ने बताया कि संगीता की इच्छाशक्ति व हिम्मत की बदौलत उसकी मनोकामना पूरी हुई. हमलोग तो बस माध्यम बने. उसके शिशु का वजन ढाई किलोग्राम है. डॉ पलास दास ने बताया कि संगीता ने कठिन परिस्थितियों में स्वस्थ शिशु को जन्म दिया है. मां बनने की अंतिम उम्र में स्वस्थ पुत्र संतान को पाकर संगीता खुद को धन्य मान रही है.

Also Read: WB : ममता बनर्जी ने भाजपा पर किया कटाक्ष कहा, हम राजनीति पर कम विकास पर ज्यादा करते है विश्वास

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें