13.6 C
Ranchi
Sunday, February 9, 2025 | 03:00 am
13.6 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

रांची रेलवे स्टेशन : 1907 में पुरुलिया के लिए बजी ट्रेन की पहली सीटी, अब हर दिन 60 हजार यात्री करते हैं सफर

Advertisement

नवंबर 1907, इसी दिन भारतीय रेलवे के मानचित्र पर अपनी रांची की अमिट छाप पड़ी. रांची रेलवे स्टेशन से पुरुलिया के लिए पहली ट्रेन की सीटी बजी. इसके बाद वर्ष 1913 दूसरा अहम पड़ाव था.

Audio Book

ऑडियो सुनें

रांची रेलवे स्टेशन : नवंबर 1907, इसी दिन भारतीय रेलवे के मानचित्र पर अपनी रांची की अमिट छाप पड़ी. रांची रेलवे स्टेशन से पुरुलिया के लिए पहली ट्रेन की सीटी बजी. वह भी नैरो गेज यानी छोटी लाइन पर. इसके बाद वर्ष 1913 दूसरा अहम पड़ाव था. रांची-लोहरदगा पैसेंजर ट्रेन. सुबह यह ट्रेन रांची से लोहरदगा जाती और उसी दिन शाम में लौट जाती. यह शीघ्र ही लाइफ लाइन बन गयी़ यही कारण है कि इसका परिचालन एक ही समय पर दोनों ओर से होने लगा. हर कोई लोहरदगा ट्रेन के रोमांचक सफर का गवाह बनना चाहता था. अंग्रेज अफसर भी इसका लुत्फ उठाते. उनके लिए विशेष व्यवस्था की जाती. यही कारण है कि रांची रेलवे स्टेशन के बाहर इसका इंजन आज भी खड़ा है. झारखंड में रेलवे के सफर का गवाह. ट्रेन के विस्तार की कहानी बयां कर रहा है.

- Advertisement -

रांची रेलवे के बारे में जानिए

रांची रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन 60 हजार यात्री सफर करते हैं.

रांची रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन 67 जोड़ी ट्रेन खुलती है.

रांची से जम्मू जानेवाली जम्मूतवी एक्सप्रेस यहां से खुलनेवाली सबसे लंबी ट्रेन है.

रांची से पहली ट्रेन 1907 में खुली थी, जो पुरुलिया तक जाती थी.

1999 मे मिली थी बरकाकाना के परियोजना को मंजूरी

1. इस परियोजना की मंजूरी वर्ष 1999 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी के कार्यकाल के दौरान मिली थी. वर्ष 2009 में काम शुरू हुआ. पहले चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 फरवरी 2015 को कोडरमा से हजारीबाग टाउन स्टेशन तक रेल परिचालन को हरी झंडी दिखायी. पहले चरण में लगभग 80 किमी का परिचालन शुरू हुआ.

2. दूसरा चरण सात दिसबंर 2016 को हजारीबाग टाउन से बरकाकाना तक शुरू हुआ. पूर्व केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा ने ट्रेन पर सवार होकर बरकाकाना रेल परिचालन की शुरुआत की, जिसकी दूरी लगभग 57 किमी है.

3. तीसरे चरण में ट्रेन 31 मार्च 2017 को बरकाकाना स्टेशन से सिधवार स्टेशन पहुंची. इसकी दूरी लगभग सात किमी है.

4. चौथे चरण में 28 अगस्त 2019 को टाटीसिलवे से सांकी तक का परिचालन शुरू हुआ, जिसकी दूरी लगभग 32 किमी है.

5. रेल परियोजना के पांचवें और अंतिम चरण में 19 दिसंबर 2022 को सिधवार से सांकी तक लगभग 26 किमी नवनिर्मित रेल लाइन का निरीक्षण किया गया. 21 दिसंबर 2022 को रेलवे संरक्षा आयुक्त ने आवश्यक निर्देश के साथ रेल परिचालन को हरी झंडी दिखायी.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें