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सीएम योगी बोले- प्रकृति से खिलवाड़ करने पर दुष्परिणाम से बच नहीं पाएंगे, पांच करोड़ पौधरोपण का किया शुभारंभ

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सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अमृत वाटिका अच्छा प्रयास है. अमृत वाटिका के बहाने ही सही हमने पर्यावरण को बचाने के नए संकल्प के साथ जुड़ने का अवसर हमें प्राप्त हुआ है. आजादी के अमृत महोत्सव में यह कार्यक्रम हमें गौरव की अनुभूति कराते हैं.

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Lucknow News: प्रकृति से खिलवाड़ करेंगे तो उसके दुष्परिणाम से बच नहीं पाएंगे. एक महीने के अंदर देश के अलग-अलग भागों में अतिवृष्टि के कारण व्यापक जन-धनहानि होती दिखी. प्रकृति से जब भी खिलवाड़ करेंगे तो दुष्परिणाम से बच नहीं पाएंगे. यह बात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वृक्षारोपण जन अभियान-2023 के अंतर्गत पांच करोड़ पौधरोपण का शुभारंभ करते हुए कही.

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प्रकृति के सुरक्षित रहने पर बनी रहेगी परमात्मा की कृपा

इस दौरान झूलेलाल वाटिका के निकट अमृत वाटिका में पौधरोपण व अमृत स्तंभ का लोकार्पण भी किया गया. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब प्रकृति सुरक्षित रहेगी तो परमात्मा की कृपा भी बनी रहेगी और हम आपदा से मुक्त हो पाएंगे. यह हरे-भरे वृक्ष ही हम सबको प्रकृति व परमात्मा के साथ जोड़ने के माध्यम बनेंगे.

अमृत वाटिका को लेकर कही ये बात

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय मनीषा की क्या दृष्टि रही होगी. भारत ने प्राचीन काल से ही इसे मान्यता दी. हरिशंकरी के रूप में भी तीन पवित्र वृक्षों पीपल, पाकड़ व बरगद को जोड़ा गया. देवी के रूप में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने तीन पौधे आम-नीम व एक अन्य पौध लगाए. नक्षत्र वाटिका यानी 27 नक्षत्र व नवग्रह वाटिका 9 ग्रहों के नाम पर भी वृक्ष हैं. यह भारत की गौरवशाली परंपरा है. अमृत वाटिका देश की आजादी के शताब्दी वर्ष में हमें नए संकल्प के साथ जोड़ने का आह्वान कर रही है.

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कल हिमाचल में फिर व उत्तराखंड में प्रकृति का तांडव देखा है. इससे पता चलता है कि प्रकृति से खिलवाड़ के क्या दुष्परिणाम होते हैं. ऐसी स्थिति में अमृत वाटिका अच्छा प्रयास है. अमृत वाटिका के बहाने ही सही, हमने पर्यावरण को बचाने के नए संकल्प के साथ जुड़ने का अवसर हमें प्राप्त हुआ है.

मेरी माटी-मेरा देश कार्यक्रम माटी को नमन

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगस्त क्रांति दिवस पर 9 से 30 अगस्त के बीच में अमृत काल की इस बेला के प्रथम वर्ष में प्रत्येक भारतवासी से कुछ संकल्प लेने का आह्वान किया था. इसके क्रम में अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मेरी माटी-मेरा देश कार्यक्रम, माटी को नमन-वीरों का वंदन प्रारंभ हुए हैं. यह मेरा सौभाग्य है कि 9 अगस्त की तिथि स्वाधीनता आंदोलन के साथ जुड़ी हुई तिथियों में से एक है, जब काकोरी ट्रेन एक्शन के आयोजन के साथ हम सबको जुड़ने का अवसर प्राप्त हुआ था. 9 अगस्त को ‘माटी को नमन-वीरों का वंदन’ कार्यक्रम का शुभारंभ काकोरी से मुझे प्रारंभ करने का अवसर प्राप्त हुआ था.

हर नागरिक का राष्ट्र व समाज के लिए कर्तव्य

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विकास प्राधिकरण ने अमृत स्तंभ का चयन लखनऊ की प्राण गोमती नदी के तट पर मनकामेश्वर वॉर्ड में नए संकल्प के साथ स्थापित किया. इस मौके पर मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने अमृत स्तंभ का परिचय दिया.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंच प्रण का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने संविधान को स्वीकार करने वाली 26 नवंबर की तिथि को संविधान दिवस के रूप में आयोजित करने का संकल्प लिया. इस दौरान विधानमंडल में नागरिक कर्तव्यों पर चर्चा हुई. हर नागरिक का कर्तव्य राष्ट्र व समाज के लिए क्या है. जिस फील्ड में काम कर रहे हैं, अगर ईमानदारी से हम अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं तो यही मातृभूमि के प्रति हमारा नमन है.

पंच प्रण नए उत्साह व नए उमंग के साथ जुड़ने की प्रेरणा

पंच प्रण नए उत्साह व नए उमंग के साथ जुड़ने की प्रेरणा प्रदान कर रहा है. उसी का परिणाम है कि अमृत वाटिका कर्तव्यों के प्रति अपने दायित्वों को ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करने की श्रृंखला का हिस्सा है. जब यह देश 25 वर्ष के उपरांत आजादी का शताब्दी महोत्सव मना रहा होगा, उस समय यह अमृत वाटिका-अमृत स्तंभ हम सबको आजादी के अमृत महोत्सव का संकल्प याद दिला रहा होगा. उस समय की पीढ़ी को यह जानने, देखने व सुनने का अवसर होगा कि आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में क्या संकल्प लिए गए और क्या कार्यक्रम संपन्न हुए.

अमृत स्तंभ के बारे में दी गई जानकारी

इस मौके पर मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने अमृत स्तंभ के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि अमृत स्तंभ में पहली सीढ़ी 75 सेमी. की पांच सीढ़ी, अगली सीढ़ी भी 75 सेमी., बेस भी 75 सेमी., स्तंभ 7.5 मीटर, अमृत कलश भी 75 सेमी. का है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंच प्रण को याद करने के लिए पंच कोना में अमृत वाटिका बनाई गई है, इसमें 75 पौधे लगाए गए हैं.

इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, पूर्व उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र, महापौर सुषमा खर्कवाल, विधायक नीरज बोरा, जय देवी, अमरेश कुमार, पूर्व मंत्री व विधान परिषद सदस्य महेंद्र सिंह, मोहसिन रजा, एमएलसी मुकेश शर्मा, बुक्कल नवाब, उमेश चंद द्विवेदी, लाल जी निर्मल आदि की उपस्थित रहे.

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