रमकंडा (गढ़वा) : झारखंड में आधे घंटे की तेज आंधी-बारिश ने गढ़वा जिला के रमकंडा प्रखंड में भारी नुकसान पहुंचाया है. वहीं, झारखंड की राजधानी रांची में 7 डिग्री, तो जमशेदपुर में तापमान में 15 डिग्री सेंटीग्रेड तक की गिरावट दर्ज की गयी है. गुरुवार देर शाम को रमकंडा प्रखंड में कई जगहों पर वज्रपात भी हुआ. कई जगह बीच सड़क पर पेड़ उखड़कर गिर गये, तो कई लोगों के घरों की छत पर भी पेड़ गिरे. आंधी-बारिश और वज्रपात से कई मवेशियों की मौत हो गयी.
देर शाम तेज आंधी के साथ करीब आधे घंटे तक जमकर बारिश हुई. इस दौरान रमकंडा थाना क्षेत्र के बलिगढ़ गांव में वज्रपात से रामधनी शर्मा के चार पशुओं की मौत हो गयी. तेज आंधी में रमकंडा-मंगराही मुख्य पथ पर पेड़ गिरने की वजह से मार्ग अवरुद्ध हो गया. बलिगढ़ गांव निवासी पंकज कुमार गुप्ता के घर की छत पर महुआ का पेड़ गिर गया. हालांकि, इसकी वजह से कोई हताहत नहीं हुआ.
![Weather Today In Jharkhand: झारखंड में आधा घंटा की आंधी-बारिश से गढ़वा के रमकंडा में भारी नुकसान, जमशेदपुर में 15 डिग्री गिरा तापमान 1 Undefined](https://pkwp1.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/Prabhatkhabar/2020-05/3e346e18-d601-48fe-8881-565df269b6d8/ramkanda_weather2.jpg)
सूचना मिलते ही मुखिया के पति विनोद प्रसाद ने पहुंचकर पीड़ित परिवारों से मामले की जानकारी ली. वहीं, प्रक्रिया के तहत मुआवजा दिलाने का आश्वासन भी दिया. पशुपालक रामधनी शर्मा ने बताया कि रोजाना की तरह गुरुवार की रात को भी तीन गाय सहित एक बैल को गोशाला में बांधकर रखा था. अचानक तेज आंधी के साथ ही बज्रपात होने से चारों पशुओं की घटनास्थल पर मौत हो गयी.
Also Read: Cyclone Amphan: दीघा-हटिया के बीच टकराया ‘अम्फान’, तो झारखंड में दिखा ऐसा असर, ओड़िशा में गुमला-पलामू के 27 मजदूर फंसेरामधनी शर्मा ने बताया कि वज्रपात की आवाज सुनने के बाद रात में घर से निकलने की उनकी हिम्मत नहीं हुई. सुबह में उन्होंने देखा कि गोशाला में जितने मवेशी बंधे थे, सभी की मौत हो चुकी है. पंकज गुप्ता समेत कई अन्य लोगों के मकान की छत पर पेड़ गिर गये. इनके नाम सीताराम भुइयां, सुकन भुइयां, विक्रम भुइयां, विक्रम भुइयां, अनिल साव, खिरोधन सिंह, आनंद शर्मा, संत यादव हैं.
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इन लोगों ने बताया कि रात में जिस वक्त घर पर पेड़ गिरा, ये सभी लोग अपने-अपने घर में भोजन कर रहे थे. पेड़ गिरने की आवाज सुनी, तो डरकर परिवार के सभी लोग पिछले दरवाजे से घरसे दूर भाग गये. किसी और के घर में जाकर शरण ली. इस संबंध में पूछे जाने पर प्रखंड विकास पदाधिकारी रामजी वर्मा ने कहा कि प्रक्रिया पूरी करने के बाद पशुपालक सहित अन्य पीड़ित परिवारों को मुआवजा की राशि उपलब्ध करायी जायेगी.
Also Read: बंगाल में तबाही मचाने वाले सुपर साइक्लोन ‘अम्फान’ का 24 घंटे तक झारखंड के इन जिलों में दिखेगा असरउल्लेखनीय है कि राजधानी रांची समेत राज्य के लोगों को गुरुवार को गर्मी से राहत मिली. हल्की बारिश और तेज हवाओं के कारण अधिकतम तापमान नीचे गिर गया. रांची के अधिकतम तापमान में करीब सात डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गयी, तो जमशेदपुर का अधिकतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया. मौसम विभाग ने गुरुवार को जमशेदपुर का अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रिकाॅर्ड किया. यह सामान्य से भी करीब 10 डिग्री सेल्सियस नीचे है.
बुधवार को जमशेदपुर का अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस था. वहीं, रांची का अधिकतम तापमान 33.8 डिग्री सेल्सियस रिकाॅर्ड किया गया था. संथाल परगना के दुमका का अधिकतम तापमान गुरुवार को 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा. वहीं, पिछले तीन-चार दिनों से गर्म हवाओं के कारण परेशान पलामू प्रमंडल के जिले के लोगों को भी राहत मिली.
Also Read: आज भी झारखंड में दिखेगा सुपर साइक्लोन ‘अम्फान’ का असर, चतरा का मौसम बदला, जमशेदपुर में 41 मिमी बारिशडाल्टनगंज का अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा. पिछले चार-पांच दिनों से वहां का अधिकतम तापमान 44-45 डिग्री सेल्सियस के आसपास था. मौसम विभाग ने कहा है कि अगले पांच दिनों तक राज्य के करीब सभी जिलों का मौसम ऐसा ही रह सकता है. इस दौरान कहीं-कहीं बारिश और वज्रपात हो सकता है. हवा की गति 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे रह सकती है.
Posted By Mithilesh Jha