रांची.वासंतिक नवरात्र मंगलवार से शुरू हो गया. पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना हुई. भक्तों ने घरों की साफ-सफाई की. अल्पना से सजाया-संवारा. इसके बाद कलश स्थापना की. मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना कर दुर्गा सप्तशती का पाठ किया. मां को पुष्पांजलि अर्पित कर आरती की गयी. सबकी मंगलकामना के लिए प्रार्थना की गयी. 13 अप्रैल को बेलवरण है. इस दिन शाम में बेलवरण का अनुष्ठान होगा. वहीं 14 अप्रैल को नवपत्रिका प्रवेश के साथ माता का पट खुल जायेगा. 15 अप्रैल को महाअष्टमी और 16 अप्रैल को महानवमी है, महानवमी पर हवन व कन्या पूजन होगा 17 अप्रैल को दशमी के दिन कलश विसर्जन और मां को विदाई दी जायेगी.
प्राचीन श्रीराम मंदिर चुटिया में शतचंडी महायज्ञ
प्राचीन श्रीराम मंदिर चुटिया में मंगलवार से चैती दुर्गा पूजा सह शतचंडी महायज्ञ शुरू हो गया. आचार्य जनार्दन पांडेय के सान्निध्य में पूजा शुरू हुई. पूजा के बाद महाआरती हुई और भक्तों के बीच प्रसाद वितरण हुआ. शतचंडी महायज्ञ में मुख्य यजमान समेत 31 यजमान पूजा में शामिल हुए. शतचंडी महायज्ञ को संपन्न कराने के लिए विशेष रूप से पांच पंडितों ने मिलकर मां दुर्गा सप्तशती का पाठ सस्वर किया. अगले नौ दिनों तक 101 बार दुर्गा सप्तशती का पाठ किया जायेगा. वहीं, शाम 7:30 बजे भजन कीर्तन के बाद महाआरती होगी. आयोजन में उमंग साहु, कैलाश केशरी, विजय तिर्की, राजू साहु, रमेश महतो, आशीष साहु, मखन केशरी, गोल्डी, रुद्र साहु, सार्थक साहु समेत अन्य सहयोग कर रहे हैं.
भूतहा तालाब चैती दुर्गा मंदिर का 98 वां दुर्गोत्सव
भूतहा तालाब स्थित चैती दुर्गा मंदिर में इस वर्ष 98वां वासंतिक नवरात्र मनाया जा रहा है. पहले दिन कलश स्थापना के साथ मां शैलपुत्री की अराधना हुई. मंदिर की स्थापना 1926 में रामचंद्र साहू और अनिरुद्ध राम वर्मा की ओर से की गयी थी.