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लोकसभा चुनाव : नील के लिए आंदोलन करने वाले पूर्वी चंपारण में बंद चीनी मिल, पटना से सीधी रेल कनेक्टिविटी बड़ा मुद्दा

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पूर्वी चंपारण लोकसभा क्षेत्र में सबसे बड़ा मुद्दा बंद पड़ी चीनी मिलें हैं. चकिया चीनी मिल 1994 और मोतिहारी चीनी मिल 2009 से बंद है. इन मिलों के चालू होने से यहां की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी.

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अनुज शर्मा, मुजफ्फरपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बेतिया में छह मार्च को हुई सभा ने चंपारण में राजनीतिक तापमान को बढ़ा दिया है. 2002 के परिसीमन से पहले मोतिहारी नाम से पहचान रखने वाली पूर्वी चंपारण लोकसभा सीट से वर्तमान में पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री और यूपी बीजेपी के प्रभारी राधा मोहन सिंह सांसद हैं. 9वीं, 11वीं, 13वीं, 15वीं और 16वीं लोकसभा में भी इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके पूर्व मंत्री ने 2019 के चुनाव में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह के बेटे आकाश सिंह को हराया था. 14.17% एससी और 0.15% एसटी वोटर वाली इस सीट पर राधामोहन सिंह करीब 57.8 फीसदी वोट हासिल कर जीते. आकाश कुमार सिंह को 28 फीसदी से कुछ अधिक वोट मिले थे. राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) के उम्मीदवार आकाश सिंह से वोटों का सामाजिक संयोजन समान होने पर राधामोहन सिंह ने भले ही यह घोषणा कर भावनात्मक कार्ड खेला कि यह उनका आखिरी चुनाव है. इससे इतर वे आगामी चुनाव को लेकर काफी सक्रिय हैं. पीएम मोदी की सभा में मंच पर जिस प्रकार उन्होंने संबोधन किया वह उनकी सक्रियता को बयां कर रहा था.

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1952 से 1972 तक इस सीट पर कांग्रेस का दबदबा रहा

भारतीय जनता पार्टी (तब जनता पार्टी) ने 1977 में पहली बार जीत का स्वाद चखा. हालांकि कांग्रेस से सीट छीन लेने के बाद भाजपा जीत को स्थायी नहीं रख सकी. 1980 के उपचुनाव में यह भाकपा की झोली में चली गई . कमला मिश्र मधुकर संसद पहुंचे. 1984 में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद उपजी जनभावनाओं ने कांग्रेस की प्रभावती गुप्ता को जिता दिया. 1989 से 2009 तक दो बार भाजपा , राजद, कांग्रेस और सीपीआइ एक- एक चुनाव जीत चुकी हैं. इस सीट को राधा मोहन का गढ़ कहा जाता है. 2024 में चुनाव आयोग के नये आंकड़े बताते हैं कि लोकसभा सीट पर 17 लाख से ज्यादा वोटर हैं. इसमें से नौ लाख से अधिक पुरुष और आठ लाख से अधिक महिला मतदाता हैं. 23 थर्ड जेंडर वोटर हैं. आसन्न चुनाव को लेकर स्थानीय प्रशासन भी सक्रिय हो गया है. कलेक्टर सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी टैंट शामियाने से लेकर चाय नाश्ते तक की व्यवस्था के लिए एक जनवरी 2024 को टेंडर के लिए आदेश जारी कर चुके हैं.

बंद चीनी मिल और पटना से सीधी रेल कनेक्टिविटी बड़ा मुद्दा

लोकसभा क्षेत्र में सबसे बड़ा मुद्दा बंद पड़ी चीनी मिलें हैं. चकिया चीनी मिल 1994 और मोतिहारी चीनी मिल 2009 से बंद है. इन मिलों के चालू होने से यहां की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी. दूसरा मुद्दा दुनिया के सबसे ऊंचे स्तूपों में से एक केसरिया स्तूप है. इसका निर्माण 250 ईसा पूर्व और 450 ईसवी के बीच हुआ था. स्थानीय निवासियों का मानना है कि यदि स्तूप साइट विकसित हो जाती है, तो यह बिहार के सबसे बड़े पर्यटन केंद्रों में से एक होगी. और रोजगार के नये अवसर पैदा करेगी. पटना से रेल कनेक्टिविटी ठीक नहीं है. बापूधाम मोतिहारी से राजधानी पटना जाने के लिए कोई एक्सप्रेस ट्रेन नहीं है. 24 घंटे में केवल दो मेमू (एमईएमयू) ट्रेन हैं. इनमें एक ट्रेन सुबह छ बजे और दूसरी छह बजकर नौ मिनट पर खुलती है. वहीं पटना से मोतिहारी रूट के लिए शाम में 5:10 और 7: 00 बजे ट्रेन खुलती हैं. यहां महिला वोटरों की संख्या बहुत अधिक है लेकिन महिला सशक्तिकरण, महिला केंद्रित उद्योग और रोजगार को बढ़ावा देने वाली पहलों की जरूरत है.

