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Jharkhand News: शिक्षक बिनेश्वर कुमार ने पुरस्कार राशि से बनाया खेल का मैदान, जानें कौन हैं वो

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उत्क्रमित उच्च विद्यालय हेसातु में कार्यरत बिनेश्वर कुमार ने राज्य सरकार से मिली उत्कृष्ट शिक्षक पुरस्कार की राशि (एक लाख रुपये) से बच्चों के लिए खेल का मैदान बनवा दिया. जिस जमीन को खेल का मैदान बनाने के लिए चुना गया

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उत्क्रमित उच्च विद्यालय हेसातु में कार्यरत बिनेश्वर कुमार ने राज्य सरकार से मिली उत्कृष्ट शिक्षक पुरस्कार की राशि (एक लाख रुपये) से बच्चों के लिए खेल का मैदान बनवा दिया. जिस जमीन को खेल का मैदान बनाने के लिए चुना गया, उसमें पत्थर निकल आये. बिनेश्वर ने खुद पत्थर हटाने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो पाये. उनके हौसला देख कई लोग आगे आये.

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स्कूल के पूर्ववर्ती छात्रों ने भी मदद की, साथ ही आर्थिक सहयोग भी किया. मात्र तीन माह में एक हजार वर्गमीटर में खेल का मैदान बन कर तैयार हो गया. शिक्षक ने बाल दिवस पर इस मैदान को बच्चों को समर्पित किया.

बिनेश्वर ने 20 सितंबर 2001 को हेसातु विद्यालय में योगदान दिया था. उससे पहले विद्यालय की तस्वीर अलग थी. विद्यालय का रास्ता उबड़-खाबड़ था. बिनेश्वर ने पदभार ग्रहण करने के बाद विद्यालय की सूरत बदल डाली. आज यह हेसातु विद्यालय किसी निजी स्कूल की तरह नजर आता है. विद्यालय परिसर पार्क की तरह दिखता है. पूर्ववर्ती छात्रों के सहयोग से शौचालय बनाया गया. पूर्ववर्ती छात्राओं ने जेनरेटर दिया. विद्यालय में पेयजल व शौचालय में पानी की व्यवस्था रहती है.

वर्ष 1965 में विद्यालय की स्थापना हुई थी. तब से लेकर आज तक बच्चों को खेल का मैदान नहीं मिला था. ऐसे में बच्चों को खेल का अभ्यास कराने में समस्या होती थी. खेल का मैदान बनने से बच्चों व ग्रामीणों में खुशी का माहौल है.

बिनेश्वर कुमार, शिक्षक

रिपोर्ट- वरुण सिंह

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