11.1 C
Ranchi
Monday, February 10, 2025 | 06:58 am
11.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Lok Sabha Election: दो परिवारों के इर्द-गिर्द घूमती रही है लोकसभा में औरंगाबाद की राजनीति

Advertisement

Lok Sabha Election

Audio Book

ऑडियो सुनें

सुधीर कुमार सिन्हा

- Advertisement -

Lok Sabha Election औरंगाबाद शहर मगध साम्राज्य का अंग रहा है. बिहार की राजनीति में औरंगाबाद की एक अलग पहचान है. इस धरती ने बिहार को मुख्यमंत्री जैसी शख्सियत भी दी है. अब लोकसभा चुनाव की रणभेरी बजने वाली है और सियासी पिच भी सज रही है. सारे दलों व नेताओं पर चुनावी रंग भी लगभग चढ़ गया है. औरंगाबाद के 72 साल के संसदीय इतिहास दो परिवारों को इर्द-गिर्द घूमता रहा है. इन 72 सालों में दो परिवारों का 57 साल तक कब्जा रहा है.

पूर्व मुख्यमंत्री सत्येंद्र नारायण सिन्हा उर्फ छोटे बाबू और राम नरेश सिंह उर्फ लुटन बाबू इन दो परिवारों ने 13 बार संसदीय चुनाव में जीत हासिल की है. सबसे ज्यादा पूर्व मुख्यमंत्री व पोइंवा गांव निवासी सत्येंद्र नारायण सिन्हा सत्येंद्र नारायण सिन्हा औरंगाबाद से छह बार सांसद रहे. एक-एक बार उनके बेटे निखिल कुमार व बहू श्यामा सिंह सांसद रही. इनका परिवार 33 साल तक सांसद के रूप में अपनी सेवा दे चुका है. वहीं राम नरेश सिंह दो बार यहां से सांसद रहे हैं. जबकि उनके बेटे वर्तमान सांसद सुशील सिंह चार बार सांसद चुने गये हैं.

पांचवी बार दावेदारी है. 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा सीट से सुशील कुमार सिंह और महागठबंधन की ओर से हम के टिकट से उपेंद्र प्रसाद में मुकाबला हुआ था. हालांकि अब तक इस चुनाव में महागठबंधन के प्रत्याशी का चेहरा स्पष्ट नहीं हो सका है.

सिर्फ दो महिला सांसदों ने किया है क्षेत्र का प्रतिनिधित्व

औरंगाबाद लोकसभा सीट में महज दो महिला सांसद ही बन पायी हैं. इनमें एक हजारीबाग के पदमा की महारानी ललिता राज्य लक्ष्मी शामिल हैं. 1962 में महारानी ललिता राज्य लक्ष्मी निर्दलीय सांसद बनी थीं. इसके बाद 1999 में पूर्व मुख्यमंत्री सत्येंद्र नारायण सिन्हा की बहू श्यामा सिंह कांग्रेस के टिकट पर सांसद बनीं. इन दोनों के अलावा कभी भी किसी भी पार्टियों ने महिला उम्मीदवारों को प्रत्याशी नहीं बनाया. लिहाजा हर बार यहां पुरुष लड़ाके ही भिड़ते आये हैं. वैसे देखा जाये, तो यहां के कोई भी सांसद अब तक केंद्र में मंत्री नहीं बन पाये.

2019 लोकसभा चुनाव में मिले वोट

विजेता – सुशील कुमार सिंह – 429936

उपविजेता- उपेंद्र प्रसाद – 358611

जीत का अंतर – 71325

संसदीय क्षेत्र के विधानसभा व वोटरों की संख्या

कुटुंबा – 277837

औरंगाबाद – 324885

रफीगंज – 339817

गुरुआ – 291144

इमामगंज – 310285

टिकारी – 318059

जानिए अब तक कौन-कौन बने हैं सांसद

1952 कांग्रेस सत्येंद्र नारायण सिन्हा

1957 कांग्रेस सत्येंद्र नारायण सिन्हा

1961 कांग्रेस रमेश सिंह

1962 स्वतंत्र ललिता राज्य लक्ष्मी

1967 कांग्रेस मुंद्रिका सिन्हा

1971 कांग्रेस सत्येंद्र नारायण सिन्हा

1977 कांग्रेस सत्येंद्र नारायण सिन्हा

1980 जनता पार्टी सत्येंद्र नारायण सिन्हा

1984 कांग्रेस सत्येंद्र नारायण सिन्हा

1989 जनता दल राम नरेश सिंह

1991 जनता दल राम नरेश सिंह

1996 जनता दल वीरेंद्र कुमार सिंह

1998 समता पार्टी सुशील कुमार सिंह

1999 कांग्रेस श्यामा सिंह

2004 कांग्रेस निखिल कुमार

2009 जदयू सुशील कुमार सिंह

2014 भाजपा सुशील कुमार सिंह

2019 भाजपा सुशील कुमार सिंह

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें