13.1 C
Ranchi
Saturday, February 8, 2025 | 05:54 am
13.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

सालखन मुर्मू के बयान पर जैन समाज और आदिवासी सेंगेल आमने-सामने, FIR के जवाब में पुतला दहन का ऐलान

Advertisement

मरांग बुरू विवाद मामले में 9 फरवरी को सालखन मुर्मू ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि पारसनाथ आदिवासियों का मरांग बुरू है. यह उन्हें नहीं सौंपा गया, तो वे जैन मंदिरों को ध्वस्त कर देंगे.

Audio Book

ऑडियो सुनें

पूर्व सांसद सालखन मुर्मू के बयान पर जैनियों आक्रोश उग्र होता जा रहा है. विश्व जैन संगठन के अध्यक्ष संजय जैन ने पूर्व सांसद पर अविलंब एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार करने की मांग की है. इसके विरोध में आज जैन समाज 5 प्रदेशों में सालखन मुर्मू के खिलाफ पुतला दहन के साथ सभी जगहों पर प्राथमिकी भी दर्ज करायेगा. ये फैसला कल जैन समुदाय के लोगों ने जूम मीटिंग पर लिया. इसमें 242 सदस्य शामिल थें.

- Advertisement -

क्या है मामला

मरांग बुरू विवाद मामले में 9 फरवरी को सालखन मुर्मू ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि पारसनाथ आदिवासियों का मरांग बुरू है. यह उन्हें नहीं सौंपा गया, तो वे जैन मंदिरों को ध्वस्त कर देंगे. इस बयान के बाद से जैम समाज के लोगों में उबाल है. जिसके बाद विश्व जैन संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय जैन ने प्रेस वर्ता कर उनके इस बयान की अलोचना की थी, और झारखंड सरकार से कार्रवाई की माग की थी.

आदिवासियों सेंगल के लोगों ने किया था रेल और चक्का जाम

गौरतलब है कि कुछ दिन पहले की आदिवासी सेंगल अभियान के लोगों ने झारखंड समेत 5 राज्यों में रेल और चक्का जाम किया था. उनका कहना है कि मरांग बुरू पर पहला अधिकार हम आदिवासियों का है. इसलिए केंद्र और राज्य सरकार, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग बहुपक्षीय वार्तालाप शुरू करें. आवश्यक हो तो एक राष्ट्रीय आयोग का भी गठन कर इसका न्याय संगत निर्णय अविलंब प्रस्तुत करें. अन्यथा मरांग बुरू को जैनियों के कब्जे में सुपुर्द करने के हेमंत सोरेन सरकार के एकतरफा फैसले का सेंगेल द्वारा विरोध जारी रहेगा.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सुपुर्द किया गया है मांग पत्र

आपको बता दें कि मरांग बुरु को आदिवासियों को अविलंब सुपुर्द करने की मांग संबंधी विस्तृत पत्र सेंगेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद सालखन मुर्मू ने महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को 14 जनवरी 2023 को प्रेषित कर दिया था. साथ ही साथ उन्होंने मीडिया के माध्यम से भी बार-बार अपनी स्टैंड को साफ कर दिया है. सालखन मुर्मू का इस मामले पर कहना है कि हमारी मांग मरांग बुरू अर्थात पारसनाथ पहाड़ को अविलंब आदिवासियों को सुपुर्द किया जाए. हमें राम मंदिर आंदोलन की तरह उग्र एवं आक्रमक होने के लिए मजबूर न किया जाए. न्याय और अधिकार पाने के हम आदिवासी भी हकदार हैं. भारतीय संविधान हमें यह अधिकार प्रदान करता है.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें