15.1 C
Ranchi
Friday, February 7, 2025 | 08:43 am
15.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

रिम्स : डॉक्टरों ने सर्जरी कर युवती की गर्दन से निकाला तीन किलो का ट्यूमर

Advertisement

डॉक्टरों ने बताया कि ट्यूमर काफी बड़ा था, जिससे अत्यधिक रक्तस्राव का खतरा था. ऑपरेशन के बाद युवती अब पूरी तरह ठीक है. शीघ्र ही उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी जायेगी.

Audio Book

ऑडियो सुनें

रांची : रिम्स में चाईबासा की युवती (17 वर्ष) की गर्दन की सफल सर्जरी की गयी. युवती की गर्दन के पिछले हिस्से में बचपन से ट्यूमर था. यह ट्यूमर बढ़कर तीन किलो का हो गया था. मेडिकल भाषा में इस बीमारी को प्लेक्सीफॉर्म न्यूरोफाइब्रोमैटोसिस कहा जाता है. युवती को इससे चलने और सिर व गर्दन हिलाने में परेशानी होती थी. युवती की गर्दन की सर्जरी के लिए न्यूरो सर्जरी और प्लास्टिक सर्जरी विभाग के डॉक्टरों की टीम बनायी गयी. डॉक्टरों ने बताया कि ट्यूमर काफी बड़ा था, जिससे अत्यधिक रक्तस्राव का खतरा था. ऑपरेशन के बाद युवती अब पूरी तरह ठीक है. शीघ्र ही उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी जायेगी. ऑपरेशन करनेवाली टीम में न्यूरो सर्जरी के विभागाध्यक्ष डॉ सीबी सहाय, प्लास्टिक सर्जन डॉ विक्रांत, एनेस्थेटिक डॉ सौरभ, डॉ राजीव, डॉ दीपक, डॉ विकास कुमार, डॉ रवि, डॉ संजीव, डॉ प्रतिभा, डॉ मोनिका, डॉ अमृता, डॉ सचिन, डॉ सुरभि और डॉ नरेश शामिल थे.

- Advertisement -

रिम्स में बाहर से मंगायी जानेवाली दवाओं की नहीं हो रही है निगरानी

रांची. रिम्स में बाहरी दवा दुकानों से वार्ड तक पहुंचने वाली दवाओं की निगरानी के लिए कोई तंत्र नहीं है. डाॅक्टर मरीजों को ब्रांडेड दवाएं लिखते हैं और परिजन उसे बाहर की दवा दुकानों से खरीद कर लाते हैं. लेकिन, ये दवाएं सही हैं या नहीं और उसका रखरखाव कैसे और किसे करना है, इसे देखने वाला कोई नहीं है. ऐसे में मरीजों की जान को खतरा हो सकता है. रिम्स में निरीक्षण के दौरान औषधि निरीक्षक रामकुमार झा ने प्रबंधन को इस खतरे से आगाह कराया है. उन्होंने रिम्स प्रबंधन से कहा है कि बाहर की दवाएं जब वार्ड में आ रही हैं, तो उसकी निगरानी के लिए किसी व्यक्ति को जिम्मेदारी दी जाये. गौरतलब है कि कैंसर सहित कई विभागों के निरीक्षण में औषधि निरीक्षक ने पाया कि जिन दवाओं को बाहर से मंगाया जाता है, उसकी सूची नहीं बनायी जाती है. कुछ इंजेक्शन के लिए कोल्ड चेन मेंटेन करना होता है, लेकिन उसे सामान्य फ्रीज में रख दिया जाता है. ऐसे में इन दवाओं का प्रभाव कम हो सकता है.

Also Read: रिम्स में बिना अनुमति कैंसर मरीजों पर हो रहा था ड्रग ट्रायल, विभागाध्यक्ष हटाये गये

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें