34.6 C
Ranchi
Friday, March 14, 2025 | 01:26 pm
34.6 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

झारखंड के शिवम भगत को मिला लाखों का पैकेज, सरकारी स्कूल से पढ़कर ऐसे हासिल किया मुकाम

Advertisement

शिवम भगत के परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी. इसलिए किसी प्राइवेट कोचिंग में एडमिशन नहीं ले पाये. 10वीं की पढ़ाई दौरान ही पता चला कि सरकार गरीब परिवार के मेधावी बच्चों के लिए कोचिंग की व्यवस्था कर रही है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

झारखंड के सरकारी स्कूल से पढ़े पाकुड़ के शिवम भगत का चयन एक मल्टीनेशनल कंपनी में सालाना 50 लाख के पैकेज पर हुआ है. शिवम के पिता रवि भगत कपड़े की छोटी-सी दुकान चलाते हैं. मैट्रिक की पढ़ाई हरिणडांगा हाई स्कूल से करनेवाले शिवम को 10वीं में 87 फीसदी अंक मिले थे. बकौल शिवम : इंजीनरिंग की पढ़ाई कैसे होती है और इसके लिए क्या करना होता है, मेरे घर में कोई नहीं जानता था.

घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी. इसलिए प्राइवेट कोचिंग नहीं कर पाया. 10वीं की पढ़ाई दौरान ही मैंने राज्य सरकार द्वारा संचालित काेचिंग के बारे में सुना था. इंजीनियरिंग की तैयारी के लिए प्रवेश परीक्षा में शामिल हुआ और चयनित भी हो गया. इंटर की पढ़ाई रांची से की. इसके बाद मेरा चयन बीआइटी सिंदरी में हो गया, जहां से आइटी में बीटेक की पढ़ाई की.

सरकारी स्कूल के बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं

शिवम ने कहा : सरकारी स्कूल के बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं होती है. उन्हें समय पर करियर के बारे में कोई विशेष जानकारी नहीं मिल पाती है. अगर मिलती भी है, तो उन्हें तैयारी के लिए सही प्लेटफॉर्म नहीं मिल पाता. यही वजह है कि सरकारी स्कूल के बच्चे प्राइवेट स्कूल के बच्चों से पीछे रह जाते हैं.

सरकार ने गरीब परिवार के मेधावी बच्चों के लिए फ्री कोचिंग की व्यवस्था की है. इसमें दाखिले के लिए झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) द्वारा प्रवेश परीक्षा ली जाती है. जैक बोर्ड से मैट्रिक की परीक्षा में शामिल होनेवाले विद्यार्थी इसमें शामिल होते हैं. चयनित विद्यार्थी को सरकार द्वारा इंजीनियरिंग, मेडिकल व क्लैट की तैयारी करायी जाती है. बता दें कि अब तक 150 से अधिक बच्चों का चयन देश के विभिन्न मेडिकल व इंजीनियरिंग कॉलेजों में हो चुका है.

पहला वेतन मां को दूंगा, घर में पूजा करेगी

शिवम जल्द ही कंपनी में ज्वाइन करेंगे. उनकी सफलता से परिवार के लोग काफी खुश हैं. मां ने कहा है कि मेरे पहले वेतन से घर में पूजन-अनुष्ठान का आयोजन करेंगी. इसलिए पहले माह का वेतन अपनी मां को दूंगा. शिवम ने बताया कि आगे वह अपने स्तर से गरीब की बच्चों की पढ़ाई में हरसंभव मदद का प्रयास करेंगे.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें
होम वीडियो
News Snaps
News Reels आप का शहर