पुरुलिया में मिले डेंगू के 18 मरीज

डेंगू के मरीजों पर रखी जा रही नजर, कीटनाशकों का हो रहा छिड़काव

By Prabhat Khabar News Desk | July 29, 2024 1:29 AM

पुरुलिया. पुरुलिया जिले में अब तक डेंगू के 18 मरीज पाये गये हैं. इनमें से छह को पुरुलिया देवेन महतो गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती किया गया है जबकि तीन मरीज बलरामपुर बांसगढ़ ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती हैं. बाकी का इलाज उनके घर पर ही चल रहा है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा मिली जानकारी के अनुसार जिले में सबसे अधिक बलरामपुर प्रखंड में डेंगू के मरीज पाये गये हैं. इस प्रखंड में अब तक सात लोगों के रक्त के नमूनों में डेंगू पाया गया है. हालांकि इस इलाके में मलेरिया के भी सबसे अधिक मरीज पाये गये हैं. स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस प्रखंड में विशेष कदम उठाये जा रहे हैं. जिला मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अशोक विश्वास ने बताया पुरुलिया जिले में अब तक डेंगू के 18 मरीज पाये गये हैं. इनमें से नौ लोगों का इलाज अस्पताल में चल रहा है. बाकियों का इलाज उनके घर पर ही चल रहा है. उन पर स्वास्थ्य विभाग की टीम पूरी तरह से नजर रखी हुई है.

डेंगू के खिलाफ उठाये जा रहे कदम

जिन इलाकों में डेंगू का प्रकोप अधिक है वहां कीटनाशकों का छिड़काव आरंभ कर दिया गया है. उन्होंने बताया बारिश के कारण से पानी के जमने से डेंगू के मच्छर पैदा हो रहे हैं. इसलिए उन्होंने पूरे जिले में जागरूकता अभियान चलाया है. सभी से अनुरोध है कहीं पानी जमने न दें. घरों में पुराने स्थान पर या पुराने सामानों में अगर पानी जमा है तो उसे तुरंत खाली कर दें. इसके अलावा जिला प्रशासन द्वारा भी जलजमाव वाले स्थानों से पानी को निकालने का काम किया जा रहा है. जिले में स्थिति के नियंत्रण में होने का दावा जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने किया है. उन्होंने कहा कि रक्त के नमूनों की जांच के बाद डेंगू पाये जाने पर प्राथमिक तौर पर आशा कर्मचारी पीड़ित की तबीयत पर नजर रख रही हैं. घर में ही उन्हें इलाज प्राथमिक तौर पर दिया जा रहा है. अगर पीड़ित को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत देखी जाती है तो उन्हें तुरंत अस्पताल में दाखिल कराया जा रहा है.

बीरभूम के दुबराजपुर में पहुंची मेडिकल टीम

बीरभूम. जिले के दुबराजपुर में रविवार को भी एक मेडिकल टीम चार नंबर वार्ड में पहुंची. उक्त इलाके के लोगों के रक्त के नमूनू लिये गये. यहां एक शिशु की मौत की घटना के बाद लोगों में डेंगू और स्क्रब टाइफस की आशंका बढ़ गयी थी. दुबराजपुर नगरपालिका के चार नंबर वार्ड के अरित्र मंडल नामक 3 वर्ष आठ महीने के बच्चे की दो दिन से बुखार के बाद मौत हो गयी थी. घटना के बाद इलाके में दहशत फैल गयी है. सबसे ज्यादा डर लोगों में डेंगू को लेकर था क्योंकि उस बच्चे के उसके अलावा परिवार में दो अन्य लोग बुखार से पीड़ित थे, साथ ही इलाके में भी कई लोग बुखार की चपेट में आ गये हैं.

हालांकि बीरभूम में फैले डेंगू के डर के बावजूद जिले में स्क्रब टाइफस के ज्यादा मरीज मिल रहे हैं. इन समस्याओं को देखते हुए जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से उक्त वार्ड में मेडिकल टीम भेजी गयी.

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