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रांची सदर अस्पताल में महिला का हुआ मुफ्त ऑपरेशन, प्राइवेट अस्पताल में इलाज पर हो जाते इतने खर्च

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सुनीता देवी ने 2020 में रांची के एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन करवाया था लेकिन वह ऑपरेशन सफल नहीं हो पाया. इसके बाद उन्हें फिर से दूसरी बार हर्निया हो गया.

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रांची, विपिन कुमार : यूं तो सरकारी अस्पताल में इलाज प्राइवेट अस्पतालों से सस्ता होता है. लेकिन आमतौर पर लोग ऑपरेशन करवाने में प्राइवेट अस्पतालों का रूख करते हैं. लेकिन अब सरकारी अस्पताल ने प्राइवेट अस्पताल से बेहतर इलाज किया है. जानकारी के मुताबिक रांची के सुपर स्पेशलिटी सदर अस्पताल में हर्निया का एक जटिल ऑपरेशन किया गया है. बता दें कि मरीज काफी दिनों से परेशान थी. मरीज का नाम सुनीता देवी(43) चुटिया की रहने वाली है. वह पिछले चार सालों से हर्निया से जूझ रही थी. सुपर स्पेशलिटी सदर अस्पताल में यह ऑपरेशन लेप्रोस्कॉपी विधि से किया गया है. आपको बता दें कि यह ऑपरेशन आयुष्मान योजना के तहत नि:शुल्क किया गया. इस ऑपरेशन के लिए निजी अस्पताल कम से कम डेढ़ लाख रुपए मांग रहे थे.

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क्या कहा डाक्टरों ने

डॉक्टरों ने बताया कि मरीज की बीमारी को Recurrent हर्निया कहा जाता है. डॉक्टरों ने बताया कि जब मरीज का सीटी स्कैन कराया तो उनके पेट की परत ( Anterior abdominal wall ) में बहुत सारे छेद का पता चला जिसका साइज 7 सेंटीमीटर, 3 सेंटीमीटर और कुछ छोटे छेद थे, कुल 8 छेद थे. मरीज का ऑपरेशन दूरबीन विधि से हुआ जिसे IPOM plus ( Hybrid technique ) कहते हैं. मरीज का ऑपरेशन के बाद वह स्वस्थ थी इसलिए उन्हें छुट्टी दे दी गई है.

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पहले भी करा चुकी है ऑपरेशन

सुनीता देवी ने 2020 में रांची के एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन करवाया था लेकिन वह ऑपरेशन सफल नहीं हो पाया. इसके बाद उन्हें फिर से दूसरी बार हर्निया हो गया. वह दोबारा फिर से उसी सर्जन के पास जाकर मिली लेकिन सर्जन ने परंतु उन्होंने अपनी अक्षमता जाहिर की दोबारा इस हर्निया की सर्जरी करने से, उसके बाद उन्होंने विभिन्न निजी अस्पतालों में संपर्क किया जहां से उन्हें सदर अस्पताल रांची के लेप्रोस्कोपिक सर्जरी विभाग में मिलकर इलाज करने की सलाह दी गई.

इन डॉक्टरों ने किया सफल ऑपरेशन

इस ऑपरेशन में सिविल सर्जन ,उपाधीक्षक एवं अस्पताल प्रबंधन का विशेष योगदान रहा. ऑपरेशन करने वाली टीम में लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉक्टर अजीत कुमार शामिल थे. एनेस्थेटिस्ट डिपार्टमेंट से डॉक्टर दीपक कुमार और डॉ विकास बल्लभ, ओटी असिस्टेंट संदीप, नंदिनी, शशि, मुकेश ,पूनम सिस्टर , सुशील, सरिता, मोहित शामिल थे.

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