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Chaibasa News: यूनिवर्सिटी फुटबॉल टूर्नामेंट में खेलने से वंचित रहे केयू के खिलाड़ी, जानें क्या है वजह

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Chaibasa News: कोल्हान विश्वविद्यालय की फुटबॉल टीम को यूनिवर्सिटी फुटबॉल टूर्नामेंट में भाग नहीं ले पाने का काफी मलाल है. फंड की कमी के कारण टीम मैच खेलने नहीं जा सकी. विश्वविद्यालय प्रबंधन का कहना है कि विभाग से राशि नहीं मिलने के कारण टीम को अंतिम समय में नहीं भेजा जा सका.

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Chaibasa News| चाईबासा (पश्चिमी सिंहभूम), अनिल रंजन : चाईबासा में फंड के अभाव में खिलाड़ी यूनिवर्सिटी फुटबॉल टूर्नामेंट में नहीं जा सके. कोल्हान विश्वविद्यालय की फुटबॉल टीम पैसे के अभाव में ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी फुटबॉल टूर्नामेंट में भाग नहीं ले सकी. विश्वविद्यालय प्रबंधन का कहना है कि विभाग से पैसे नहीं मिलने की वजह से टीम को भेजा नहीं जा सका. झारखंड के अन्य विश्वविद्यालयों की टीमें खेलने के लिए गईं है.

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कोल्हान विश्वविद्यालय के खिलाड़ी निराश

ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी फुटबॉल टूर्नामेंट के लिए रांची यूनिवर्सिटी, श्यामा प्रसाद मुखर्जी यूनिवर्सिटी, सिदो-कान्हू यूनिवर्सिटी, बिनोवा भावे यूनिवर्सिटी और बिनोद बिहारी महतो यूनिवर्सिटी की टीम मैच खेलने गयी है. कोल्हान विश्वविद्यालय की टीम नहीं जा सकी. इससे विश्वविद्यालय के खिलाड़ी निराश और हताश हैं.

विश्वविद्यालय के पास फंड की कमी नहीं : स्पोर्ट्स इंचार्ज

कोल्हान विश्वविद्यालय की ओर से जारी स्पोर्ट्स कैलेंडर के अनुसार, खेल की सारी प्रक्रिया पूरी कर ली गई थी. ऐन मौके पर फंड जारी नहीं हुआ. केयू के स्पोर्ट्स इंचार्ज का कहना है कि राशि नहीं मिलने के कारण टीम को मैच खेलने नहीं भेजा जा सका. कहा जा रहा है कि विश्वविद्यालय के पास फंड की कमी नहीं है. कोल्हान विश्वविद्यालय के कॉलेजों में दाखिले के समय ही विद्यार्थियों से 120 रुपये खेल मद में लिये जाते हैं. ऐसे में खेल गतिविधियों के संचालन में किसी तरह की आर्थिक समस्या नहीं होनी चाहिए.

14-14 खिलाड़ियों का हुआ था चयन

कोल्हान विश्वविद्यालय की महिला और पुरुषों की टीम में 14-14 खिलाड़ियों का चयन किया गया था. इनमें एलबीएसएम कॉलेज, टाटा कॉलेज, घाटशिला कॉलेज, को-ऑपरेटिव कॉलेज और जेएलएन कॉलेज के विद्यार्थी शामिल थे. इनके साथ 4 पदाधिकारी भी जाने वाले थे.

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यूनिवर्सिटी फुटबॉल टूर्नामेंट में खेलने से वंचित रहे केयू के खिलाड़ी

मणिपुर में हुआ महिला वर्ग का खेल

महिला वर्ग का मैच एक से लेकर 5 नवंबर तक मणिपुर की सेंट्रल यूनिवर्सिटी में हुआ. केयू की टीम को 28 अक्टूबर को निकलना था. कोलकाता से विमान का टिकट हो गया था, पर फाइनल नहीं हो पाया था. केयू की महिला टीम का मुकाबला रायपुर के पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय के साथ होना था.

कलकत्ता यूनिवर्सिटी में पुरुष वर्ग का मैच

पुरुष वर्ग का मैच 19 से 28 नवंबर तक यूनिवर्सिटी ऑफ कलकत्ता में होना है. पहले मैच में केयू का मुकाबला तिलका मांझी विश्वविद्यालय के साथ होना था. कई खिलाड़ी तैयार होकर आ गये थे. जब उन्हें सूचना मिली कि वे भाग लेने नहीं जा सकते हैं, तो मायूस होकर वापस लौट गये.

खिलाड़ियों की मेहनत बर्बाद, छलके आंसू

टाटा कॉलेज चाईबासा के खिलाड़ी करननाथ कारुवा को भी ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी फुटबॉल प्रतियोगिता में नहीं जा पाने का खासा दुख है. उन्होंने कहा कि स्कूल के दिनों से ही फुटबॉल खेलता रहा हूं. केयू की टीम में चयन हुआ, तो बहुत खुशी हुई. प्रदर्शन के पूर्व सूचना मिली कि नहीं जा सकते हैं.

टाटा कॉलेज चाईबासा के ही खिलाड़ी सचिन केराई ने कहा कि यह सुनकर बहुत खराब लगा कि हम खेलने नहीं जा सकते हैं. उन्होंने कहा कि बचपन से ही फुटबॉल खेलने का शौक है. अच्छा खेलेंगे, तो जॉब मिलेगा यही सोचकर तैयारी की थी. एक बड़ा अवसर हाथ से निकल गया.

टाटा कॉलेज चाईबासा की खिलाड़ी खुशबू हेस्सा ने दुख जाहिर करते हुए कहा कि टीम के नहीं जाने से बहुत बुरा लगा. इतने बड़े इवेंट में शामिल होने का अवसर हम चूक गये. पूरे साल की मेहनत बेकार हो गयी. खेल में भाग लेने के लिए बचपन से तैयारी की थी. एकेडमी में कोचिंग भी ली थी.

टाटा कॉलेज चाईबासा की खिलाड़ी कुन्ती हेस्सा ने कहा कि स्कूल के दिनों से फुटबॉल खेलती हूं. इसके लिए टाटा कॉलेज में यह सोचकर दाखिला लिया कि खेलने का अवसर मिलेगा. अवसर मिला, तो खुशी निराशा में बदल गई. दो-तीन दिनों तक बहुत बेचैन रही. बहुत दुख हुआ.

टाटा कॉलेज चाईबासा की खिलाड़ी मालती मुंडा ने कहा कि खेल में भाग नहीं ले पाने का दुख आज भी है और हमेशा रहेगा. स्कूल के समय से खेलती रही हूं. पूरी मेहनत बेकार हो गयी. यह सुना कि हमलोग खेलने नहीं जा रहे हैं, तो लगा कि सब कुछ अचानक से छूट गया.

कोल्हान विश्वविद्यालय के स्पोर्ट्स इंचार्ज डॉ मन्मथनाथ नारायण सिंह ने कहा कि हमने ईस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी फुटबॉल टूर्नामेंट के लिए 17 अक्टूबर को फाइल बढ़ा दी थी. इस मद में आवश्यक राशि पास नहीं होने के कारण खिलाड़ी खेलने नहीं जा सके.

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