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आज सत्ता पक्ष की बैठक, राज्यपाल गये चेन्नई, हेमंत बोले – पत्नी को सत्ता सौंपने की बात भाजपा की कल्पना

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विधायक दल की बैठक डॉ सरफराज अहमद के इस्तीफा और राज्य में राजनीतिक परिस्थिति पर चर्चा करने के लिए बुलायी गयी है. गठबंधन के सभी विधायकों को वस्तुस्थिति से अवगत कराया जायेगा.

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झारखंड में राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदल रहा है. गांडेय से झामुमो विधायक रहे डॉ सरफराज अहमद के इस्तीफे के बाद सत्ताधारी गठबंधन में हलचल बढ़ गयी है. झामुमो ने बुधवार को सत्ताधारी गठबंधन के विधायकों की बैठक बुलायी है. इस बैठक में नये नेतृत्व के नाम पर मुहर लग सकती है. राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि परिस्थिति बदली, तो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन के नाम पर सहमति बनायी जायेगी.

इधर, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन से मुलाकात की. मुख्यमंत्री ने पार्टी अध्यक्ष श्री सोरेन को वर्तमान हालात की जानकारी दी. सीएम ने डॉ सरफराज अहमद के इस्तीफे व भावी रणनीति पर उनसे चर्चा की. विधायक दल की बैठक से पूर्व यह मुलाकात अहम मानी जा रही है. राजनीतिक सरगरमी के बीच राज्यपाल सीपी राधाकृष्ण मंगलवार की शाम चेन्नई के लिए रवाना हो गये हैं. इडी के सातवें व आखिरी समन के बाद उत्पन्न हुई परिस्थितियों व कानूनी पहलुओं पर विचार विमर्श के लिए महाधिवक्ता राजीव रंजन सीएम आवास पहुंचे. इसके बाद मुख्यमंत्री की ओर से एक पत्र इडी के दफ्तर भेजा गया. बुधवार को होनेवाली विधायकों की बैठक को लेकर झामुमो के नेता अधिकृत रूप से कुछ भी कहने से बच रहे हैं, लेकिन उनका इशारा है कि वर्तमान हेमंत सोरेन सरकार हर स्थिति से निबटने के लिए तैयार है. विधायक दल की बैठक में गठबंधन के दल साझा रणनीति बनायेंगे. परिस्थिति को देखते हुए आगे बढ़ेंगे. गठबंधन सरकार के हित में काम होगा. बहुमत की सरकार को किसी भी तरह अस्थिर करने नहीं दिया जायेगा. इसके लिए नेतृत्व परिवर्तन तक की तैयारी हो रही है.

क्या कहता है झामुमो

विधायक दल की बैठक डॉ सरफराज अहमद के इस्तीफा और राज्य में राजनीतिक परिस्थिति पर चर्चा करने के लिए बुलायी गयी है. गठबंधन के सभी विधायकों को वस्तुस्थिति से अवगत कराया जायेगा. इसके साथ ही सरकार के काम पर भी चर्चा होगी. सरकार आपके द्वार और अन्य कल्याणकारी योजनाओं पर चर्चा करेंगे. आने वाले लोकसभा चुनाव को भी लेकर विधायकों के साथ विचार-विमर्श होगा.

विनोद पांडेय, केंद्रीय महासचिव

हम वर्तमान राजनीतिक हालात पर चर्चा करेंगे. राज्य में विरोधियों के द्वारा अस्थिरता का माहौल बनाया जा रहा है. गठबंधन के दल विपक्ष को मुंहतोड़ जवाब देंगे. हम साझा रणनीति बनाने के लिए एक साथ बैठक रहे हैं. बैठक के बाद ही आगे किसी संभावना पर बात कर पायेंगे. फिलहाल कई तरह की अटकलें चल रही है. इस पर कुछ नहीं कहना है.

सुदिव्य सोनू, झामुमो विधायक

इधर भाजपा लगातार हमलावर

संवैधानिक व्यवस्था को मजाक बनाने से बचायें राज्यपाल : बाबूलाल

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज राज्य में दुर्दांत अपराधी, दलाल, बिचौलिये बेखौफ हैं. मुख्यमंत्री लगातार असंवैधानिक कार्य कर रहे हैं. इसलिए पार्टी के विधायक सरफराज अहमद को विधानसभा से इस्तीफा दिलवाकर पत्नी को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं. उन्हें यह भी पता है कि उनकी पत्नी आरक्षित सीट से विधायक नहीं बन सकतीं. हाइकोर्ट ने यह निर्णय दिया है कि राज्य से बाहर की बहू झारखंड में आरक्षण की सुविधा नहीं ले सकती है. उन्होंने बॉम्बे हाइकोर्ट नागपुर बेंच के उस निर्णय की ओर राज्यपाल का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि यदि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर से कोई नयी सरकार बनाने या मुख्यमंत्री बदलने की बात उनके समक्ष आती है, तो उनका आग्रह है कि अटॉर्नी जनरल या बड़े न्यायविद से इस संबंध में सलाह अवश्य लें. दुमका में पत्रकारों से बात करते हुए श्री मरांडी ने कहा कि राज्यपाल के हाथों में संवैधानिक व्यवस्था को बचाने की जिम्मेवारी है. बॉम्बे हाइकोर्ट के नागपुर बेंच के निर्णय ने खाली सीट पर उपचुनाव कराने की अवधि पर फैसला सुनाया है. झारखंड की परिस्थिति में अब विधानसभा का कार्यकाल एक साल से भी कम बचा है. ऐसे में खाली करायी गयी सीट पर उपचुनाव नहीं कराया जा सकता. ऐसे हालात में राज्यपाल से आग्रह है कि वे संवैधानिक व्यवस्था का मजाक बनने से बचायें.

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