19.1 C
Ranchi
Monday, March 10, 2025 | 03:35 am
19.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

उद्धव ठाकरे ने बागी नेताओं को दी चुनौती, कहा- शिवसेना से तीर-धनुष चुनाव चिह्न कोई नहीं ले सकता

Advertisement

उद्धव ठाकरे ने कहा, कानून के अनुसार कोई भी शिवसेना से धनुष-बाण का चुनाव चिह्न नहीं छीन सकता. मैं संवैधानिक विशेषज्ञों से बातचीत करने के बाद यह कह रहा हूं.

Audio Book

ऑडियो सुनें

चुनाव चिह्न पर दावे को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नीत विद्रोही धड़े के साथ गतिरोध के बीच शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी का चुनाव चिह्न तीर-धनुष कोई नहीं ले सकता. ठाकरे ने उपनगरीय बांद्रा में अपने आवास मातोश्री में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए पार्टी के बागियों और भारतीय जनता पार्टी को महाराष्ट्र में मध्यावधि चुनाव का सामना करने की चुनौती दी. ठाकरे ने महाराष्ट्र में मध्यावधि चुनाव की मांग करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व वाली महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार को गिराने को लेकर लोगों को अपना रुख स्पष्ट करने का मौका दिया जाना चाहिए.

सुप्रीम कोर्ट का फैसला लोकतंत्र का भविष्य करेगा तय

उन्होंने कहा कि अगर चुनाव में लोग उनकी पार्टी का समर्थन नहीं करते, तो वह इसे स्वीकार कर लेंगे. उन्होंने कहा, मध्यावधि चुनाव होने चाहिए. अगर हमने कोई गलती की है तो लोग हमारा समर्थन नहीं करेंगे और यह हमें स्वीकार्य होगा. ठाकरे ने कहा कि 11 जुलाई को उच्चतम न्यायालय का आने वाला फैसला न केवल शिवसेना का भविष्य बल्कि भारतीय लोकतंत्र का भविष्य भी तय करेगा. सर्वोच्च अदालत उस दिन शिवसेना के 16 बागी विधायकों को अयोग्य ठहराने के अनुरोध वाली याचिका पर अपना फैसला सुना सकती है.

शिवसेना के बागी नेताओं पर उद्धव ठाकरे ने साधा निशाना

विद्रोही नेताओं के खिलाफ कठोर रुख अपनाते हुए ठाकरे ने सवाल किया कि वे लोग मातोश्री और ठाकरे परिवार से प्रेम होने का दावा कैसे कर सकते हैं, अगर असंतुष्ट नेता उन लोगों के साथ गठबंधन करते हैं, जिन्होंने उनकी और उनके परिवार की तीखी आलोचना की है और यहां तक ​​कि उनके पुत्रों के जीवन को बर्बाद करने का प्रयास किया. ठाकरे ने कहा, कानून के अनुसार कोई भी शिवसेना से धनुष-बाण का चुनाव चिह्न नहीं छीन सकता. मैं संवैधानिक विशेषज्ञों से बातचीत करने के बाद यह कह रहा हूं.

शिवसेना चुनाव चिन्ह के असली दावेदार शिंदे- पाटिल 

शिवसेना के बागी विधायक गुलाबराव पाटिल ने बुधवार को कहा था कि शिंदे नीत धड़ा पार्टी के तीर-धनुष चुनाव चिह्न का असली दावेदार है. ठाकरे ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं की चिंताओं को दूर करने का प्रयास करते हुए कहा कि लोग वोट देते समय सिर्फ पार्टी के चुनाव चिह्न को ही नहीं देखते हैं, बल्कि वे यह भी देखते हैं कि उम्मीदवार शिवसेना का है या नहीं. उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल और विधायक दल के रूप में शिवसेना की दो अलग-अलग पहचान हैं और अगर सिर्फ एक, 50 या 100 विधायक भी पार्टी छोड़ देते हैं, तो इसका अस्तित्व समाप्त नहीं हो जाता है.

संजय राउत ने 100 से अधिक सीट जीतने का किया दावा

ठाकरे ने इसपर कहा कि, भ्रम पैदा किया जा रहा है. विधायक दल और पंजीकृत दल दो अलग-अलग इकाई हैं. पार्टी कार्यकर्ताओं को कोई भी अपने साथ नहीं ले जा सकता है. पिछले दिनों, शिवसेना नेता संजय राउत ने दावा किया था कि यदि राज्य में मध्यावधि चुनाव होते हैं तो 100 से अधिक सीट पर उनकी पार्टी की जीत होगी. ठाकरे ने शिवसेना के बागी समूह पर उस समय चुप्पी साधे रहने के लिए हमला बोला, जब भाजपा ने उन्हें और उनके परिवार को पिछले ढाई साल में निशाना बनाया और बदजुबानी की.

Also Read: उद्धव ठाकरे की वापसी आसान नहीं
शिंदे का नाम लिए बिना ठाकरे ने किया हमला

शिंदे का नाम लिए बिना ठाकरे ने कहा कि आप उनके संपर्क में रहते हैं और अपनी ही पार्टी को इस तरह धोखा देते हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में सत्ता परिवर्तन 2019 में ही गरिमामय तरीके से हो सकता था, न कि विश्वासघात के साथ, जैसा पिछले सप्ताह किया गया. वह 2019 के विधानसभा चुनाव परिणामों के बाद बारी-बारी से मुख्यमंत्री बनने के मुद्दे पर शिवसेना और भाजपा के अलग होने का जिक्र कर रहे थे.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें
Home होम Videos वीडियो
News Snaps NewsSnap
News Reels News Reels Your City आप का शहर