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इमरान मसूद की कांग्रेस में वापसी, केसी वेणुगोपाल ने दिलाई सदस्यता, लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी, जानें समीकरण

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पश्चिमी यूपी में कांग्रेस के पास कोई बड़ा नेता नहीं है, ऐसे में इमरान मसूद को वापस पार्टी में लेना उसकी सियासी मजबूरी माना जा रहा है. इमरान मसूद के लिए भी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर ज्यादा विकल्प नहीं थे. मायावती उन्हें निष्कासित कर चुकी थीं, सपा के साथ उनके सियासी समीकरण फिलहाल सही नहीं बैठ रहे थे.

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Imran Masood News: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से निष्कासित इमरान मसून की आखिरकार कांग्रेस में वापसी हो गई. उन्होंने नई दिल्ली में पार्टी के मुख्यालय में कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. इस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रदेश अध्यक्ष अजय राय सहित अन्य नेता मौजूद रहे. कांग्रेस नेताओं ने इमरान मसूद का पार्टी में वापसी पर स्वागत किया और उम्मीद जताई कि इससे संगठन को मजबूती मिलेगी. इमरान मसूद के लोकसभा चुनाव 2024 के लड़ने की संभावना जताई जा रही है. हालांकि कांग्रेस नेतृत्व की ओर से अभी फिलहाल इस पर फैसला नहीं किया गया है. इमरान मसूद की कांग्रेस में वापसी इसलिए अहम है, क्योंकि वह कांग्रेस से बसपा में शामिल हुए थे. बीते दिनों मायावती ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया था. इसके बाद उनके कभी कांग्रेस और कभी रालोद में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं. हालांकि बाद में साफ हो गया कि इमरान मसूद कांग्रेस के साथ ही फिलहाल अपनी सियासत को आगे बढ़ाते नजर आएंगे. इमरान मसूद अब तक कांग्रेस, सपा और बसपा में अपना सियासी ठिकाना बना चुके हैं. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के पास कोई बड़ा नेता नहीं है, जबकि इमरान मसूद की अल्पसंख्यकों में पैठ है. वह बड़े नेता हैं. ऐसे में इमरान मसूद को वापस पार्टी में लेना कांग्रेस की सियासी मजबूरी माना जा रहा है. उधर इमरान मसूद के लिए भी लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर बहुत ज्यादा विकल्प नहीं थे. मायावती उन्हें निष्कासित कर चुकी थीं, वहीं सपा के साथ उनके सियासी समीकरण फिलहाल सही नहीं बैठ रहे थे, ऐसे में उन्हें यही बेहतर विकल्प नजर आया.

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कांग्रेस में आस्था, घर वापसी की

इमरान मसूद का कहना है कि कांग्रेस में पहले से ही आस्था थी. इसलिए फिर से घर वापसी की है. उन्होंने कहा कि वह पहले भी कांग्रेस के सिपाही रह चुके हैं. परिस्थितियों की वजह से करीब एक-डेढ़ साल पार्टी से दूर रहे हैं, लेकिन अब उन्होंने दोबारा से अपनी घर वापसी की है. इमरान मसूद के मुताबिक मौजूदा हालत में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा शुरू की थी, जिसके बाद परिवर्तन का दौर शुरू हुआ. पार्टी में दोबारा वापसी पर उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए गर्व की बात है. अब जो भी आगामी कार्यक्रम होंगे वह पार्टी की नीति के अनुसार किए जाएंगे. कोशिश होगी कि जल्दी से जल्दी सहारनपुर में पार्टी के बैनर तले बड़े स्तर पर रैली का आयोजन किया जाए.

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अल्पसंख्यक एकजुट होकर करें कांग्रेस का समर्थन

इमरान मसूद करीब दो साल पहले तक कांग्रेस में थे, लेकिन उन्होंने कांग्रेस को छोड़कर सपा का दामन थाम लिया था. हालांकि सपा में भी ज्यादा समय नहीं रहे और फिर बसपा में शामिल हो गए थे. करीब डेढ़ माह पहले राहुल गांधी की तारीफ करने पर बसपा ने इमरान को पार्टी से निष्कासित कर दिया था. अब वह फिर कांग्रेस में शामिल हुए हैं. इमरान मसूद के मुताबिक अब अल्पसंख्यकों को एकजुट होकर कांग्रेस का समर्थन करना चाहिए. अल्पसंख्यकों के लिए कांग्रेस ही एकमात्र विकल्प है.

मुसलमान के बाद ब्राह्मण, दलित और अन्य पिछड़ा वर्ग भी कांग्रेस में करेगा वापसी

इमरान मसूद ने कहा कि वर्तमान समय दो विचारधाराओं का रह गया है. एक विकल्प कांग्रेस के साथ है और दूसरा विकल्प भाजपा के साथ है. उन्होंने कहा कि मुसलमान, दलित और ब्राह्मण कांग्रेस के परंपरागत मतदाता रहे हैं. यदि मुसलमान कांग्रेस में वापस लौट आए तो ब्राह्मण, दलित और अन्य पिछड़ा वर्ग भी कांग्रेस में लौट आएगा. अब देश में बदलाव का दौर है और आगामी लोकभा चुनाव में बदलाव होना तय है. उन्होंने कांग्रेस के एक बार फिर मजबूत होने की बात कही.

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