19.1 C
Ranchi
Wednesday, February 12, 2025 | 09:29 am
19.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

10 साल में झारखंड में 2 बार ही हो सकी टेट परीक्षा, 50 हजार अभ्यर्थी एक बार भी नहीं हुए हैं इसमें शामिल

Advertisement

शिक्षक बनने के लिए टेटे यानी कि शिक्षक पात्रता परीक्षा करना अनिवार्य है. लेकिन झारखंड में 10 सालों में केवल 2 ही बार ये परीक्षा आयोजित हो सकी है. इनमें लगभग 50 हजार ऐसे अभ्यर्थी हैं, जिन्हें अब तक एक भी टेट में शामिल होने का अवसर नहीं मिला है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

रांची : शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत शिक्षक बनने के लिए अभ्यर्थी का शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी टेट पास होना अनिवार्य है. झारखंड में भी वर्ष 2011 से शिक्षा का अधिकार अधिनियम प्रभावी है. इन दस वर्षों में राज्य में दस शिक्षक पात्रता परीक्षा होनी चाहिए थी, लेकिन अब तक मात्र दो परीक्षा ही हो पायी हैं.

झारखंड में भी कक्षा एक से आठ तक की शिक्षक नियुक्ति में टेट अनिवार्य है. टेट में शामिल होने के लिए अभ्यर्थी को पहले शिक्षक प्रशिक्षण परीक्षा पास करनी होती है. शिक्षक प्रशिक्षण परीक्षा पास अभ्यर्थी ही टेट में शामिल होते हैं. फिर टेट पास होने के बाद ही नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल हो सकते हैं.

राज्य में लगभग एक लाख ऐसे अभ्यर्थी हैं, जो प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षण परीक्षा तो पास हैं, पर वह टेट पास नहीं हैं. इनमें लगभग 50 हजार ऐसे अभ्यर्थी हैं, जिन्हें अब तक एक भी टेट में शामिल होने का अवसर नहीं मिला है. टेट पास नहीं होने से उनके शिक्षक प्रशिक्षण की डिग्री भी बेकार हो गयी है, क्योंकि बिना टेट के अभ्यर्थी निजी स्कूल में भी शिक्षक के बनने के लिए आवेदन जमा नहीं कर सकते.

झारखंड से ही टेट पास होना अनिवार्य :

झारखंड में शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल होने के लिए झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा पास होना अनिवार्य है. केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा या दूसरे राज्य से सफल अभ्यर्थी नियुक्ति सरकारी विद्यालयों में शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल नहीं हो सकते हैं. झारखंड में अब तक मात्र दो शिक्षक पात्रता परीक्षा हुई है. पहली परीक्षा वर्ष 2013 तो दूसरी परीक्षा 2016 में हुई थी. हालांकि इस दौरान तीन नियमावली बन चुकी है. पहली नियमावली वर्ष 2012 में बनी थी. 2016 में इसमें बदलाव की प्रक्रिया शुरू हुई, जो वर्ष 2019 तक चली. तृतीय संशोधन वर्ष 2022 में हुआ.

नहीं शुरू हुई प्रोत्साहन योजना

रांची. राज्य में राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार विजेता शिक्षकों के लिए प्रोत्साहन योजना शुरू नहीं हो सकी. राज्य गठन के बाद से अब तक 50 शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार मिल चुका है. देश के अलग-अलग राज्यों में राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार विजेता शिक्षकों के प्रोत्साहन के लिए योजनाएं चलायी जाती है. झारखंड में भी पुरस्कार प्राप्त शिक्षकों को दो वर्ष का सेवा विस्तार व दो वार्षिक वेतन वृद्धि देने की मांग उठी थी. विधानसभा अध्यक्ष व शिक्षा मंत्री द्वारा संघ की ओर से दिये गये आवेदन पर नियमानुसार कार्रवाई करने को कहा गया था. लेकिन एक साल से इस पर कोई पहल नहीं हुई.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें