24.1 C
Ranchi
Friday, February 7, 2025 | 05:20 pm
24.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

city news : एमआरआइ मशीन मंगाने का ऑर्डर जारी, फरवरी से शुरू हो जायेगी जांच

Advertisement

रिम्स में ढाई साल से बंद है एमआरआइ जांच, मरीज निजी लैब पर निर्भर

Audio Book

ऑडियो सुनें

रांची़ रिम्स में एमआरआइ जांच के लिए परेशान मरीजों के लिए राहत भरी खबर है. प्रबंधन ने एमआरआइ मशीन मंगाने का आदेश कंपनी को जारी कर दिया है. कंपनी से तीन माह में मशीन उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया है. यानी फरवरी से रिम्स में एमआरआइ जांच शुरू हो जायेगी. हालांकि कंपनी ने एक महीने का अतिरिक्त समय मांगा है, लेकिन रिम्स प्रबंधन ने मरीज हित में यथाशीघ्र मशीन मुहैया कराने को कहा है. रिम्स का अपना एमआरआइ मशीन आने से मरीजों को जांच के लिए दोगुना पैसा खर्च नहीं करना होगा. यहां बता दें कि रिम्स में एमआरआइ मशीन करीब ढाई साल से खराब है, जिसकी वजह से जांच बंद है. मरीज एमआरआइ जांच के लिए निजी लैब पर निर्भर हैं. रिम्स में भर्ती मरीजों की परेशानी उस वक्त बढ़ गयी, जब सरकार द्वारा अधिकृत जांच एजेंसी हेल्थ मैप ने मुफ्त जांच (आयुष्मान व बीपीएल मरीजाें का) करने से मना कर दिया. तीन करोड़ से अधिक राशि लंबित होने के कारण हेल्थ मैप करीब एक साल से जांच नहीं कर रही है. ऐसे में मरीज को एमआरआइ जांच के लिए निजी जांच लैब में जाना पड़ता है. सिंगल टेंडर की वजह से एमआरआइ मशीन खरीद के लिए करीब आठ से 10 बार टेंडर की प्रक्रिया रिम्स द्वारा की गयी है. अब जीबी की विशेष अनुमति से देश के बड़े संस्थानों की निविदा प्रक्रिया को अपनाकर खरीदारी की जा रही है. हड्डी व न्यूरो सर्जरी के मरीजों को अधिक परेशानी : रिम्स के हड्डी और न्यूरो सर्जरी विभाग के मरीज एमआरआइ जांच नहीं होने से अधिक परेशान हैं. क्योंकि दोनों विभाग के ओपीडी और भर्ती मरीजोंं को एमआरआइ जांच की आवश्यकता पड़ती है. सूत्रों ने बताया कि रिम्स में जांच की सुविधा होने पर प्रतिदिन 10 से 15 मरीजों की जांच होती थी.

- Advertisement -

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें