रांची (ब्यूरो प्रमुख). राज्यपाल ने नवगठित विधानसभा के पहले सत्र में अपने अभिभाषण में कहा : इस सदन में अनुभवी और नये सदस्यों का समागम हुआ है. सबको मिलकर जनाकांक्षा के अनुरूप काम करना है. राज्य की जनता ने मजबूत और स्थिर सरकार के गठन का जनादेश दिया है. जनता के कल्याण और राज्य के विकास के लिए पूरी लगन, निष्ठा ओर समर्पण से कार्य करना है. झारखंड विधानसभा की आदर्श परंपराओं और कीर्ति को सबको मिलकर आगे बढ़ाना है.
परस्पर सहयोग से ही विकास संभव
राज्यपाल ने आगे कहा कि केंद्र और राज्य के बीच परस्पर सहयोग से ही राज्य की जनता का चहुंमुखी विकास संभव है. सरकार संघीय ढांचे की स्वस्थ परंपरा को आगे बढ़ाने का काम करेगी. भारत की गरिमामयी विरासत का सम्मान करते हुए कल्याणकारी राज्य की परिकल्पना को साकार करना है. राज्यपाल ने कहा कि यह विधानसभा सर्वांगीण विकास के लिए गरिमामय और गौरवपूर्ण चर्चाओं की साक्षी बनेगी. यह सदन विधायी कार्यों से प्रगति के शिखर तक ले जायेगा. यह सरकार झारखंड की मूल चेतना के साथ समावेशी विकास का ध्येय लेकर आगे बढ़ेगी. यह सरकार बिना किसी द्वेष के वंचितों को विशेष महत्व देगी. सरकार सबको उचित अधिकार, सबको सुरक्षा और हर द्वार तक समृद्धि पहुंचाने को प्रतिबद्ध है. यह सरकार व्यापक दृष्टिकोण के साथ समाज के वंचितों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों और गरीबों की खुशहाली के लिए संकल्पित है.
झारखंडी अस्मिता को केंद्र में रखकर काम करेगी सरकार
राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में कहा कि यह सरकार शहीदों के त्याग और बलिदान को ह्दय से आत्मसात करेगी. द्वेष, घृणा, अहंकार और प्रतिशोध से दूर रहने का प्रण लेकर कार्य करेगी. झारखंडी अस्मिता को केंद्र में रखकर काम करेगी. सजग, सुलभ, स्वच्छ, पारदर्शी और संवेदनशील प्रशासन के माध्यम से राज्य को प्रगति के शिखर पर ले जायेगी. राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में सरकार का विजन बताया. आने वाले वर्षों के लिए सरकार की प्राथमिकता बतायी.
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