रांची. डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विवि (डीएसपीएमयू) में तीन दिवसीय युवा महोत्सव स्पंदन का आगाज गुुरुवार को हुआ. 14 दिसंबर तक आयोजित इस महोत्सव में विद्यार्थी किताबी दुनिया से हटकर प्रतिभा दिखा रहे हैं. पहले दिन रंगोली, पोस्टर मेकिंग, क्विज, मेहंदी और ऑन स्पॉट पेंटिंग जैसी प्रतियोगिताएं हुईं, जिसमें विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. महोत्सव में लैंगिक समानता का अच्छा उदाहरण दिखा. कुलपति डॉ तपन कुमार शांडिल्य, रजिस्ट्रार डॉ नमिता सिंह प्रत्येक विद्यार्थी का मनोबल बढ़ाते दिखे.
नृत्य और संगीत ने सबका मन मोहा
महोत्सव का आगाज सांस्कृतिक कार्यक्रम से हुआ. विद्यार्थियों ने हिंदुस्तानी व कर्नाटक क्लासिकल वोकल सोलो, इंडियन लाइट वोकल, इंडियन ग्रुप सांग, वेस्टर्न ग्रुप सांग, फोल्क ऑर्केस्ट्रा तथा वेस्टर्न इंस्ट्रूमेंटल (सोलो) की बेहतरीन प्रस्तुति दी. पारंपरिक वेशभूषा में विद्यार्थियों की मनमोहक प्रस्तुति ने सबको झूमने के लिए विवश कर दिया.पहले दिन के इवेंट में विद्यार्थियों की उत्साह देखते बनी
प्रो राजेश कुमार सिंह ने बताया कि महोत्सव के पहले दिन रंगोली प्रतियोगिता में छह प्रतिभागी, पोस्टर मेकिंग में 35, क्विज में 38, मेहंदी प्रतियोगिता में 24 और ऑनस्पॉट पेंटिंग में 27 प्रतिभागियों ने प्रतिभा दर्शाया. रंगोली प्रतियोगिता की थीम थी : फोक एंड आर्ट कल्चर. पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता डिजिटल इंडिया : ए न्यू होराइजन थीम पर आधारित थी. मेहंदी प्रतियोगिता की थीम मॉडर्न मीट्स ट्रेडिशनल और ऑन स्पॉट पेंटिंग की थीम नेचुरल सिंफनी थी. विभिन्न प्रतियोगिताओं के संचालन में डॉ विद्यान कुमारी, डॉ अभय कृष्ण सिंह, डॉ नमिता लाल, डॉ शमा सोनाली, डॉ आभा झा, डॉ किरण झा, डॉ एकता का सहयोग रहा. विवि का नया मुख्य द्वार बनाया जायेगा. इसका शिलान्यास गुरुवार को कुलपति व रजिस्ट्रार ने किया. पूजा-अर्चना भी हुई.छात्रों में सदभाव, विश्वास और सृजनशीलता की अवधारणा होगी विकसित
युवा महोत्सव स्पंदन का उदघाटन कुलपति डॉ तपन कुमार शांडिल्य ने किया. उन्होंने कहा कि युवा महोत्सव का उद्देश्य एक साझा मंच पर अपनी सांस्कृतिक प्रतिभा का प्रदर्शन करना है. यह महोत्सव मुख्य रूप से विद्यार्थियों में सद्भाव, विश्वास और सृजनशीलता की अवधारणा को विकसित करेगा. कुलपति ने कहा कि तीन दिवसीय महोत्सव में युवा विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से अपनी भावना और अभिव्यक्ति को प्रदर्शित कर सकेंगे. कुलपति ने विद्यार्थियों से कहा कि आपकी दृढ़ इच्छा शक्ति और आत्मविश्वास ही मंजिल तक पहुंचाने में मदद करेगा. संगठन और कर्म की भावना प्रत्येक विद्यार्थी में होनी चाहिए. विशिष्ट अतिथि बरकतुल्लाह विवि भोपाल के समाजशास्त्री प्रो एसएन चौधरी ने कहा कि यह युवा महोत्सव विद्यार्थियों के आंतरिक सृजन को प्रदर्शित करने का एक सशक्त माध्यम है. डीएसडब्ल्यू डॉ सर्वोत्तम कुमार ने युवा महोत्सव के उद्देश्यों और महत्व पर प्रकाश डाला. इससे पूर्व रजिस्ट्रार डॉ नमिता सिंह ने आगंतुकों का स्वागत करते हुए कहा कि वर्ष 2018 से अब तक के युवा महोत्सव का अनुभव यह दर्शाता है कि इसके माध्यम से विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में अपनी पहचान स्थापित की है. विवि व राज्य का नाम रौशन किया है. मंच संचालन मनीष मिश्रा और विनय भरत ने संयुक्त रूप से किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है