रांची : भगवान बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि पर सूबे की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को श्रद्धांजलि दी. राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने धरतीआबा बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि के अवसर पर मंगलवार 9 जून को राज भवन के दरबार हॉल में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके प्रति अपनी श्रद्धा-सुमन अर्पित की. इस अवसर पर राज्यपाल के प्रधान सचिव शैलेश कुमार सिंह और अन्य अधिकारियों ने भी भगवान बिरसा की प्रतिमा पर माल्यर्पण कर उनको श्रद्धा-सुमन अर्पित की.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अमर शहीद भगवान बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि पर उनकी तस्वीर पर श्रद्धासुमन अर्पित कर नमन किया. मुख्यमंत्री ने कहा जल, जंगल और जमीन के अधिकार के लिए संघर्ष करने वाले धरती आबा ने देश के लिए अपनी जान न्योछावर कर दी.
![राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भगवान बिरसा को किया याद 1 Undefined](https://pkwp1.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/Prabhatkhabar/2020-06/1d881971-3484-4c24-8ed7-5ce25e32d899/press_release_55658_09_06_2020.jpg)
उनका साहस, समर्पण और बलिदान प्रत्येक भारतीय को सदैव प्रेरित करता रहेगा. इस अवसर पर पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथलेश ठाकुर व अन्य पदाधिकारियों ने भी भगवान बिरसा मुंडा की तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये. आज 9 जून को भगवान बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि पर राज्यभर में उन्हें याद किया गया और श्रद्धांजलि दी गयी.
राजधानी रांची के कोकर स्थित धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा के समाधि स्थल पर विभिन्न संगठन के लोगों ने पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. दिनभर अलग-अलग संगठन और समाज के विभिन्न वर्गों से लोग समाधि स्थल पर पहुंच रहे हैं. शारीरिक दूरी और मास्क लगा कर भगवान बिरसा की समाधि स्थल पर माल्यार्पण किया जा रहा है.
भगवान बिरसा मुंडा महज 25 साल की उम्र में देश के लिए शहीद हो गये थे. अंग्रेजी हुकूमत ने बिरसा मुंडा को जेल में जहर देकर मार दिया था. उन्होंने अकेले ही अंग्रेजों के दांत खट्टे कर दिये थे. बिरसा मुंडा का जन्म 1875 के दशक में छोटानागपुर के खूंटी जिले के उलिहातू में हुआ था. बिरसा मुंडा को को 1900 में आदिवासी लोगों को भड़काने के आरोप में अंग्रेजों ने गिरफ्तार किया.
Posted By: Amlesh Nandan Sinha.