नवीन पटनायक ने बिगाड़ा पीएम मोदी का प्लान! राम मंदिर से पहले पुरी में श्रीमंदिर परिक्रमा प्रोजेक्ट का उद्घाटन
अयोध्या में भव्य मंदिर के उद्घाटन से पहले नवीन पटनायक ने पुरी के श्रीमंदिर परिक्रमा प्रोजेक्ट के उद्घाटन की तैयारी कर ली है. इस प्रोजेक्ट का उद्घाटन 17 जनवरी 2024 को होगा. बताया जा रहा है कि ओडिशा विधानसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर ही नवीन पटनायक ने सॉफ्ट हिंदुत्व का कार्ड खेला है.
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लोकसभा चुनाव 2024 में होंगे. इसी साल ओडिशा में विधानसभा के भी चुनाव होने हैं. उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भगवान श्रीराम का भव्य राम मंदिर बनकर लगभग तैयार हो गया है. 22 जनवरी को राम मंदिर का उद्घाटन होगा. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई केंद्रीय मंत्री और कई राज्यों के मुख्यमंत्री एवं अन्य वीआईपी शामिल होंगे. पीएम मोदी का यह ड्रीम प्रोजेक्ट है, जिसे वर्ष 2024 के लोकसभा और विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का ब्रह्मास्त्र माना जा रहा था. लेकिन, ओडिशा के मुख्यमंत्री और पीएम मोदी के पुराने मित्र नवीन पटनायक ने बीजेपी के इस ब्रह्मास्त्र की काट खोज ली है. अयोध्या में भव्य मंदिर के उद्घाटन से पहले नवीन पटनायक ने पुरी के श्रीमंदिर परिक्रमा प्रोजेक्ट के उद्घाटन की तैयारी कर ली है. इस प्रोजेक्ट का उद्घाटन राम मंदिर के उद्घाटन से पांच दिन पहले 17 जनवरी 2024 को होगा. बताया जा रहा है कि ओडिशा विधानसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर ही नवीन पटनायक ने सॉफ्ट हिंदुत्व का कार्ड खेला है. बीजेपी को भी इस बात का एहसास है. यही वजह है कि बीजेपी के बड़े नेता पृथ्वीराज हरिचंद्रन ने कहा है कि बीजेपी अयोध्या में राम मंदिर के अभिषेक से डरी हुई थी. इसलिए उसने मंदिर पुनर्विकास परियोजनाओं को आगे बढ़ाया. हरिचंद्रन ने कहा कि बीजू जनता दल (बीजेडी) खुद को सेक्युलर पार्टी बताती है. लेकिन, उसे 23 साल के बाद हिंदुत्व की याद आई है.
ओडिशा में राम मंदिर का लाभ नहीं ले पाएगी बीजेपी!
ओडिशा विधानसभा चुनाव में बीजेपी राम मंदिर के नाम पर वोटर को न लुभा पाए, इसी वजह से ओडिशा में नवीन पटनायक ने इसकी तैयारी की. जिस तरह राम मंदिर पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है, उसी तरह श्रीमंदिर परिक्रमा प्रोजेक्ट नवीन पटनायक का ड्रीम प्रोजेक्ट है. इसका उद्घाटन भी राम मंदिर की तरह ही भव्य होगा. बताया जाता है कि नवीन पटनायक भगवान जगन्नाथ की नगरी पुरी को इंटरनेशनल हेरिटेज सिटी में तब्दील करना चाहते हैं. इसलिए इस प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी उन्होंने अपने सबसे विश्वसनीय वीके पांडियन को सौंपी थी. 12वीं सदी के जगन्नाथ मंदिर को सजाने-संवारने और श्रीमंदिर परिक्रमा प्रोजेक्ट पर ओडिशा सरकार ने 800 करोड़ रुपए खर्च किए हैं. मंदिर के चारों ओर 75 मीटर की दीवार खड़ी की गई है.
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श्रीमंदिर परिक्रमा प्रोजेक्ट के उद्घाटन से पहले पूजन-हवन
परिक्रमा प्रोजेक्ट के उद्घाटन से पहले विशेष पूजा और हवन का आयोजन होगा. इससे पहले भी अभी कई काम होने बाकी हैं. ये जानकारी पुरी के शाही परिवार के वंशज और श्री जगन्नाथ मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष दिब्यसिंघा देब ने दी. बताया जाता है कि उद्घाटन के दिन जगन्नाथ मंदिर के चार द्वारों पर वेदों का पाठ होगा. एक बड़ा हवन और संकीर्तन की भी योजना है. जगन्नाथ मंदिर के मुख्य प्रशासक रंजन दास कहते हैं कि 17 जनवरी को उद्घाटन से पहले 15 जनवरी से ही कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे. 15 जनवरी को पूजन और हवन होगा. जगह-जगह जगन्नाथ मंदिरों में कार्यक्रमों के आयोजन की भी योजना है. हालांकि, समारोह में कौन-कौन लोग शामिल होंगे, अतिथि कौन होंगे, इसकी रूपरेखा बाद में तय की जाएगी. अतिथियों की लिस्ट सरकार से परामर्श के बाद तैयार की जाएगी.
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