लोकसभा सीट के जातीय समीकरण का समझिए

  • 1,80,00 भूमिहार,
  • 1,70,000 यादव,
  • 3,20,000 वैश्य
  • 1,50,000 ईबीसी (कुशवाह ाऔर मल्लाह)
  • 2,10,000 मुस्लिम,
  • 70,000 राजपूत,
  • 60,000 ब्राह्मण
  • 50,000 कायस्थ
  • (अनुमानित)

2019 लोस चुनाव: पूर्वी चंपारण

  • पार्टी @उम्मीदवार @ वोट @वोट %
  • बीजेपी @राधा मोहन सिंह @574,081 @ 57.81
  • रालोसपा @आकाश प्रसाद सिंह @2,81,500 @28.43
  • नोटा @ 22,706 @ 2.27
  • बीएनडी @ सत्यम यादव @17,741 @1.78
  • एसएसडी @ शोभा देवी @14,027 @1.40
  • जीत का अंतर @ 2,93,648 @ 29.38
  • मतदान @ 10,00,135 @ 60.30

                 
2014 आम चुनाव: पूर्वी चंपारण

  • पार्टी @उम्मीदवार @ वोट @वोट %
  • बीजेपी @ राधा मोहन सिंह @ 4,00,452 @ 48.68 @ 6.94
  • राजद @ विनोद कुमार श्रीवास्तव 2,08,289 25.32 @ 0.04
  • जदयू @ अवनीश कुमार सिंह 1,28,604 15.63 @ 15.63
  • आप @ अमित कुमार चौबे 77,512 10.91 @ 10.91
  • नोटा @ 13,261 @ 1.61
  • जीत का अंतर @ 1,92,163, @ 23.36 %
  • मतदान @ 8,22,671, @ 58.09 %

2009 आम चुनाव: पूर्वी चंपारण

  • पार्टी @उम्मीदवार @ वोट @वोट %
  • बीजेपी @ राधा मोहन सिंह @ 2,01,114 @ 41.72
  • राजद @ अखिलेश प्रसाद सिंह @ 1,21,824 @ 25.27
  • कांग्रेस @ अरविंद कुमार गुप्ता @ 68,323 @ 14.17
  • एलटीएसडी @ नागेंद्र सहनी @ 31,057 @ 6.44
  • सीपीआइ @ राम चंद्र प्रसाद @ 20,742 @ 4.30
  • जीत का अंतर @ 79,290, @ 16.45 %
  • मतदान @ 4,82,094, @ 40.61 %

पूर्वी चंपारण लोकसभा सीट पर वोटर की संख्या

  • कुल मतदाता -1776305
  • पुरुष : 932413
  • महिला : 843869
  • थर्ड जेंडर : 23
  • 91.14% ग्रामीण वोटर
  • 8.86% शहरी वोटर

लोकसभा क्षेत्र मोतिहारी से कब कौन चुना गया

  • लोस चुनाव वर्ष @ निर्वाचित सांसद का नाम @ पार्टी
  • 1952 @ विभूति मिश्रा @भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
  • 1957@ विभूति मिश्रा @भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
  • 1962@ विभूति मिश्रा @भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
  • 1967@ विभूति मिश्रा @भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
  • 1971@विभूति मिश्रा @भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
  • 1977 @ठाकुर रमापति सिंह @जनता पार्टी
  • 1980 @कमला मिश्रा मधुकर @भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी
  • 1984 @प्रभावती गुप्ता @भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
  • 1989@ राधा मोहन सिंह@ भारतीय जनता पार्टी
  • 1991 @कमला मिश्रा मधुकर @भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी
  • 1996 @राधा मोहन सिंह @भारतीय जनता पार्टी
  • 1998 @रमा देवी@ राष्ट्रीय जनता दल
  • 1999 @राधा मोहन सिंह @भारतीय जनता पार्टी
  • 2004 @अखिलेश प्रसाद सिंह @राष्ट्रीय जनता दल


विधानसभा क्षेत्र में दलीय स्थिति

पूर्वी चंपारण लोकसभा क्षेत्र में छह विधानसभा सीट आती हैं. इसमें हरसिद्धि (एससी), गोविंदगंज, केसरिया, कल्याणपुर, पिपरा और मोतिहारी है. इस लोकसभा क्षेत्र में भाजपा के पास चार, जदयू और राजद के पास एक-एक विधायक हैं. हरसिद्धि (एससी) से कृष्ण नंदन पासवान (भाजपा), गोविंदगंज से सुनील मणि तिवारी (भाजपा), केसरिया शालिनी मिश्रा (जदयू), कल्याणपुर मनोज कुमार यादव (राजद), पिपरा से श्यामबाबू प्रसाद यादव (बीजेपी) और मोतिहारी से प्रमोद कुमार (बीजेपी) हैं.

क्या कहते हैं सांसद

केंद्रीय मंत्री के रूप में इस क्षेत्र में किए गए कार्यों को गिनाते हुए पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री और यूपी बीजेपी के प्रभारी राधा मोहन सिंह ने प्रभात खबर से बातचीत में कहा कि बतौर सांसद जनता के लिए वे (राधा मोहन सिंह )लगातार कार्य कर रहे हैं. भाजपा की सरकार केंद्र में रही हो या राज्य में इस क्षेत्र में काफी विकास हुआ है. यदि कोई कार्य पूरा नहीं हो पाया है तो उसको पूरा कराने के लिए वह सतत प्रयास कर रहे हैं.

राधा मोहन सिंह , सांसद , पूर्वी चंपारण

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